आधुनिक जमाने की व्यवहारिक जरूरतों को पूरा करने के कारण उपजे कैंसर जैसे असाध्य रोग को प्राथमिक लक्षणों की जानकारी तथा जागरूकता से निदान संभव हो सकता है। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर आयोजित जागरूकता एवं विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का शुभारम्भ |
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
असाध्य जैसा रोग भी जागरूकता एवं रूटीन जांच को अपनाकर साध्य बनाया जा सकता है। आधुनिक जमाने की व्यवहारिक जरूरतों को पूरा करने के कारण उपजे कैंसर जैसे असाध्य रोग को प्राथमिक लक्षणों की जानकारी तथा जागरूकता से निदान संभव हो सकता है। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर आयोजित जागरूकता एवं विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप-प्रज्वलित एवं वैदिक मंत्रोच्चार के माध्यम से किया गया। जिसमे मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, देहरादून के एसोसिएट कंसलटेंट डाॅ0 सौरभ तिवारी ने भौतिकी विभाग के सी0वी0 रमन सभागार में शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, छात्र एवं छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का पता सामान्यतः रोग की तीसरी अवस्था में पता चलता है। रोग के शुरुआती समय में व्यक्ति को रोग के लक्षण एवं प्रभाव का पता नहीं चल पाता और न ही किसी प्रकार की कमी महसूस होती है। लम्बे समय अन्तराल पर व्यक्ति को जांच कराने पर इस रोग की विषमता का पता चलता है। चिकित्सा उपचार तथा इच्छा शक्ति के प्रभाव से रोग पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है। डाॅ0 तिवारी ने कहा कि कैंसर के उपचार को लेकर रोगी के परिजनों में अनेक प्रकार की भ्रांतियां एवं मिथक रहते है, जो वास्तविकता से परे होती है। जाॅच उपरान्त ही उपचार की शुरूवात की जा सकती है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि समय रहते हुए व्यक्ति को नियमित जांच एवं स्वस्थ दिनचर्या व खानपान में संतुलन रखना जरूरी है। डाॅ0 तिवारी ने कहा कि सरकार द्वारा भी कैंसर की रोकथाम के लिए अनेक जागरूकता एवं प्रेरणाप्रद कार्यक्रमों को संचालन किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो0 हेमलता कृष्णमूर्ति ने कहा कि कैंसर जैसे जटिल रोग समाज में तेजी से फैलते जा रहे है। जिसके लिए बहुत हद तक विकासवादी एवं मैटलिक लाईफ स्टाईल है। यह जागरूकता कार्यक्रम कैंसर से बचाव की दिशा में समाज तथा विशेषकर युवाओं के लिए लाभकारी होगा। कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहा कि कैंसर जैसा रोग दुनिया के स्वास्थ्य स्टिम को अपनी गिरफ्त में ले रहा है, जो गम्भीर चिन्तन के साथ चिंता का विषय है। देश-दुनिया में इस बीमारी को रोकने के लिए भरसक प्रयास एवं अनुसंधान किये जा रहे है। लेकिन एक स्वस्थ जीवन शैली एवं प्रारम्भिक जाँच से इस बीमारी पर विजय हासिल की जा सकती है। विभागाध्यक्ष डॉ पवन कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि निकट भविष्य में भी इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा, जिससे शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो सकेगे।