विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ दिवस (वलà¥à¤°à¥à¤¡ नेचर डे) के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤®à¤¯ जीवन जीने का संदेश दिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 3 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। आज विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ दिवस (वलà¥à¤°à¥à¤¡ नेचर डे) के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤®à¤¯ जीवन जीने का संदेश दिया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, ईशà¥à¤µà¤° का दिया हà¥à¤† उपहार है जिसके बिना पृथà¥à¤µà¥€ पर जीवन समà¥à¤à¤µ नहीं है। हम अपने आस-पास जो कà¥à¤› à¤à¥€ देख रहे हंै यथा जलसà¥à¤°à¥‹à¤¤, नदियां, परà¥à¤µà¤¤, वृकà¥à¤· आदि अनेक पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ उपहार हैं जिनके बिना कà¥à¤› à¤à¥€ समà¥à¤à¤µ नहीं है। पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤•à¤¾à¤² में लोग पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• में ही रहते थे और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनà¥à¤°à¥‚प ही जीवनयापन करते थे इसलिये वे आज की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में अधिक सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ थे और वातावरण में पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण à¤à¥€ नहीं था। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय मंे नीड कलà¥à¤šà¤° के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ गà¥à¤°à¥€à¤¡ कलà¥à¤šà¤° हावी हो गया है, आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ की जगह लालच ने ले ली है। जिससे पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का अवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• तरीके से दोहन अधिक हो रहा है, शहरीकरण हो रहा है तथा पहले जहां हरे-à¤à¤°à¥‡ जंगल थे वहां पर कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ के जंगल खड़े हो गये हंै जिसके कारण हमारी धरती और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित हो रही है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि कोरोना à¤à¤• चेतावनी हैं, पूरी मानवता के लिये कि अब तो जागो नही ंतो बहà¥à¤¤ देर हो जायेगी। कोरोना पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का à¤à¥‡à¤œà¤¾ हà¥à¤† à¤à¤• राजदूत है, जिसकी आवाज़ को अनसà¥à¤¨à¤¾ करना मानवमातà¥à¤° के अहित में होगा। बडे़ ही धीरे से पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ने à¤à¤• इशारा किया है, इन इशारों को समà¤à¤¨à¥‡ की जरूरत है। आज दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के कई देश इस अदृशà¥à¤¯ वायरस के संकà¥à¤°à¤®à¤£ से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ है। पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की बहà¥à¤¤ बड़ी आबादी कोविड-19 से संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ हैं और लाखों लोग इस संकà¥à¤°à¤®à¤£ के कारण काल के गाल में समा गठहै। कोरोना वायरस ने निपटने का कोई ठोस उपाय अà¤à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के पास नहीं है, इससे बचने का न तो कोई टीका है न ही अनà¥à¤¯ कोई उपचार है। धरती पर कोविड-19 जैसे और दूसरे वायरस उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो रहे हैं जो मानव की शकà¥à¤¤à¤¿, बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿, कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾, साहस और विवेक को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दे रहे हैं। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का असंतà¥à¤²à¤¨ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सामने अनेक चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ खड़ी कर रहा है। लगता है अब तो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ सीधे तौर पर यह चेतावनी दे रही है कि, अब à¤à¥€ समय है, संà¤à¤² जाओ वरना बहà¥à¤¤ देर हो जायेगी।