हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° विजयदशमी परà¥à¤µ पर मां मनसा देवी टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ महेंदà¥à¤° रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने चरण पादà¥à¤•à¤¾ सà¥à¤¥à¤² पर विधि विधान से माठमनसा की मूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा की व मंदिर का जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° कराया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° विजयदशमी परà¥à¤µ पर मां मनसा देवी टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ महेंदà¥à¤° रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने चरण पादà¥à¤•à¤¾ सà¥à¤¥à¤² पर विधि विधान से माठमनसा की मूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा की व मंदिर का जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° कराया। माठमनसा देवी मंदिर में ऊपर न जा पाने वाले शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ चरण पादà¥à¤•à¤¾ मंदिर में ही मां मनसा देवी के दरà¥à¤¶à¤¨ कर सकेंगे। रविवार को पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ काल से ही मां मनसा देवी की मूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा की पूजा पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहो गई थी। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने बताया कि चरण पादà¥à¤•à¤¾ मंदिर का जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° किया गया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि चरण पादà¥à¤•à¤¾ मंदिर और वट वृकà¥à¤· यहां हजारों साल से है। हजारों साल पहले जब अखाड़े की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ यहां हà¥à¤ˆ थी तब से ही मंदिर बना हà¥à¤† है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा माता का उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ हà¥à¤† था कि मैं यहीं माठमनसा देवी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करूं। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोरोना काल में यहां पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ से ये सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ शà¥à¤¦à¥à¤§ और पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ हो गया। इसी को देखते हà¥à¤ यहां मनसा मैया की मूरà¥à¤¤à¤¿ की विधि विधान से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा की गई है। कहा कि जो शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ ऊपर परà¥à¤µà¤¤ पर मां मनसा देवी के मंदिर नहीं जा पाते हैं अब वह चरण पादà¥à¤•à¤¾ मंदिर में ही मां मनसा देवी के दरà¥à¤¶à¤¨ कर लाठपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकेंगे। लेकिन परà¥à¤µà¤¤ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ मां मनसा देवी के मंदिर जाना à¤à¥€ जरूरी है। जो वहां के दरà¥à¤¶à¤¨ करने के बाद यहां के दरà¥à¤¶à¤¨ करेगा उसे दोगà¥à¤¨à¤¾ लाठपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होगा। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि मां मनसा मैया की कृपा से सà¤à¥€ कषà¥à¤Ÿ दूर हो जाते हैं। आज उनकी कृपा से हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° ही नहीं संपूरà¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤² है। विजयदशमी के दिन मूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा का अलग ही महतà¥à¤µ होता है। इस दिन अधरà¥à¤® पर धरà¥à¤® की विजय हà¥à¤ˆ थी और à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® ने रावण का अंत किया था। à¤à¤—वान राम हिंदà¥à¤“ं के आसà¥à¤¥à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं। मां à¤à¤—वती की आराधना करते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने मां à¤à¤—वती की विधि विधान से पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर नवरातà¥à¤° वà¥à¤°à¤¤ को संपनà¥à¤¨ किया। इस अवसर पर निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत राधे गिरी, महंत राम रतन गिरी,महंत महेश गिरी,महंत नरेश गिरी, महंत बलवीर पà¥à¤°à¥€, महंत राजेंदà¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,दिगंबर राजपà¥à¤°à¥€, मां मनसा देवी टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ अनिल शरà¥à¤®à¤¾ , टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ बिंदॠगिरी टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ राज गिरी और संदीप अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², हेमंत टà¥à¤Ÿà¥‡à¤œà¤¾, पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• सूरी, सà¥à¤‚दर राठौर, मनोज मंतà¥à¤°à¥€, अरà¥à¤œà¥à¤¨ आदि लोग मां à¤à¤—वती की पूजा आराधना में चरण पादà¥à¤•à¤¾ सà¥à¤¥à¤² पर शामिल रहे।