उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की गà¥à¤°à¥€à¤·à¥à¤®à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ राजधानी गैरसैंण (à¤à¤°à¤¡à¥€à¤¸à¥ˆà¤£) मे राजà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ दिवस की 21वीं वरà¥à¤·à¤—ांठपूरी गरिमा के साथ ‘‘उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड महोतà¥à¤¸à¤µâ€™â€™ के रूप में हरà¥à¤·à¥‹à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¸ के साथ मनाई गई।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
चमोली 09 नंवबर,2021, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की गà¥à¤°à¥€à¤·à¥à¤®à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ राजधानी गैरसैंण (à¤à¤°à¤¡à¥€à¤¸à¥ˆà¤£) मे राजà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ दिवस की 21वीं वरà¥à¤·à¤—ांठपूरी गरिमा के साथ ‘‘उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड महोतà¥à¤¸à¤µâ€™â€™ के रूप में हरà¥à¤·à¥‹à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¸ के साथ मनाई गई। आईटीबीपी, पà¥à¤²à¤¿à¤¸, होमगारà¥à¤¡ के जवानो ने विधानसà¤à¤¾ परिसर में à¤à¤µà¥à¤¯ सेरेमोनियल परेड का आयोजन किया गया। वही सà¥à¤•à¥‚ली बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• दलों ने रंगारंग सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी। राजà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ दिवस पर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी ने à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€à¤¸à¥ˆà¤‚ण विधानसà¤à¤¾ परिसर में शहीद राजà¥à¤¯ आंदोलनकारियों को नमन करते हà¥à¤ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विकास योजनाओं का लोकापरà¥à¤£-शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ के साथ ही पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के विकास के लिठमहतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ घोषणाà¤à¤‚ à¤à¥€ की। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी ने विधानसà¤à¤¾ परिसर à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€à¤¸à¥ˆà¤‚ण में शहीद राजà¥à¤¯ आंदोलनकारियों को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ सà¤à¥€ राजà¥à¤¯ आंदोलनकारियों को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• नमन किया और विधानसà¤à¤¾ परिसर गैरसैंण (à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€à¤¸à¥ˆà¤‚ण) से पूरे पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¤µà¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को राजà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ दिवस की हारà¥à¤¦à¤¿à¤• शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ दी। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा कि आज उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के लिठविशेष दिन है। लंबे संघरà¥à¤· और बलिदान के बाद हमें यह दिन देखने को मिला है। इसके लिठअसंखà¥à¤¯ गà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤® लोगों ने संघरà¥à¤· किया। बचà¥à¤šà¥‡, यà¥à¤µà¤¾, महिला, बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— सब सड़क पर उतरे थे। माताओं और बहनों ने अपमान सहा। ये राजà¥à¤¯ हमें लाठी, गोली और दमन से मिला है। खटीमा, मसूरी और मà¥à¤œà¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र के दमन को हम कà¤à¥€ à¤à¥‚ल नहीं सकते। मैं खटीमा का निवासी हूà¤, मैंने अपनी आंखों से उस दमन को देखा है। मैं आज उन शहीदों और आंदोलनकारियों को नमन करता हूं जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस राजà¥à¤¯ के लिठअपने जीवन को, अपने परिवार की खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को होम कर दिया। यह शांति की धरती है, यह कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति की धरती है। यह हीरों को जनने वाली धरती है, यह वीरों को जनने वाली धरती है। ये जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की धरती है, यह आन-बान-शान की धरती है। हमारा संकलà¥à¤ª है कि जिस धà¥à¤¯à¥‡à¤¯ के लिठइस राजà¥à¤¯ के लिठसंघरà¥à¤· किया गया और राजà¥à¤¯ की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की गई, उसके लिठहम कृत संकलà¥à¤ª हैं। हम उनके तà¥à¤¯à¤¾à¤—, बलिदान और संघरà¥à¤· को वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ जाने नहीं देंगे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€, à¤à¤¾à¤°à¤¤ रतà¥à¤¨ परम शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को à¤à¥€ सà¥à¤®à¤°à¤£ करते हà¥à¤ कहा कि उनके पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ रहते उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड राजà¥à¤¯ का सपना साकार हà¥à¤†à¥¤