उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड से आए सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट लेकर संकल्प के साथ स्वामी विवेकानंद के विचारों को आगे बढ़ाने और सेवा प्रकल्पों गति देने के लिए प्रेरित किया गया।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
दो दिवसीय रामकृष्ण विवेकानंद प्रचार परिषद के 17 में वार्षिक सम्मेलन का रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम कनखल में समापन हुआ। उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड से आए सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट लेकर संकल्प के साथ स्वामी विवेकानंद के विचारों को आगे बढ़ाने और सेवा प्रकल्पों गति देने के लिए प्रेरित किया गया। समापन सत्र में पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर महावीर प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि वे संतों के दर्शन से अभीभूत हुए हैं । उन्होंने महर्षि वेदव्यास का संदर्भ देते हुए कहा कि हमें वही करना चाहिए हम जो हम दूसरे से चाहते हैं। हमें नित्य जीवन में धर्म को सुनना और उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। गुरुकुल कांगड़ी के सेवानिवृत प्रोफेसर प्रेमचंद शास्त्री ने भी अपने जीवन के संस्मरण कहे जो उनके रामकृष्ण मिशन के साथ बीते। रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम के सचिव स्वामी दया मूर्तिआनंद ने सब का धन्यवाद किया। रामकृष्ण सेवा आश्रम समिति रुड़की के राजकुमार उपाध्याय एवं विवेक कंबोज और संयोजक अमितेश अमित ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। विश्व कल्याण की भावना के साथ सम्मेलन का समापन हुआ।