विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम, प्रयागराज कुंभ में आज एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला। महामंडलेश्वर महेश्वर नंद जी महाराज के सान्निध्य में 11 कुण्डात्मक अति रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस दिव्य अनुष्ठान में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भगवान शिव की आराधना की।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
प्रयागराज, विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम, प्रयागराज कुंभ में आज एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला। महामंडलेश्वर महेश्वर नंद जी महाराज के सान्निध्य में 11 कुण्डात्मक अति रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस दिव्य अनुष्ठान में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भगवान शिव की आराधना की। यह महायज्ञ भगवान शिव के क्रोध रूप, रुद्र के पूजन का एक विशिष्ट अनुष्ठान है। 11 कुंडों में हवन सामग्री डालकर और मंत्रों का जाप करके भगवान शिव को प्रसन्न किया गया। इस दौरान भजन-कीर्तन और धार्मिक आयोजन भी हुए। महामंडलेश्वर महेश्वर नंद जी महाराज ने अपने प्रवचन में भगवान शिव के महत्व और इस महायज्ञ के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि यह महायज्ञ न केवल व्यक्तिगत कल्याण के लिए बल्कि समाज के कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण है। पवित्र नगरी प्रयागराज: कुंभ के पवित्र नगरी प्रयागराज में आयोजन 11 कुंडों का निर्माण: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 11 कुंडों का निर्माण हवन सामग्री और मंत्रों का जाप: वैदिक मंत्रों का जाप करते हुए हवन सामग्री डाली गई भजन-कीर्तन: भक्तिमय वातावरण में भजन-कीर्तन हुए महामंडलेश्वर जी का प्रवचन: महामंडलेश्वर जी ने भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान दिया इस महायज्ञ में शामिल हुए श्रद्धालुओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्हें इस दिव्य अनुभव से बहुत शांति और आनंद मिला है। उन्होंने कहा कि यह महायज्ञ उनके जीवन का एक अविस्मरणीय क्षण बन गया है।