यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ फंसे मेडिकल के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की हालत लगातार खराब होती जा रही है। उन तक राहत नहीं पहà¥à¤‚च पा रही है। वे सिरà¥à¤« मैसेज और वीडियो काल के माधà¥à¤¯à¤® से मदद की गà¥à¤¹à¤¾à¤° कर रहे हैं। दूतावास तक उनकी बात नहीं पहà¥à¤‚च पा रही है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ फंसे मेडिकल के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की हालत लगातार खराब होती जा रही है। उन तक राहत नहीं पहà¥à¤‚च पा रही है। वे सिरà¥à¤« मैसेज और वीडियो काल के माधà¥à¤¯à¤® से मदद की गà¥à¤¹à¤¾à¤° कर रहे हैं। दूतावास तक उनकी बात नहीं पहà¥à¤‚च पा रही है। à¤à¤• छातà¥à¤° ने वीडियो à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° वहां के हालात बयां किठहैं। उसका कहना है कि हम बंकरà¥à¤¸ में हैं। वहां पर माइनस दो डिगà¥à¤°à¥€ तापमान है। कंबल में ही दिन रात गà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¨à¥€ पड़ रही है। सादाबाद कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के 10 छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ वहां फंसे हà¥à¤ हैं। उनके माता-पिता के चेहरे पर ङà¥à¤•à¥à¤·à¤šà¤¤à¤¾ की लकीरें खेती चली जा रही है। यह सà¤à¥€ लोग ईशà¥à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कर रहे हैं कि उनके ब'चों को सकà¥à¤¶à¤² उनके पास पहà¥à¤‚चा दें इनके माता-पिता ने बताया कि ब'चों से लगातार बातचीत हो रही है, जिससे वह संतà¥à¤·à¥à¤Ÿ हैं लेकिन वह अपने बचà¥â€à¤šà¥‹à¤‚ को अपने पास ही देखना चाहते हैं। वहीं पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ और शासन की ओर से हेलà¥à¤ªà¤²à¤¾à¤‡à¤¨ नंबर जारी करने के अलावा वेबसाइट à¤à¥€ जारी की है। दकà¥à¤· चौधरी ने अपने पिता को बताया कि सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बहà¥à¤¤ à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹ होती जा रही है। धीरे-धीरे खाने पीने की किलà¥à¤²à¤¤ पैदा हो रही है। पूरà¥à¤µà¥€ छोर पर हैं जबकि पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ छोर के ब'चों को सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶ पहà¥à¤‚चाया जा रहा है। सरकार इस बारे में सोचें कि आखिरकार पूरà¥à¤µà¥€ छोर के ब'चों को किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶ लाया जाà¤à¤—ा। दकà¥à¤· चौधरी के पिता बता रहे हैं कि हालांकि उनका बेटा उनको तसलà¥à¤²à¥€ दे रहा है लेकिन वहां की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को देखते हà¥à¤ अब उनको तसलà¥à¤²à¥€ नहीं हो रही। अब वे चाहते हैं कि किसी à¤à¥€ तरह से उनका बेटा उनके पास आ जाठतà¤à¥€ उनको चैन आ पाà¤à¤—ा। शिवानी गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ के पिता दिनेश चंद गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ का कहना है कि जब देश के अनà¥à¤¯ ब'चे आ रहे हैं तो आखिर उनके ब'चों हो किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° नहीं लाया जा रहा यह समठसे परे है|