श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में गंगा सप्तमी पर्व के अवसर पर ऋषिकुल घाट पर मां गंगा की पूजा अर्चना और दुग्धाभिषेक किया गया।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
हरिद्वार, श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के संयोजन में गंगा सप्तमी पर्व के अवसर पर ऋषिकुल घाट पर मां गंगा की पूजा अर्चना और दुग्धाभिषेक किया गया। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि बैशाखा शुक्ल की सप्तमी को ब्रह्मा के कमंडल से निकल पृथ्वी पर आयी मां गंगा करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र व देश की धरोहर है। गोमुख से गंगा सागर तक बहने वाली गंगा देश की जीवन रेखा भी है। गंगा के जल में स्नान और आचमन और दर्शन मात्र से ही सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। उन्होंने कहा कि गंगा जीते जी तो मानव का कल्याण करती है। मृत्यु के बाद मोक्ष भी प्रदान करती है। लेकिन मानवीय भूलों के चलते आज गंगा प्रदूषित हो रही है। सभी का दायित्व है कि गंगा की निर्मलता, अविरलता और स्वच्छता का बनाए रखे। किसी भी प्रकार की गंदगी गंगा में डालें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। सभी के सम्मिलित सहयोग से ही गंगा को प्रदूषण से बचाया जा सकता है। आचार्य पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदू धर्म शास्त्रों में गंगा को पूज्यनीय व मोक्षदायिनी कहा गया है। इसलिए सभी को मानव मात्र के कल्याण के लिए धरती पर अवतरित हुई मां गंगा को प्रदूषण से बचाने का संकल्प लेना चाहिए। संजय कुमार, संजू अग्रवाल, विनोद सैनी, आदेश कुमार, भोलू सैनी, सुनील प्रजापति, जलज कौशिक, वासुदेव, कुलदीप शर्मा, हरीओम सैनी आदि मौजूद रहे।