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गंगोत्री से केदारनाथ पहुँचे शिक्षक नवीन जोंटी सजवाण ,बनाया कीर्तिमान


दुनिया के सबसे खतरनाक ट्रैक में शामिल ऑडेन्स कॉल,खतलिंग ग्लेशियर और मयाली पास पार करके गंगोत्री से केदारनाथ पहुँचे शिक्षक नवीन जोंटी सजवाण ,बनाया कीर्तिमान

रिपोर्ट  - भानु भट्ट

दुनिया के सबसे खतरनाक ट्रैक में शामिल ऑडेन्स कॉल,खतलिंग ग्लेशियर और मयाली पास पार करके गंगोत्री से केदारनाथ पहुँचे शिक्षक नवीन जोंटी सजवाण ,बनाया कीर्तिमान कई उच्च हिमालयी खतरनाक व दुर्गम ट्रैक कर चुके रुद्रप्रयाग जनपद के बसुकेदार निवासी नवीन जोंटी सजवाण ने अपने बुलंद हौसलों की बदौलत गंगोत्री से केदारनाथ(गौरीकुण्ड) तक 100 किमी. लम्बा ऑडेन्स कॉल अभियान पूरा कर लिया है। वह इससे पहले भी वर्ष 2022 में दुनिया के सबसे खतरनाक व कठिन माने जाने वाले कालिंदी खाल दर्रे और हिमाचल प्रदेश की यूनाम चोटी पर भी तिरंगा फहरा चुके हैं। दुनिया के सबसे ऊँचे और कठिन ट्रैक में शामिल ऑडेन्स कॉल ट्रैक को 13 सदस्यीय दल ने सफलतापूर्वक पार कर लिया है। दल ने मात्र 10 दिनों में यह अभियान पूर्ण किया है। गाइड कपिल पँवार ने बताया कि उन्होंने गंगोत्री से ऑडेन्स कॉल, खतलिंग ग्लेशियर, मयाली पास होकर 22वीं बार सकुशल ट्रैकिंग दल को केदारनाथ पहुँचाया है। गाइड कपिल पँवार ने बताया कि ट्रैकिंग दल में शामिल उत्तराखण्ड के एक मात्र सदस्य रुद्रप्रयाग जिले के नवीन जोंटी सजवाण ने 9 जून की सुबह ऑडेन्स बेस कैम्प से मात्र 3 घण्टे में ऑडेन्स कॉल को पार किया। इससे पहले उनके 21 बार के अभियानों में इतने कम समय में कोई भी ट्रैकिंग सदस्य ऑडेन्स कॉल पार नहीं कर पाया है। ट्रैकिंग दल में रुद्रप्रयाग जनपद के रा.उ.प्रा.वि. सेमी के शिक्षक बसुकेदार निवासी नवीन जोंटी सजवाण शामिल हैं। उच्च हिमालय क्षेत्र में कई दुर्गम ट्रैक कर चुके नवीन जोंटी सजवाण ने बताया कि अभियान दल को रास्ते में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनके दल को ऑडेन्स बेस कैम्प में दो दिनों तक लगातार तूफान व बर्फवारी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि साथ ही यह उनकी धार्मिक यात्रा भी रही,कठिन परिस्थितियों के बावजूद वे गंगोत्री से गंगा जल लेकर बाबा केदार को चढ़ाने में भी सफल रहे। उत्तरकाशी की माउंटेनियरिंग व ट्रैकिंग कंपनी माउंट हाइ विंड के सहयोग से ऑडेन्स कॉल-केदारनाथ ट्रैक के लिए सीज़न का पहला दल 05 जून को गंगोत्री से रवाना हुआ था जो 14 जून को सकुशल केदारनाथ (गौरीकुंड) पहुंच गया है। गाइड कपिल पँवार ने बताया कि 50 फ़ीसदी बर्फ से ढके इस ट्रैक को पूरा करने में लगभग 15 से 20 दिन लगते हैं। लेकिन इस ट्रैकिंग दल ने मात्र 10 दिनों में यह अभियान पूरा किया है। इस दल में उच्च हिमालय क्षेत्र में ट्रैकिंग के शौकीन रुद्रप्रयाग जनपद के बसुकेदार निवासी नवीन जोंटी सजवाण सहित दिल्ली के राजीव कुमार, जयपुर के दिलीप कुमार खांडेलवाल, दिलीप नाज़कानी,पश्चिम बंगाल के सुबीर मुखर्जी,अविनिन्दर सिंह,संतोष मोर्ये आदि शामिल हैं। उत्तरकाशी जिले में ऑडेन्स कॉल ट्रैक गंगोत्री धाम को केदारनाथ धाम से जोड़ता है। ऑडेन्स कॉल रुद्रगैरा घाटी और भिलंगना घाटी को जोड़ने वाला एक दर्रा है। लगभग 100 किमी लम्बे इस ट्रैक में रोमांच से भरपूर ख़तरनाक खतलिंग ग्लेशियर व मयाली दर्रे को पार करना बड़ा ही चुनौतीपूर्ण व जोखिम भरा माना जाता है। गंगोत्री धाम से केदारनाथ धाम को जोड़ने वाला ऑडेन्स कॉल ट्रैक दुनिया के सबसे ऊँचे (5490 मी.) ट्रैकों में शुमार है। हिमालय की कन्दराओं, ख़तरनाक चट्टानों और ग्लेशियर के ऊपर से गुजरने वाले इस ट्रैक पर साहसिक व रोमांच के शौकीन ट्रैकर गंगोत्री समूह, जोगिन समूह, भागीरथी समूह, केदार डोम,थलय सागर,कीर्ति स्तम्भ, रुद्रगैरा की सुंदर व बर्फ़ीली चोटियों व सूखा ताल,मासर ताल,पँया ताल व वासुकीताल के दीदार करते हुए केदारनाथ पहुँचते हैं।

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