हरिद्वार 7 अक्टूबर (विकास शर्मा) हरिद्वार के आसपास के क्षेत्र में जंगल से सटे आवासीय कॉलोनी में जंगली जानवरों का आवागमन निरंतर बना हुआ है। आए दिन जंगली हाथी जंगल से सटे आवासीय क्षेत्र में आ जाते हैं और खेतों में घुसकर किसानों की फसल बर्बाद कर देते हैं।
रिपोर्ट -
हरिद्वार के आसपास के क्षेत्र में जंगल से सटे आवासीय कॉलोनी में जंगली जानवरों का आवागमन निरंतर बना हुआ है। आए दिन जंगली हाथी जंगल से सटे आवासीय क्षेत्र में आ जाते हैं और खेतों में घुसकर किसानों की फसल बर्बाद कर देते हैं। मध्य रात्रि कनखल क्षेत्र के गांव मिस्सरपुर स्थित आवासीय कॉलोनी में हाथियों का झुंड आ गया। हाथियों के झुंड किसानों की फसलों को तबाह कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार कनखल क्षेत्र के मिस्सरपुर गांव की आवासीय कॉलोनी और खेतों में रविवार रात हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने गन्ने और धान की फसल नष्ट कर दी। किसानों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। किसानों का कहना है कि मिस्सरपुर, बहादरपुर जट, किशनपुर, पंजनहेडी, अजीतपुर, जियापोता, कटारपुर, चांदपुर, रानीमाजरा, बिशनपुर और पुरानी कुंडी में हाथियों की आवाजाही बनी हुई है। गंगा के उस पार जंगलों से गंगा पार कर हाथी खेतों में घुसकर गन्ने व धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाथियों द्वारा किसानों की फसल रोंदने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों का आरोप है फसलों की रक्षा हेतु वन विभाग को क्षेत्र में गश्त लगानी चाहिए। ताकि जंगली जानवरों को आवासीय क्षेत्र तथा किसानों के खेतों की सुरक्षा हो सके। किसानों ने वन विभाग से हाथियों द्वारा नुकसान की भरपाई हेतु मुआवजे की अपील की है।