विशà¥à¤µ हिंदू परिषद के अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥€ राम जनà¥à¤®à¤à¥‚मि तीरà¥à¤¥ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° नà¥à¤¯à¤¾à¤¸ के महामंतà¥à¤°à¥€ चंपत राय ने अपने हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ के अंतिम दिन पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® "पà¥à¤°à¥‡à¤¸ से मिलिये" कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ विशà¥à¤µ हिंदू परिषद के अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥€ राम जनà¥à¤®à¤à¥‚मि तीरà¥à¤¥ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° नà¥à¤¯à¤¾à¤¸ के महामंतà¥à¤°à¥€ चंपत राय ने अपने हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ के अंतिम दिन पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® "पà¥à¤°à¥‡à¤¸ से मिलिये" कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राजेंदà¥à¤° नाथ गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ व महासचिव राजकà¥à¤®à¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चंपत राय का मालारà¥à¤ªà¤£ कर शॉल उठाकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पà¥à¤°à¥‡à¤¸ को अयोधà¥à¤¯à¤¾ में निरà¥à¤®à¤¾à¤£à¤¾à¤§à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€ राम मंदिर के विषय में जानकारी देते हà¥à¤ चंपत राय ने कहा कि 500 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ की जदà¥à¤¦à¥‹à¤œà¤¹à¤¦, संघरà¥à¤· और आंदोलन के बाद à¤à¤µà¥à¤¯ राम मंदिर निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हो रहा है। अयोधà¥à¤¯à¤¾ के रामकोट मà¥à¤¹à¤²à¥à¤²à¥‡ में à¤à¤• टीले पर लगà¤à¤— 500 साल पहले 1528-1530 में बने निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पर लगे शिलालेख के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यह निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हमलावर मà¥à¤—ल बादशाह बाबर के आदेश पर उसके गवरà¥à¤¨à¤° मीर बाकी ने बनवाया था। इसका कोई रिकॉरà¥à¤¡ नहीं है कि बाबर अथवा मीर बाकी ने यह जमीन कैसे हासिल की और निरà¥à¤®à¤¾à¤£ से पहले वहां कà¥à¤¯à¤¾ था? कहा जाता है कि इस निरà¥à¤®à¤¾à¤£ को लेकर हिंदà¥à¤“ं और मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में कई बार संघरà¥à¤· हà¥à¤à¥¤ 1949 में हिंदà¥à¤“ं ने उकà¥à¤¤ ढांचे के केंदà¥à¤° सà¥à¤¥à¤² पर रामलला की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ रखकर पूजा-अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ की थी। विशà¥à¤µ हिंदू परिषद ने 1984 में विवादत ढांचे के ताले खोलने, राम जनà¥à¤®à¤à¥‚मि को सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° कराने और यहां मंदिर निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठà¤à¤• अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥‚ किया। अयोधà¥à¤¯à¤¾ के उस सà¥à¤¥à¤² पर मालिकाना हक को लेकर साल 2002 में इलाहाबाद हाईकोरà¥à¤Ÿ के तीन नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤§à¥€à¤¶à¥‹à¤‚ की खंडपीठने सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¥‚ की।