विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ दिवस के अवसर पर विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ संगठन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ थीम ‘‘रिथिंकिंग टूरिजà¥à¤®â€™â€™ (परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ पर पà¥à¤¨à¤°à¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤°) पर परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विà¤à¤¾à¤— हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ होटल, धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ टà¥à¤°à¥‡à¤µà¤² à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ के सहयोग से à¤à¤• संगोषà¥à¤ ी का आयोजन किया गया। संगोषà¥à¤ ी में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विकास की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं पर विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ चरà¥à¤šà¤¾ की गई।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ दिवस के अवसर पर विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ संगठन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ थीम ‘‘रिथिंकिंग टूरिजà¥à¤®â€™â€™ (परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ पर पà¥à¤¨à¤°à¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤°) पर परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विà¤à¤¾à¤— हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ होटल, धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ टà¥à¤°à¥‡à¤µà¤² à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ के सहयोग से à¤à¤• संगोषà¥à¤ ी का आयोजन किया गया। संगोषà¥à¤ ी में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विकास की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं पर विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ चरà¥à¤šà¤¾ की गई। परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विà¤à¤¾à¤— की ओर से विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ दिवस के अवसर पर आयोजित विचार संगोषà¥à¤ ी का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठनगर मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ अवधेश सिंह, डिपà¥à¤Ÿà¥€ कलेकà¥à¤Ÿà¤° नूपà¥à¤° वरà¥à¤®à¤¾, महापà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤• जिला उदà¥à¤¯à¥‹à¤— केनà¥à¤¦à¥à¤° पलà¥à¤²à¤µà¥€ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• अधिकारी सà¥à¤°à¥‡à¤¶ सिंह यादव ने संयà¥à¤•à¥à¤¤ रूप से किया। इस दौरान कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• अधिकारी सà¥à¤°à¥‡à¤¶ सिंह यादव ने परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विकास में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के महतà¥à¤µ की जानकारी दी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि देवà¤à¥‚मि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ à¤à¤µà¤‚ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° अपनी अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• महतà¥à¤¤à¤¾ के कारण विशà¥à¤µà¤à¤° में अपनी à¤à¤• अलग पहचान बनाठहà¥à¤ है। तीरà¥à¤¥à¤¨à¤—री में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ देशों और धरà¥à¤®à¥‹à¤‚ के करोड़ों लोग आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¯à¤¨, गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ हेतॠवरà¥à¤·à¤ªà¤°à¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ आते रहते हैं। इसके अलावा सामाजिक, सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤•, राजनीतिक और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• महतà¥à¤¤à¤¾ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¥€ यह तीरà¥à¤¥ और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨à¤¸à¥à¤¥à¤² देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में शांति का संदेश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ कर रहा है। देश में बहà¥à¤§à¤°à¥à¤®à¥€ लोगों के रहते हà¥à¤ à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤• लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोकतांतà¥à¤°à¤¿à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤° है, यही हमारी पहचान है। लिहाजा हमारी नैतिक जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है कि हम अपनी लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के संरकà¥à¤·à¤£, संवरà¥à¤§à¤¨ और विकास के लिठनिरंतर पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¤°à¤¤ रहें। नगर मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ अवधेश सिंह ने विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ दिवस की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ देते हà¥à¤ कहा कि जब संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ बचेगी तà¤à¥€ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विकास होगा और हमारी सामाजिक, आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विरासत का संवरà¥à¤§à¤¨ संà¤à¤µ हो सकेगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि विशà¥à¤µ में सामाजिक, आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और राजनीतिक à¤à¤•à¤¤à¤¾ के लिठविशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ दिवस की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ 27 सितंबर 1980 को हà¥à¤ˆ थी। हम सà¤à¥€ को परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देने के लिठपà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ से जà¥à¥œà¥€ सà¤à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं को à¤à¤•à¤¸à¤¾à¤¥ मिलकर कारà¥à¤¯ करना होगा। तीरà¥à¤¥à¤¨à¤—री आने वाले यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚/परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ के साथ हम सà¤à¥€ को मधॠवà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करना चाहिà¤à¥¤ यदि हम परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ के साथ अचà¥à¤›à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करेंगे तो यहां के परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ को अतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿à¤• बà¥à¤¾à¤µà¤¾ मिलेगा।