श्री राधा कृष्ण धाम के परमाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत समाज की अहम भूमिका है और संत महापुरूषों के सानिध्य में प्राप्त ज्ञान से ही व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिद्वार, 5 सितम्बर। श्री राधा कृष्ण धाम के परमाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत समाज की अहम भूमिका है और संत महापुरूषों के सानिध्य में प्राप्त ज्ञान से ही व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। दिल्ली से आए अरूण कुमार गुप्ता, शालिनी गुप्ता एवं बुच्चा शर्मा द्वारा विश्व कल्याण के लिए आयोजित धार्मिक अनुष्ठान की पूर्णाहूति पर संत सम्मेलन के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि सद्मार्ग पर चलते हुए मानव कल्याण में योगदान करने वाले श्रद्धालुजनों पर ईश्वर की कृपा सदैव बनी रहती है। इसलिए सभी को सद्गुरू के सानिध्य में धर्म व अध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए सदैव मानव सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। श्रद्धालुओं को आशीर्वचन प्रदान करते हुए सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि धार्मिक अनुष्ठानों से देश में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। संत महापुरूषों के आशीर्वाद से धार्मिक अनुष्ठान अवश्य फलीभूत होगा। विश्व में शांति और मानव कल्याण का वातावरण बनेगा। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि व महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि आध्यात्मिक गुरू के रूप में समाज का मार्गदर्शन कर रहे सतपाल ब्रह्मचारी के सानिध्य में लाखों भक्त मानव कल्याण व धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में सहयोग कर रहे हैं। जो संत समाज के लिए गौरव की बात है। स्वामी शिवानंद भारती व महंत निर्मलदास महाराज ने कहा कि विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज के निर्बल वर्ग की सेवा में सतपाल ब्रह्मचारी का योगदान सभी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में किए गए धार्मिक अनुष्ठान का कई गुणा पुण्य फल प्राप्त होता है। अरूण कुमार गुप्ता, सोहनलाल शर्मा, मनोज गुप्ता, बलराम शर्मा व बुच्चा शर्मा ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। अरूण कुमार गुप्ता, बुच्चा शर्मा व सोहनलाल शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हरिद्वार के पावन गंगा तट पर संत महापुरूषों के दर्शन व उनका सानिध्य प्राप्त करने का अवसर भाग्य से प्राप्त होता है और संत महापुरूषों का आशीर्वाद भी भगवान के आशीर्वाद के समान होता है। वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें एक ही स्थान पर अनेक महान विभूतियों के दर्शन का अवसर प्राप्त हुआ। इस अवसर पर बाबा हठयोगी, महंत दुर्गादास, महंत नारायण दास पटवारी, महंत निर्मल दास, महंत प्रेमदास, महंत प्रमोददास, महंत गोविंददास, महंत विष्णुदास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी दिनेश दास, स्वामी कृष्णानंद, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, महंत सूरज दास, महतं प्रह्लाद दास, स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी ऋषिश्वरानंद, स्वामी अनंतानंद, थानेश्वर शर्मा, पार्षद महावीर वशिष्ठ, ओम पहलवान, समाजसेवी अतुल शर्मा, अंकित शर्मा, प्रदीप शर्मा, तरूण व्यास, नितिन यादव, आदि सहित अनेक श्रद्धालुजन मौजूद रहे।