पुलिस अधिकारियों के अहंकार और लापरवाही को लेकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के साथियो और शिष्यों का धैर्य अब चुकता जा रहा है।उनकी अवैध नजरबंदी और सुरक्षा में लापरवाही को लेकर अब संत समाज और उनके शिष्यगण बहुत आक्रोशित हैं।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
पुलिस अधिकारियों के अहंकार और लापरवाही को लेकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के साथियो और शिष्यों का धैर्य अब चुकता जा रहा है।उनकी अवैध नजरबंदी और सुरक्षा में लापरवाही को लेकर अब संत समाज और उनके शिष्यगण बहुत आक्रोशित हैं। आज शिवशक्ति धाम डासना में हुई एक आपात मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि अब इसके लिये आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी और अब युद्ध का क्षेत्र शिवशक्ति धाम डासना नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का मुख्यमंत्री आवास होगा। बैठक में छोटे नरसिंहानंद अनिल यादव ने कहा कि गत 4 अक्टूबर को ही गाज़ियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा की बात को मान कर गुरु जी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।पुलिस गुरु जी को लेकर पहले बम्हेटा की पार्षद श्रीमती प्रमोश यादव जी के घर गयी और उसके बाद वहाँ से गुरु जी को कहीं और ले गयी।तब से आज तक गुरु जी को पुलिस ने नजरबन्द कर रखा है।अब पता चल रहा है कि गुरु जी को केवल दो पुलिस कर्मियों के साथ किसी अज्ञात स्थान पर रखा हुआ है।ये अवश्य ही कोई षड्यंत्र है जो पुलिस अधिकारियों ने किसी की साँठ गाँठ से रचा है।मैं पुलिस अधिकारियों को बताना चाहता हूँ कि हमने पार्षद प्रमोश यादव के घर से गुरु जी को जिंदा पुलिस को दिया था और हमें अपने गुरु जी जिंदा ही चाहिये।