कुमाऊँ रेजीमेंट के जवान मनीष बिष्ट की सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि:


रानीखेत : जम्मू-कश्मीर के पुंछ स्थित मेंढर में शनिवार को गोली लगने से मृत कुमाऊँ रेजीमेंट के जवान की सोमवार को रानीखेत स्थित घाट मुक्तिधाम में सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई।

रिपोर्ट  - सतीश जोशी

जम्मू-कश्मीर के पुंछ स्थित मेंढर में शनिवार को गोली लगने से मृत कुमाऊँ रेजीमेंट के जवान की सोमवार को रानीखेत स्थित घाट मुक्तिधाम में सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। मृतक जवान के बड़े भाई दीपक बिष्ट ने शव को मुखाग्नि दी। हज़ारों लोगों की उपस्थिति में सेना एवं शासन प्रशासन के अधिकारियों ने मृतक जवान पर पुष्प चक्र अर्पित किए। कुमाऊँ रेजीमेंट के जवानों द्वारा गारद की शस्त्र सलामी भी दी गई। मृतक जवान को श्रद्धांजलि देने आये लोगों की भारी भीड़ ने नम आंखों से मृतक जवान मनीष बिष्ट को अंतिम विदाई दी। सोमवार सुबह जवान का शव गांव पहुंचते ही वहां पर कोहराम मच गया। ज्ञातव्य है कि मृतक जवान मनीष बिष्ट 2019 में भारतीय सेना की 18 कुमाऊँ रेजीमेंट में भर्ती हुए। वह वर्तमान में पुँछ स्थित मेंढर में बालकोट सेक्टर के बहरोट स्थित सेना चौकी में ड्यूटी पर तैनात थे। तीन भाई बहनों में मनीष सबसे छोटे थे। वह मार्शल आर्ट खेल कराटे में दो बार के राष्ट्रीय चैंपियन एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी थे। सेना में जाने से पूर्व उन्होंने 8 सालों तक कराटे का गहन प्रशिक्षण कर ब्लैक बेल्ट भी हासिल की। होनहार खिलाड़ी मनीष ने एथलेटिक्स में भी लंबी दौड में कई नक़द पुरस्कार जीते। शनिवार को उनकी गोली लगने से आकस्मिक मृत्यु पर कई खिलाड़ियों ने भी शोक जताया है। सोमवार को सेना के सुसज्जित वाहन से जवान मनीष बिष्ट का पार्थिव शरीर रानीखेत पहुंचा। जवान के शव को सबसे पहले मृतक के खनिया स्थित घर ले जाया गया। जवान का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही वहां कोहराम मच गया। देह के अंतिम दर्शन करने के लिए ग्रामीणों सहित आसपास से हज़ारों लोगों का ताँता लग गया। मनीष की माता हेमा बिष्ट सहित परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। अपने प्रिय कलेजे के टुकड़े का चेहरा देख मां कई बार गश खाकर बेहोश हो गई। आवश्यक कहानी कार्यवाही के बाद सेना के जवान शव को वाहन से आबकारी स्थित श्मशान घाट मुक्तिधाम ले गए। कुमाऊँ रेजीमेंट की सैन्य टुकड़ी ने जवान मनीष बिष्ट को शस्त्र सलामी दी। सेना एवं शासन प्रशासन के अधिकारियों ने क्रमवार उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किए। भारतीय ध्वज तिरंगे को अधिकारियों द्वारा बड़े भाई दीपक बिष्ट के सुपुर्द किया गया। इस बीच जवान मृतक मनीष बिष्ट के शव को देख कर पूरा माहौल गमगीन हो गया। जवान की शव यात्रा में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल विजय मनराल, नायब तहसीलदार हेमंत सिंह मेहरा, रानीखेत कोतवाल अशोक धनखड़, भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारियों के अलावा सेना एवं पुलिस के अधिकारी और जवान मौजूद रहे।

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