बीते 25 दिसंबर को राजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित राजà¥à¤¯ सरकार की आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ योजना को तीन साल पूरे हो गठहैं। गà¥à¤œà¤°à¥‡ तीन सालों में कà¥à¤² जमा जो आंकड़ा सामने आया है निसंदेह ही वह योजना की अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ सफलता की सà¥à¤–द कहानी बयां कर रहा है। और आठदिन आ रहे लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के फीडबैक जनकलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• मायनों à¤à¥€ समà¤à¤¾ रहे हैं।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज à¤à¤¾à¤°à¤¤
देहरादूनः (राजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£) बीते 25 दिसंबर को राजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित राजà¥à¤¯ सरकार की आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ योजना को तीन साल पूरे हो गठहैं। गà¥à¤œà¤°à¥‡ तीन सालों में कà¥à¤² जमा जो आंकड़ा सामने आया है निसंदेह ही वह योजना की अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ सफलता की सà¥à¤–द कहानी बयां कर रहा है। और आठदिन आ रहे लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के फीडबैक जनकलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• मायनों à¤à¥€ समà¤à¤¾ रहे हैं। पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में 25 दिसंबर 2018 को अटल आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ योजना का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤† था। आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ योजना से इतर राजà¥à¤¯ में बीपीà¤à¤², à¤à¤ªà¥€à¤à¤² से लेकर सरकारी व गैर सरकारी, बेरोजगार, महिला पà¥à¤°à¥‚ष, बचà¥à¤šà¥‡ जवान बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों यानी सबके लिठमà¥à¤«à¥à¤¤ उपचार की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ इस योजना के अंतरà¥à¤—त रखी गई। किसी à¤à¥€ योजना के संचालन में पूरà¥à¤µ में बेशक कà¥à¤› दिकà¥à¤•à¤¤à¥‡à¤‚ जरूर आती हैं लेकिन मातà¥à¤° तीन साल की समयावधि में पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ योजना ने जो रफà¥à¤¤à¤¾à¤° पकड़ी है वह काबिलेगौर तो है ही पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय à¤à¥€ है। हर आय वरà¥à¤— के लोगों ने इस योजना का लाठलिया है। सà¥à¤–द है किं 28 दिसंबर 2021 तक 3.98 लाख बार मरीज योजना के अंतरà¥à¤—त सूचीबदà¥à¤§ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ में मà¥à¤«à¥à¤¤ उपचार ले चà¥à¤•à¥‡ हैं। जिस पर 5.78 अरब की धनराशि खरà¥à¤š हो चà¥à¤•à¥€ है। पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में मैदानी और पहाड़ी मिलाकर कà¥à¤² 13 जनपद हैं। पहाड़ी जनपदों के करà¥à¤‡à¥à¤° गांव तो अतिदà¥à¤°à¥à¤—म हैं जहां सूचनाओं तक का पहà¥à¤‚चना आज à¤à¥€ आसान नहीं हैं। लेकिन आज सच यह है कि पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में अब शायद ही कोई à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° होगा जहां आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ योजना का लाठया जानकारी न पहà¥à¤‚ची हो। सोशल मीडिया के जरिठà¤à¥€ योजना के लाठकी जानकारियां मैदान छोड़ सà¥à¤¦à¥‚रवरà¥à¤¤à¥€ गावों से लेकर उतà¥à¤¤à¤‚ग शिखरों के बीच बसे वासिंदों तक à¤à¥€ आसानी से पहà¥à¤‚ची हैं। योजना को लेकर आम जन की सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ इस बात का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ है। योजना का संचालन कर रहे राजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£ की ओर से à¤à¥€ सूचीबदà¥à¤§ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ की मॉनिटरिंग के साथ ही कारà¥à¤¡ धारकों को समà¥à¤šà¤¿à¤¤ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराने के लिठअपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¥€ अनवरत जारी हैं। मà¥à¤«à¥à¤¤ में बेहतर सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेवाà¤à¤‚ मिली तो कारà¥à¤¡ बनाने को लेकर à¤à¥€ लोगों में आकरà¥à¤·à¤£ बà¥à¤¨à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• है। à¤à¤• लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ अब दूसरे आमजन के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ बन रहे हैं। अà¤à¥€ तक पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में 45.52 लाख कारà¥à¤¡ धारक हैं, और यह आंकड़ा दिनों दिन बॠही रहा है। लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के फीडबैक से साफ है कि सामानà¥à¤¯ जरूरतें तो à¤à¤¡à¤œà¤¸à¥à¤Ÿ की जा सकती हैं लेकिन जब मà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤ जान पर बन आई हो तो वहां à¤à¤¡à¤œà¤¸à¥à¤Ÿà¤®à¥‡à¤‚ट की गà¥à¤‚जाइश नहीं रहती। आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ योजना कईयों को मौत के मà¥à¤¹à¤‚ से बचाया है। खासतौर पर जरूरतमंदों को तो आयà¥à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¨ योजना ने नया जीवन देने का काम किया है।