अगर आप à¤à¥€ दिल को रखना चाहते हैं,सेहतमंद तो रोजाना सिंघाड़े का करे सेंवन
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हदय शरीर का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अंग है। यह रकà¥à¤¤ परिसंचरण में अहम à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¤¾ है। जानकारों की मानें तो दिल à¤à¤• मिनट में तकरीबन 60-90 बार धड़कता है। इस दौरान रकà¥à¤¤ शरीर में पहà¥à¤‚चता है। हà¥à¤°à¤¦à¤¯ को ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ रकà¥à¤¤ से मिलता है। दिल का सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है। खासकर सरà¥à¤¦à¥€ के दिनों में हृदयघात का खतरा बॠजाता है। à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में दिल पर विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की जरूरत है। अगर आप à¤à¥€ दिल को सेहतमंद रखना चाहते हैं, तो रोजाना सिंघाड़ा खाà¤à¤‚। कई शोध में खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ हà¥à¤† है कि सिंघाड़ा दिल के लिठफायदेमंद होता हैखासकर दिल की बीमारियों के लिठयह रामबाण औषधि है। साथ ही गले में खराश, थकावट, सूजन और बà¥à¤°à¥‹à¤‚काइटिस में फायदेमंद है।जैसा कि हम सब जानते हैं कि उचà¥à¤š रकà¥à¤¤ चाप की वजह से दिल की बीमारियों का खतरा बॠजाता है। इसके लिठडॉकà¥à¤Ÿà¤° पोटेशियम यà¥à¤•à¥à¤¤ फल और सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ खाने की सलाह देते हैं। जबकि सिंघाड़ा में पोटेशियम अधिक मातà¥à¤°à¤¾ में पाया जाता है। यह सोडियम से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¯à¤¾ कर रकà¥à¤¤ चाप को कम अथवा संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ करता है। साथ ही सिंघाड़ा बà¥à¤°à¥‡ कोलेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤² सà¥à¤¤à¤° को कम करता है। अतः दिल की बीमारियों के लिठयह उतà¥à¤¤à¤® फल है।