Latest News

हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा विभाग की लापरवाही के चलते लंपी वायरस के कारण पशुओं की मौत का सिलसिला जारी।


राज्य में पशुओं के संक्रमण में लपी वायरस के फैलने से हो रही पशुओं की मौत का सिलसिला लगातार जारी है।जिसका कहर अब हरिद्वार के ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. यहां के लक्सर इलाके में पशुओं को इलाज न मिलने की वजह से बड़ी संख्या में उनकी मौत हुई है, जिसमें पशु विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. लंपी बीमारी की वजह से पशुओं की हो रही मौत ने जिला प्रशासन के लाख दावों की पोल खोल दी है.

रिपोर्ट  - à¤µà¤¿à¤•à¤¾à¤¸ शर्मा

हरिद्वार 1 सितंबर राज्य में पशुओं के संक्रमण में लपी वायरस के फैलने से हो रही पशुओं की मौत का सिलसिला लगातार जारी है।जिसका कहर अब हरिद्वार के ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. यहां के लक्सर इलाके में पशुओं को इलाज न मिलने की वजह से बड़ी संख्या में उनकी मौत हुई है, जिसमें पशु विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. लंपी बीमारी की वजह से पशुओं की हो रही मौत ने जिला प्रशासन के लाख दावों की पोल खोल दी है. हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में यह वायरस तेजी से फैल रहा है। जिले के लक्सर तहसील में इन दिनों लंबी वायरस का कहर बरपा रहा है. हरिद्वार के जिलाधिकारी द्वारा पशु चिकित्सा विभाग को सख्त आदेश मिलने के बाद भी चिकित्सा कर्मचारी बीमार पशुओं की ओर ध्यान नहीं दे रहे. जिसकी वजह से बड़ी संख्या में पशुओं की मौत हो रही है. वायरस संक्रमण से हुई मौत के पशुओं को भी खुले में फेंका जा रहा है. जिससे इस बीमारी के बढ़ने का भय भी ग्रामीणों को सता रहा है. बावजूद इसके पशु चिकित्सा विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए है. पशुपालकों का कहना है की पशु चिकित्सा विभाग की और से कोई भी डॉक्टर गाँव में नहीं आया है और ना ही पशुओं का इलाज किया जा रहा है. थक हारकर उन्होंने प्राइवेट डॉक्टरों का सहारा लेना पड़ रहा है. कई बार पशु चिकित्सा अधिकारियों को बुलाया गया है लेकिन कोई गांव में आने को तैयार नहीं है. हरिद्वार जिले को लंपी बीमारी के लिए 40 हजार टीके मिलने के बाद भी ये टीके देहात में नहीं पहुंचे हैं. हरिद्वार के जिलाधिकारी विजय शंकर ने संक्रमण के खतरे को देखते हुए पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों और कर्मचारियों का सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक का टाइम निर्धारित किया है. बावजूद इसके विभाग के डॉक्टरो की लापरवाही देहाती क्षेत्रों में देखने को मिल रही है.

Related Post