कोरोना के संकट काल में रेलवे ने देश की अदà¥à¤à¥à¤¤ सेवा की है।पहले उसने शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ को उनके घर पहà¥à¤‚चाया,अब वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोजगार à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ करवा रही है।रेलवे अब तक 63.1 लाख शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ को उनके घर पहà¥à¤‚चा चà¥à¤•à¥€ है|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
कोरोना के संकट काल में रेलवे ने देश की अदà¥à¤à¥à¤¤ सेवा की है।पहले उसने शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ को उनके घर पहà¥à¤‚चाया,अब वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोजगार à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ करवा रही है।रेलवे अब तक 63.1 लाख शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ को उनके घर पहà¥à¤‚चा चà¥à¤•à¥€ है, तो पिछले à¤à¤• महीने में वह दो लाख से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मानव शà¥à¤°à¤® दिवस के कारà¥à¤¯ à¤à¥€ शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ को उपलबà¥à¤§ करवा चà¥à¤•à¥€ है।इस दौरान रेलवे माल गाड़ियों की औसत रफà¥à¤¤à¤¾à¤° में à¤à¥€ दोगà¥à¤¨à¥€ की वृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ है।यह 22.5 किलोमीटर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ घंटा से बà¥à¤•à¤° 46.2 किमी पà¥à¤°à¤¤à¤¿ घंटा हो गई है।रेलवे की माल ढà¥à¤²à¤¾à¤ˆ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ à¤à¥€ à¤à¤• साल पूरà¥à¤µ की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ से अधिक दरà¥à¤œ की गई है।गरीब कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ रोजगार अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ योजना के अंतरà¥à¤—त 12 लाख मानव शà¥à¤°à¤® दिवस सृजित किठजाने की योजना पर काम किया जा रहा है।इसके तहत रेलवे के चालू 170 पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ के जरिठदेश के 160 जिलों में शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ को रोजगार à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ कराया जा रहा है।अब तक दो लाख से अधिक मानव शà¥à¤°à¤® दिवस उपलबà¥à¤§ कराया जा चà¥à¤•à¤¾ है।इस योजना का सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लाठलेने वाले राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और बिहार सबसे आगे हैं।इनके आलावा राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, ओडिशा और à¤à¤¾à¤°à¤–ंड में à¤à¥€ मजदूरों को रोजगार उपलबà¥à¤§ कराया जा रहा है।