ऋषिकेश में टीएचडीसीआईएल द्वारा तक्षशिला सतत आजीविका एवं सामुदायिक विकास केंद्र, में "एच.आर. रिट्रीट: नेविगेटिंग इमर्जिंग ट्रेंड्स" एक परिवर्तनकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
ऋषिकेश.16-05-2024: विद्युत क्षेत्र के कार्यबल की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने एवं उन्हें अत्याधुनिक मानव संसाधन तकनीकी समाधान प्रदान करने की प्रतिबद्धता के साथ, ऋषिकेश में टीएचडीसीआईएल द्वारा तक्षशिला सतत आजीविका एवं सामुदायिक विकास केंद्र, में "एच.आर. रिट्रीट: नेविगेटिंग इमर्जिंग ट्रेंड्स" एक परिवर्तनकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर श्री आर.के.विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने अवगत कराया कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड राष्ट्र को किफायती 24x7 विद्युत प्रदान करने की अपनी अटूट प्रतिबद्धता के साथ-साथ उन्नत प्रशिक्षण पद्धतियों और मानव संसाधन पहलों के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) में परिवर्तन को भी प्रेरित कर रहा है। इसके अलावा श्री आर.के.विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने अवगत कराया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मध्यम स्तर के मानव संसाधन प्रबंधकों के लिए तैयार किया गया है जो कि संगठनात्मक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने टीएचडीसीआईएल के तक्षशिला सतत आजीविका और सामुदायिक विकास केंद्र के महत्व को भी रेखांकित किया और नवोन्मेषी हितधारक से जुड़ाव और कौशल वृद्धि पहल के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में इसकी सराहना की। 16 से 18 मई, 2024 तक आयोजित किये जा रहे इस एचआर रिट्रीट कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीमती गीता कपूर, एसजेवीएन लिमिटेड की पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एवं श्री शैलेंद्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसीआईएल द्वारा किया गया। श्रीमती गीता कपूर ने संगठनात्मक प्रगतिशीलता और लचीलेपन को बढ़ावा देने में ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए मानव संसाधनों के तेजी से विकसित हो रहे परिदृश्य को अपनाने के विशेष महत्व पर जोर दिया। उन्होंने संगठनात्मक उत्कृष्टता प्राप्त करने में मानव संसाधन प्रथाओं की परिवर्तनकारी क्षमता पर भी अपने विचार व्यक्त किए।