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निःशुल्क दिव्यांगता मुक्त शिविरों का आयोजन


प्रधानमंत्री भारत नरेन्द्र मोदी जी के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर और उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जन्मदिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में दिव्यांगता मुक्त उत्तराखंड़ शिविर का शुभारम्भ किया गया।

रिपोर्ट  - आल न्यूज़ भारत

ऋषिकेश, 16 सितम्बर। प्रधानमंत्री भारत नरेन्द्र मोदी जी के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर और उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जन्मदिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में दिव्यांगता मुक्त उत्तराखंड़ शिविर का शुभारम्भ किया गया। परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश और महावीर सेवा सदन, कोलकाता के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दिव्यांगता मुक्त उत्तराखंड़ एवं भारत अभियान विधिवत रूप से वर्ष 2022 से शुरू किया गया था। आज परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, माननीय विŸा, शहरी विकास, पुनर्वास जनगणना मंत्री श्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल जी, महावीर सेवा सदन के प्रमुख श्री विनोद बागरोड़िया जी और अन्य विशिष्ट विभूतियों ने दीप प्रज्वलित कर दिव्यांगता मुक्त उत्तराखंड शिविर का उद्घाटन किया। दिव्यांगता मुक्त उत्तराखंड, अभियान का शुभारम्भ ऋषिकेश से किया जा रहा है। पांच-पांच दिनों के शिविरों के माध्यम से दिव्यांग जनों तक पहुंच के साथ ही उनके लिये जरूरत के अनुसार कृत्रिम अंगों को निर्मित कर उन्हें भेंट किये जा रहे हैं। साथ ही दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंगों को लगा उसका अभ्यास भी करवाया जा रहा है ताकि वे चलना-फिरना व अपने कृत्रिम हाथों से सुचारू रूप से कार्य कर पाये। ऋषिकेश के पश्चात नजीबाबाद, बडकोट, उत्तरकाशी, लेह, लद्दाख, कारगिल, जम्मू कश्मीर और अन्य पहाड़ी राज्यों व क्षेत्रों में रहने वाले दिव्यांगों तक कृत्रिम अंगों की सुविधायें पहुंचायी जा रही है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि दिव्यांगता मुक्त भारत दिव्यांगों के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों के संरक्षण हेतु समर्पित अभियान है। जो पूर्ण रूप से निःशुल्क है। स्वामी जी ने कहा कि यह एक अवसर है जब दिव्यांग जनों को समाज की मुख्य धारा में लाया जा सकता है ताकि उन्हें समान अवसर प्राप्त हो सके। स्वामी जी ने कहा कि वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है सार्वजनिक स्थानों को दिव्यांग जनों के लिये सुगम व सुलभ बनाना है।

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