तनाव के कारण उत्पन्न मानसिक विकृतियों को दूर करके खेल समाधान प्रदान करने की सबसे प्राकृतिक पद्धति है। खिलाडी सामाजिक तनाव की स्थिति मे एक सामान्य व्यक्ति की तुलना मे बेहतर तालमेल मिलाकर स्वतः ही तनाव से निराकण प्राप्त कर लेने मे माहिर होता है।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
तनाव के कारण उत्पन्न मानसिक विकृतियों को दूर करके खेल समाधान प्रदान करने की सबसे प्राकृतिक पद्धति है। खिलाडी सामाजिक तनाव की स्थिति मे एक सामान्य व्यक्ति की तुलना मे बेहतर तालमेल मिलाकर स्वतः ही तनाव से निराकण प्राप्त कर लेने मे माहिर होता है। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं पर्यावरण वैज्ञानिक प्रो0 सुनील कुमार ने शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग मे छात्र-खिलाड़ियों के पारितोषिक वितरण समारोह मे अपने संबोधन मे यह बात कही। दयानंद स्टेडियम परिसर मे आयोजित वॉलीबॉल प्रतियोगिता के समापन एवं पारितोषिक वितरण समारोह मे बी0पी0एड0 टाइगर एवं बी0पी0ई0एस0 पेंथर टीमो के खिलाड़ियों को मेडल प्रदान किये। दो दिवसीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता मे बी0पी0एड0 टाईगर प्रथम (विजेता) एवं बी0पी0ई0एस0 पेंथर 28-26 स्कोर के साथ द्वितीय स्थान (उपविजेता) पर रही। विभागीय प्रभारी डॉ0 अजय मलिक ने बिना हार-जीत के खेल को सकारात्मक भाव के साथ खेलने की बात कही। डॉ0 शिवकुमार चौहान ने कहा कि एक खिलाड़ी मानसिक रूप से अधिक सबल एवं शारीरिक रूप से अधिक कुशल होता है। जिसका प्रभाव उसके स्वभाव एवं व्यक्तित्व पर पड़ता है। कार्यक्रम मे डॉ0 अनुज कुमार, डॉ0 प्रणवीर सिंह, डॉ0 धर्मेन्द्र बालियान, कोच सुनील कुमार, अश्वनी कुमार, सुरेन्द्र कुमार, कुलदीप, राजेन्द्र सिंह आदि शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। मैचों मे यश चौधरी, गगन एवं अन्य छात्रों का सहयोग प्राप्त हुआ। जिसके लिए छात्रों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 शिवकुमार चौहान द्वारा किया गया।