भाजपा ने विकसित भारत की नींव रखने वाले चुनाव में राय देने के लिए सभी सम्मानित मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है । कार्यकर्ताओं द्वारा मेहनत की पराकाष्ठा पर प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने संतोष व्यक्त करते हुए, मोदी के पक्ष में रिकॉर्ड जनमत का भरोसा जताया है ।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
देहरादून 19 अप्रैल। भाजपा ने विकसित भारत की नींव रखने वाले चुनाव में राय देने के लिए सभी सम्मानित मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है । कार्यकर्ताओं द्वारा मेहनत की पराकाष्ठा पर प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने संतोष व्यक्त करते हुए, मोदी के पक्ष में रिकॉर्ड जनमत का भरोसा जताया है । जनता ने वोट की चोट से देवभूमि से सनातन के खिलाफ नफरत की दुकान को बंद करने का काम किया है । पहले मतदान फिर जलपान की नीति पर आगे बढ़ते हुए श्री भट्ट ने चमोली स्थित अपने गांव ब्राह्मण थाला के बूथ नंबर 175 पर अपने अधिकार का प्रयोग किया । मतदान को लेकर मीडिया के लिए जारी बयान में उन्होंने कहा, प्रदेश के सभी 11729 बूथों से हमें कार्यकर्ताओं के फीड बैक प्राप्त हुए हैं। इन पोलिंग स्टेशनों में बूथ टोली के अतिरिक्त मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, सभी मंत्री वर्तमान एवं निवर्तमान सांसद सभी विधायक पार्टी पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने मतदाताओं का सहयोग एवं हौसला बढ़ाने का काम किया है। कार्यकर्ताओं के माध्यम से मिले मोदी प्रणाम को स्वीकार करते हुए, जनता ने उन्हें तीसरी बार पीएम बनाने की जिद्द वोटों में दिखाई हैं । उनके उत्साह से स्पष्ट नजर आया कि अब वे देश को विकसित बनाने के निर्णायक सफर पर मोदी जी के नेतृत्व में बढ़ना चाहते हैं । जिस तरह लोगों ने मुखर होकर होकर मत दिया है उससे हमे विश्वास है कि 4 जून को मोदी परिवार 400 पार होगा, जिसमे राज्य की पांचों सीटें भी शामिल होंगी। उन्होंने मतदान प्रक्रिया को लेकर विपक्ष के आरोपों को सरासर बेबुनियाद ओर निश्चित नजर आने वाली हार की हताशा करार दिया है । सालों से लगातार हार का ठीकरा ईवीएम, पुलिस प्रशासन, चुनाव आयोग पर फोड़ने की कोशिशों को जनता अब पूरी तरह पहचान चुकी है । अपनी जीत में इन्हें कोई गड़बड़ी नजर नहीं आती है और लोकतंत्र की जीत दिखाई देती है। वहीं इन्हे भाजपा की जीत में चुनावी प्रक्रिया में खोट और लोकतंत्र खतरे में दिखाई देता हैं। जबकि सच्चाई यह है कि देश की तरह देवभूमि में भी मोदी लहर को देखते हुए इनके तकरीबन सभी बड़े नेताओं ने पहले ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। जिन्होंने औपचारिकता के लिए चुनाव लडा, उनमें अधिकांश को मतदान के रुख को देखते हुए, जमानत बचाने की चिंता सता रही है । कांग्रेस आरोप लगाकर, अपनी हार की भूमिका तैयार करने लगी है, लेकिन भाजपा की निगाहें इस बात पर है कि सभी सीटों को 5 लाख से और कितना अधिक मतों के अंतर से हम जीतने वाले हैं ।