Latest News

श्री कृष्ण ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए इंद्र देव के अहंकार को किया चूर-चूर


उत्तराखंड भवन में श्रीमद् भागवत कथा की पांचवें दिन की भव्य भागवत कथा में आज एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला। कथावाचक डॉक्टर भारती ने अपने भावपूर्ण प्रवचन के दौरान श्री कृष्ण की गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला को इतनी जीवंतता से चित्रित किया कि श्रोता भावविभोर हो उठे।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

पुष्कर 22- दिसंबर 2024 उत्तराखंड भवन में श्रीमद् भागवत कथा की पांचवें दिन की भव्य भागवत कथा में आज एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला। कथावाचक डॉक्टर भारती ने अपने भावपूर्ण प्रवचन के दौरान श्री कृष्ण की गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला को इतनी जीवंतता से चित्रित किया कि श्रोता भावविभोर हो उठे। डॉक्टर भारती ने अपने प्रवचन में गोवर्धन पर्वत को उठाने के पीछे छिपे धार्मिक महत्व और श्री कृष्ण के बाल रूप की शक्ति को बड़े ही मार्मिक ढंग से समझाया। उन्होंने बताया कि कैसे श्री कृष्ण ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए इंद्र देव के अहंकार को चूर-चूर कर दिया था। कथा के दौरान, जब डॉक्टर भारती ने गोवर्धन पर्वत को उठाने के दृश्य का वर्णन किया तो ऐसा लगा कि सचमुच श्री कृष्ण अपने हाथों में पर्वत को उठाकर खड़े हैं। श्रोताओं ने इस लीला को देखकर भाव विभोर होकर जय श्री कृष्ण के नारे लगाए। यह कथा उन सभी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है जो जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करते हैं। श्री कृष्ण की तरह हमें भी अपने विश्वास और धैर्य को कभी नहीं खोना चाहिए।

ADVERTISEMENT

Related Post