60-70 बचà¥à¤šà¥‡ अंदर किठगठऔर फिर से बॉरà¥à¤¡à¤° बंद हो गया। बताया गया कि शाम को चार-पांच बजे दोबारा खà¥à¤²à¥‡à¤—ा। सबसे बड़ी दिकà¥à¤•à¤¤ यह है कि कोई रोसà¥à¤Ÿà¤° या शेडà¥à¤¯à¥‚ल तय नहीं है कि कब कितने बचà¥à¤šà¥‡ बॉरà¥à¤¡à¤° से पार किठजाà¤à¤‚गे। अब à¤à¥€ लगà¤à¤— छह हजार बचà¥à¤šà¥‡ फंसे हà¥à¤ हैं।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
सबसे खराब सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ में फंसे वो छातà¥à¤° हैं जो रोमेनिया बॉरà¥à¤¡à¤° पर इकटà¥à¤ ा हà¥à¤ हैं। घर कब जा पाà¤à¤‚गे यह पता नहीं है और बॉरà¥à¤¡à¤° पर न रात गà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¨à¥‡ की कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ है, न खाने-पीने का कोई इंतजाम है। सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ यह है कि बॉरà¥à¤¡à¤° के आसपास के जो रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट हैं, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने यहां 'नो इंडियंस अलाउड' का बोरà¥à¤¡ लगा रखा है। à¤à¤¾à¤‚सी के रहने वाले डॉ. à¤à¤¸à¤à¤¸ सिंह, जो कि इस समय महोबा के à¤à¤• राजकीय महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ हैं, उनका बेटा अखिल यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ में मेडिकल का छातà¥à¤° है। हजारों अनà¥à¤¯ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की तरह वह à¤à¥€ रोमेनिया बॉरà¥à¤¡à¤° पर फंसा हà¥à¤† है। अखिल ने बातचीत में बताया कि उनका लगà¤à¤— डेॠसौ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का à¤à¤• गà¥à¤°à¥à¤ª बस से रात à¤à¤° का सफर तय करके रोमेनिया पहà¥à¤‚चा। बॉरà¥à¤¡à¤° तक का लगà¤à¤— 10 किमी का सफर इन लोगों ने पैदल तय किया। यहां सà¥à¤¬à¤¹ सात बजे बॉरà¥à¤¡à¤° खà¥à¤²à¤¾ तो केवल 60-70 बचà¥à¤šà¥‡ अंदर किठगठऔर फिर से बॉरà¥à¤¡à¤° बंद हो गया। बताया गया कि शाम को चार-पांच बजे दोबारा खà¥à¤²à¥‡à¤—ा। सबसे बड़ी दिकà¥à¤•à¤¤ यह है कि कोई रोसà¥à¤Ÿà¤° या शेडà¥à¤¯à¥‚ल तय नहीं है कि कब कितने बचà¥à¤šà¥‡ बॉरà¥à¤¡à¤° से पार किठजाà¤à¤‚गे। अब à¤à¥€ लगà¤à¤— छह हजार बचà¥à¤šà¥‡ फंसे हà¥à¤ हैं। अखिल ने बताया कि खाने के लिठबिसà¥à¤•à¤¿à¤Ÿ या थोड़े-बहà¥à¤¤ पैकà¥à¤¡ फूड का इंतजाम तो इन लोगों के पास है लेकिन खाने की कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं है। सबसे खराब बात तो यह है कि अगर कोई à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ वहां रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट में जाकर खाना चाहे तो उसका सà¥à¤µà¤¾à¤—त 'नो इंडियंस अलाउड' के साइनबोरà¥à¤¡ से हो रहा है।