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वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के समस्त जनपदों के महिला स्वयं सहायता समुह से संवाद की।


प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज आत्म निर्भर नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम के तहत वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के समस्त जनपदों के महिला स्वयं सहायता समुह से संवाद की।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी/दिनांक 18 अगस्त, 2021, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज आत्म निर्भर नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम के तहत वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के समस्त जनपदों के महिला स्वयं सहायता समुह से संवाद की। जनपद से विकास भवन सभागार पौडी से जिलाधिकारी डा0 विजय कुमार जोगदण्डे एवं समस्त विकास खण्डों से पहुंचे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया। जबकि जनपद के चंद्रबदनी स्वयं सहायता समूह की महिला से मा0 मुख्यमंत्री श्री धामी ने बातचीत की तथा समूह में हो रहे कार्यों की जानकारी भी ली। मा. मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह को कहा कि ज्यादा से ज्यादा उत्पादों को बढ़ावा दे, जिससे बेहतर आमदनी बढ़ सकेगी। महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से वार्ता की जिसमे पौड़ी के चंद्रबदनी स्वयं सहायता समूह की बबीता देवी उमंग क्लस्टर बैकरी का कार्य कर रही हैं। वहीं मा. मुख्यमंत्री ने देहरादून में भारत सरकार की राष्ट्रीय पुरस्कार से चयनित जनपद गढ़वाल के गौरी स्वयं सहायता समूह ओजली को एलईडी बल्ब बनाने की उत्कृष्ट कार्य पर 01 लाख धनराशि का चैक तथा स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया। इधर विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी द्वारा एनआरएलएम योजना के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न बैंकों के सहयोग से स्वीकृत सीसीएल चेकों का वितरण किया गया। जिलाधिकारी ने विष्णु स्वयं सहायता समूह ग्राम सभा नकोट को 02 लाख धनराशि, नागराजा स्वयं सहायता समूह वजली, विशाल स्वयं सहायता समूह भिताई मल्ली, विकास स्वयं सहायता समूह बुढ़ाकोट, जय धारी स्वयं सहायता समूह सिरौली, विष्णु भगवान स्वयं सहायता समूह बिचली ढाँढरी खरकोटा को 01-01 लाख धनराशि के चेक, चंद्रबदनी स्वयं सहायता समूह मासौं तल्ला को 88 हजार धनराशि के चेक तथा जय भैरवनाथ स्वयं सहायता समूह जय खोली रेवड़ी को 50 हजार धनराशि के चेक वितरित किये। जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आगे भी इसी तरह कार्य करते रहेगे। कहा कि जब आर्थिक विकास किया जाता है तब उसमें पुरुष का उतना योगदान नहीं रहता जितना महिलाओं का है। जितना महिला सक्षम हो सकती है उतना उनका परिवार सक्षम हो जाता है। महिलाओं के कार्य करने से स्वयं सहायता समूह या बडे स्तर पर कार्य करने से क्षेत्र में स्वरोजगार के प्रति जागरूकता तथा क्षेत्र का विकास होता है। पलायन की भी चिंता कम होता है। आने वाले जनरेशन भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित होगा। आपने जो बीज बोया है उसे आगे बढ़ाये किसी भी दशा में अपना काम को रूकने न दे। किसी भी तरह की परेशानी आने पर विभागीय अधिकारी से संपर्क करें वे आपके मद्द के लिए सहयोग करेगा। उन्होने कहा कि अन्य के लिए प्रेरणा बने इस तरह से कार्य को गति दे। उन्होंने कहा कि अपने समूह को उद्योग की ओर बढाये ताकि आर्थिक विकास को और अधिक गति मिल सकें।

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