संतोषी माता आश्रम कनखल में श्रीमद् देवी भागवत पुराण कथा और स्वर्ण जयंती संन्यास समारोह के तीसरे दिन कथा स्थल में पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। कथा शुरू होने से पूर्व कोश्यारी ने संतोषी माता आश्रम में मां महिषासुर मर्दिनी के दर्शन किए और महामंडलेश्वर स्वामी संतोषी माता से धर्म पर चर्चा की।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
हरिद्वार। संतोषी माता आश्रम कनखल में श्रीमद् देवी भागवत पुराण कथा और स्वर्ण जयंती संन्यास समारोह के तीसरे दिन कथा स्थल में पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। कथा शुरू होने से पूर्व कोश्यारी ने संतोषी माता आश्रम में मां महिषासुर मर्दिनी के दर्शन किए और महामंडलेश्वर स्वामी संतोषी माता से धर्म पर चर्चा की। इस अवसर पर भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि संतोषी माता का जीवन समाज को समर्पित है। उन्होंने धर्म के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ समाज की कल्याण के लिए कई कार्य किए हैं। महामंडलेश्वर स्वामी संतोषी माता ने कहा कि श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण करने से मनुष्य को आत्म साक्षात्कार होता है और उसे दिव्य शक्ति प्राप्त होती है। कथा व्यास स्वामी श्रवणानंद सरस्वती वृंदावन वाले महाराज ने कहा कि भगवती की पूजा-अर्चना करने से मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और दोषों से मुक्ति पाकर मनुष्य सुख-संपत्ति प्राप्त करलेता है। उन्होंने कथा को विस्तार देते हुए कहा कि अहंकार ईश्वर का भजन है। अहंकार करने वाला मनुष्य कभी मोक्ष प्राप्तनहीं कर सकता। इस अवसर पर ईश्वर अग्रवाल, सरोज अग्रवाल मुख्य ट्रस्टी अशोक शांडिल्य, योगेश पांडे, भाजपा के वरिष्ठ नेता हरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।