राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने अपने नाम के नामकरण में à¤à¥€ अपने परिवार की शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾ à¤à¤µà¤‚ उनके आदरà¥à¤¶à¥‹ को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• बताया
रिपोर्ट -
अयोधà¥à¤¯à¤¾ 29 अगसà¥à¤¤ 2021-राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने कहा है कि राम के बिना अयोधà¥à¤¯à¤¾, अयोधà¥à¤¯à¤¾ नहीं है। अयोधà¥à¤¯à¤¾ तो वही है, जहां राम हैं। इस नगरी में पà¥à¤°à¤à¥ राम सदा के लिठविराजमान हैं। इसलिठयह सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सही अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ में अयोधà¥à¤¯à¤¾ है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ रामनाथ कोविंद रविवार को अयोधà¥à¤¯à¤¾ के रामकथा पारà¥à¤• में रामायण कानà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤µ के उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ के बाद लोगों को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ कर रहे थे। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने कहा कि अयोधà¥à¤¯à¤¾ का शाबà¥à¤¦à¤¿à¤• अरà¥à¤¥ है, जिसके साथ यà¥à¤¦à¥à¤§ करना असंà¤à¤µ हो। रघà¥, दिलीप, अज, दशरथ और राम जैसे रघà¥à¤µà¤‚शी राजाओं के पराकà¥à¤°à¤® à¤à¤µà¤‚ शकà¥à¤¤à¤¿ के कारण उनकी राजधानी को अपराजेय माना जाता था। इसलिठइस नगरी का अयोधà¥à¤¯à¤¾ नाम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾ सारà¥à¤¥à¤• रहेगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि रामायण में दरà¥à¤¶à¤¨ के साथ-साथ आदरà¥à¤¶ आचार संहिता à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ है, जो जीवन के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• पकà¥à¤· में हमारा मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ करती है। संतान का माता-पिता के साथ, à¤à¤¾à¤ˆ का à¤à¤¾à¤ˆ के साथ, पति का पतà¥à¤¨à¥€ के साथ, गà¥à¤°à¥ का शिषà¥à¤¯ के साथ, मितà¥à¤° का मितà¥à¤° के साथ, शासक का जनता के साथ और मानव का पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ पशà¥-पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ कैसा आचरण होना चाहिà¤, इन सà¤à¥€ आयामों पर, रामायण में उपलबà¥à¤§ आचार संहिता, हमें सही मारà¥à¤— पर ले जाती है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने कहा कि रामचरितमानस में à¤à¤• आदरà¥à¤¶ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ और à¤à¤• आदरà¥à¤¶ समाज दोनों का वरà¥à¤£à¤¨ मिलता है। रामराजà¥à¤¯ में आरà¥à¤¥à¤¿à¤• समृदà¥à¤§à¤¿ के साथ-साथ आचरण की शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ ता का बहà¥à¤¤ ही सहज और हृदयगà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€ विवरण मिलता है-नहिं दरिदà¥à¤° कोउ, दà¥à¤–ी न दीना। नहिं कोउ अबà¥à¤§, न लचà¥à¤›à¤¨ हीना।। à¤à¤¸à¥‡ अà¤à¤¾à¤µ-मà¥à¤•à¥à¤¤ आदरà¥à¤¶ समाज में अपराध की मानसिकता तक विलà¥à¤ªà¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¥€ थी। दंड विधान की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ ही नहीं थी। किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का à¤à¥‡à¤¦-à¤à¤¾à¤µ था ही नहीं। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने रामचरित मानस की चैपाई का उदाहरण दिया कि दंड जतिनà¥à¤¹ कर à¤à¥‡à¤¦ जहà¤, नरà¥à¤¤à¤• नृतà¥à¤¯ समाज। जीतहॠमनहि सà¥à¤¨à¤¿à¤… अस, रामचनà¥à¤¦à¥à¤° के राज॥ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह दैव तो कायर के मन का à¤à¤• आधार है यानी तसलà¥à¤²à¥€ देने का तरीका है। आलसी लोग ही à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ दिया करते हैं। à¤à¤¸à¥€ सूकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सहारे लोग जीवन में अपना रासà¥à¤¤à¤¾ बनाते चलते हैं। रामनाथ कोविंद ने कहाकि रामचरित-मानस की पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लोगों में आशा जगाती हैं, पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ का संचार करती हैं और जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ फैलाती हैं। आलसà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— करके करà¥à¤®à¤ होने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ अनेक चैपाइयों से मिलती है कादर मन कहà¥à¤‚ à¤à¤• अधारा। दैव दैव आलसी पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¾à¥¤à¥¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने रामकथा के महतà¥à¤µ के विषय में गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ तà¥à¤²à¤¸à¥€à¤¦à¤¾à¤¸ के कथन का हवाला दिया, रामकथा सà¥à¤‚दर करतारी, संसय बिहग उड़ावनि-हारी। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ राम की कथा हाथ की वह मधà¥à¤° ताली है, जो संदेहरूपी पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को उड़ा देती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहाकि गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ रवींदà¥à¤°à¤¨à¤¾à¤¥ टैगोर ने कहा था कि रामायण और महाà¤à¤¾à¤°à¤¤, इन दोनों गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में, à¤à¤¾à¤°à¤¤ की आतà¥à¤®à¤¾ के दरà¥à¤¶à¤¨ होते हैं। यह कहा जा सकता है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जीवन मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के आदरà¥à¤¶, उनकी कहानियां और उपदेश, रामायण में समाहित हैं। रामायण à¤à¤¸à¤¾ विलकà¥à¤·à¤£ गà¥à¤°à¤‚थ है जो रामकथा के माधà¥à¤¯à¤® से विशà¥à¤µ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के समकà¥à¤· मानव जीवन के उचà¥à¤š आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ और मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करता है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ जताया कि रामायण के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° हेतॠउतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार का यह पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ तथा पूरी मानवता के हित में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सिदà¥à¤§ होगा। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ कोविंद ने कहा कि रामायण में राम निवास करते हैं। इस अमर आदिकावà¥à¤¯ रामायण के विषय में सà¥à¤µà¤¯à¤‚ महरà¥à¤·à¤¿ वालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ ने कहा है-यावतॠसà¥à¤¥à¤¾-सà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¤¿ गिरयरू सरित-शà¥à¤š महीतले तावदॠरामायण-कथा लोकेषॠपà¥à¤°-चरिषà¥à¤¯à¤¤à¤¿à¥¤ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ जब तक पृथà¥à¤µà¥€ पर परà¥à¤µà¤¤ और नदियां विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ रहेंगे, तब तक रामकथा लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ बनी रहेगी। रामकथा की लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€ है। उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ तà¥à¤²à¤¸à¥€à¤¦à¤¾à¤¸ की रामचरित-मानस, à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पूरà¥à¤µà¥€ हिसà¥à¤¸à¥‡ में कृतà¥à¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤¸ रामायण, दकà¥à¤·à¤¿à¤£ में कंबन रामायण जैसे रामकथा के अनेक पठनीय रूप पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ हैं। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने विशà¥à¤µ के अनेक देशों में रामकथा की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ का उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया और कहा कि इनà¥à¤¡à¥‹à¤¨à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ के बाली दà¥à¤µà¥€à¤ª की रामलीला विशेष रूप से पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ है। मालदीव, मारिशस, तà¥à¤°à¤¿à¤¨à¤¿à¤¦à¤¾à¤¦ व टोबेगो, नेपाल, कंबोडिया और सूरीनाम सहित अनेक देशों में पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ ने रामकथा à¤à¤µà¤‚ रामलीला को जीवंत बनाठरखा है। रामकथा का साहितà¥à¤¯à¤¿à¤•, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ मानवता के बहà¥à¤¤ बड़े à¤à¤¾à¤— में देखा जाता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ ही नहीं विशà¥à¤µ की अनेक लोक-à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं और लोक-संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में रामायण और राम के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ और पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¤²à¤•à¤¤à¤¾ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मैं तो समà¤à¤¤à¤¾ हूं कि मेरे परिवार में जब मेरे माता-पिता और बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों ने मेरा नामकरण किया होगा, तब उन सब में à¤à¥€ संà¤à¤µà¤¤à¤ƒ रामकथा और पà¥à¤°à¤à¥ राम के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वही शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ और अनà¥à¤°à¤¾à¤— का à¤à¤¾à¤µ रहा होगा जो सामानà¥à¤¯ लोकमानस में देखा जाता है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में जोड़ा कि रामायण में राम-à¤à¤•à¥à¤¤ शबरी का पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग सामाजिक समरसता का अनà¥à¤ªà¤® संदेश देता है। महान तपसà¥à¤µà¥€ मतंग मà¥à¤¨à¤¿ की शिषà¥à¤¯à¤¾ शबरी और पà¥à¤°à¤à¥ राम का मिलन, à¤à¤• à¤à¥‡à¤¦-à¤à¤¾à¤µ-मà¥à¤•à¥à¤¤ समाज à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥‡à¤® की दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ का अदà¥à¤à¥à¤¤ उदाहरण है। अपने वनवास के दौरान पà¥à¤°à¤à¥ राम ने यà¥à¤¦à¥à¤§ करने के लिठअयोधà¥à¤¯à¤¾ और मिथिला से सेना नहीं मंगवाई। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कोल-à¤à¥€à¤²-वानर आदि को à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ कर अपनी सेना का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया। अपने अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ में जटायॠसे लेकर गिलहरी तक को शामिल किया। आदिवासियों के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® और मैतà¥à¤°à¥€ को पà¥à¤°à¤—ाॠबनाया। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने कहा कि इस रामायण कॉनà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤µ की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ सिदà¥à¤§ करने के लिठयह आवशà¥à¤¯à¤• है कि राम-कथा के मूल आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ का सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° हो तथा सà¤à¥€ लोग उन आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ को अपने आचरण में ढालें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि समसà¥à¤¤ मानवता à¤à¤• ही ईशà¥à¤µà¤° की संतान है, यह à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ जन-जन में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो, यही इस आयोजन की सफलता की कसौटी है। इस सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤ में, रामचरित मानस की à¤à¤• अतà¥à¤¯à¤‚त लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ चैपाई का, मैं उलà¥à¤²à¥‡à¤– करना चाहूंगा सीय राममय सब जग जानी, करउठपà¥à¤°à¤¨à¤¾à¤® जोरि जà¥à¤— पानी। इस पंकà¥à¤¤à¤¿ का à¤à¤¾à¤µ यह है कि हम पूरे संसार को ईशà¥à¤µà¤°à¤®à¤¯ जानकर सà¤à¥€ को सादर सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करें। हम सब, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ में सीता और राम को ही देखें। राम सबके हैं, और राम सब में हैं। आइà¤, हम सब इस सà¥à¤¨à¥‡à¤¹à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विचार के साथ अपने दायितà¥à¤µà¥‹à¤‚ का पालन करें। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने कहा कि सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• जीवन में पà¥à¤°à¤à¥ राम के आदरà¥à¤¶à¥‹ को महातà¥à¤®à¤¾ गांधी ने आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ किया था। वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤°à¥‚ रामायण में वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤à¥ राम का मारà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® रूप पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिठआदरà¥à¤¶ का सà¥à¤°à¥‹à¤¤ है। गांधी जी ने आदरà¥à¤¶ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की अपनी परिकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ को रामराजà¥à¤¯ का नाम दिया है। बापू की जीवनचरà¥à¤¯à¤¾ में राम-नाम का बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µ रहा है। उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि रामायण कॉनà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤µ आज से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ होकर आगामी 1 नवमà¥à¤¬à¤° 2021 को अयोधà¥à¤¯à¤¾ में ही समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होगा। कॉनà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤µ में पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒà¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ सतà¥à¤° में विशिषà¥à¤Ÿ कथावाचकों तथा रामायण के विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रामायण के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¸à¤‚गों पर वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ विचार-विमरà¥à¤¶ होंगे। वहीं सायंकालीन सतà¥à¤° में रामायण à¤à¤µà¤‚ रामकथा से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होंगी। रामलीला à¤à¤µà¤‚ लोक बोलियों के कवि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से रामकथा के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया जाà¤à¤—ा। उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के शà¥à¤°à¥€ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ आननà¥à¤¦à¥€à¤¬à¥‡à¤¨ पटेल ने कहा कि मैं अयोधà¥à¤¯à¤¾ की धरती पर महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ का उ0पà¥à¤°0 की तरफ से सà¥à¤µà¤¾à¤—त करती हूं तथा यह पवितà¥à¤° धरती आम जनमानस के रोम-रोम में बसी हà¥à¤ˆ है तथा राम के आदरà¥à¤¶ चरितà¥à¤° की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करने में योगी सरकार अपनी à¤à¤• अहमॠà¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ रहे है उसकी जितनी à¤à¥€ सराहना की जाय कम है। यहां का दीपोतà¥à¤¸à¤µ जब शà¥à¤°à¥‚आत हà¥à¤ˆ थी तो देश ही नही विदेशों में à¤à¥€ उसकी गूंज उठी थी। आज अयोधà¥à¤¯à¤¾ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ मानचितà¥à¤° पर पूरे विशà¥à¤µ में जब से राम मंदिर का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ हà¥à¤† है तब से छा रही है इसमें देश के यशसà¥à¤µà¥€ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤ˆ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी जी का विशेष योगदान à¤à¤µà¤‚ लगाव है। उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ ने कहा कि पांच शताबà¥à¤¦à¥€ के लंबे इंतजार के बाद पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मोदी की अनà¥à¤•à¤‚पा से अयोधà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के à¤à¤µà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ दिवà¥à¤¯ मंदिर का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हो रहा है। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ रविवार को अयोधà¥à¤¯à¤¾ में रामायण कॉनà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤µ के उदà¥à¤§à¤¾à¤Ÿà¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में बोल रहे थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आयोजन में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ रामनाथ कोविंद का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया और à¤à¤—वान राम के दरà¥à¤¶à¤¨, विकास कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अवलोकन à¤à¤µà¤‚ रामायण कॉनà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤µ के उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ के साथ ही अनà¥à¤¯ परियोजनाओं में तà¥à¤²à¤¸à¥€ सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• à¤à¤µà¤¨ (संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विà¤à¤¾à¤—) की आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ परियोजना का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ तथा सरयू नदी घाट पर नवनिरà¥à¤®à¤¿à¤¤ लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£ किला घाट à¤à¤µà¤‚ नवनिरà¥à¤®à¤¿à¤¤ बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤£à¥à¤¡ का लोकारà¥à¤ªà¤£ बटन दबाकर किया गया। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा कि जन-जन की आसà¥à¤¥à¤¾, पूजà¥à¤¯ संतों à¤à¤µà¤‚ हमारे विचार परिवार के आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ के परिणाम और संकलà¥à¤ªà¥‹à¤‚ के फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प पिछले साल पांच अगसà¥à¤¤ को पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी के कर-कमलों से अयोधà¥à¤¯à¤¾ में à¤à¤µà¥à¤¯ राम मंदिर के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कारà¥à¤¯ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤† है। हम सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ हैं कि हमें इन पवितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ का दरà¥à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो रहा है। इस अवसर पर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा कि अयोधà¥à¤¯à¤¾ को वैशà¥à¤µà¤¿à¤• मानचितà¥à¤° पर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करने में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेल की बहà¥à¤¤ बड़ी à¤à¥‚मिका है। योगी ने अयोधà¥à¤¯à¤¾ में समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो रहे दिवà¥à¤¯-à¤à¤µà¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में रेल राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨à¤¾ जारदोश का à¤à¥€ अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन किया। अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ ने कहा कि वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• आसà¥à¤¥à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम जन-जन के हैं। पà¥à¤°à¤à¥ शà¥à¤°à¥€ राम हम सब की आसà¥à¤¥à¤¾, शà¥à¤µà¤¾à¤‚स-शà¥à¤µà¤¾à¤‚स, रोम-रोम में बसे हैं तथा पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ गायिका शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मालिनी अवसà¥à¤¥à¥€ जी के शबरी चरितà¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग के गायन की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की। मा0 मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी को à¤à¤—वान राम दरबार की मूरà¥à¤¤à¤¿ देकर तथा रामनामी अंगवसà¥à¤¤à¥à¤°à¤®à¥ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी अपने 26 अगसà¥à¤¤ से उ0पà¥à¤°0 के अनà¥à¤¤à¤¿à¤® चरण में à¤à¤—वान की जनà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤²à¥€, बाल लीला सà¥à¤¥à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ करà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤²à¥€ अयोधà¥à¤¯à¤¾ में पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤¨à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤² टेªन से लगà¤à¤— 11ः30 बजे अयोधà¥à¤¯à¤¾ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर आये वहां पर अगवानी करने वालों में मा0 राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² जी, मा0 मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी, केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ रेल राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨à¤¾ जारदोश, रेलवे बोरà¥à¤¡ के चेयरमैन शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤®à¤¿à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾, अपर गृह सचिव शà¥à¤°à¥€ अवनीश अवसà¥à¤¥à¥€, अपर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महानिरीकà¥à¤·à¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ शà¥à¤°à¥€ बीके सिंह, अपर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महानिदेशक जोन शà¥à¤°à¥€ à¤à¤¸0à¤à¤¨0 सावंत, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महानिरीकà¥à¤·à¤• अयोधà¥à¤¯à¤¾ डा0 संजीव गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, बिगà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤¿à¤¯à¤° डोगरा रेजीमेंटल शà¥à¤°à¥€ जे0के0 à¤à¤¸à¤µà¥€à¤° कौर, आयà¥à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ à¤à¤®à¤ªà¥€ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², जिलाधिकारी शà¥à¤°à¥€ अनà¥à¤œ कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾, वरिषà¥à¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€ शैलेश कà¥à¤®à¤¾à¤° पांडेय, सांसद शà¥à¤°à¥€ ललà¥à¤²à¥‚ सिंह, मेयर शà¥à¤°à¥€ ऋषिकेश उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯, विधायक अयोधà¥à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥€ वेदपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, जीà¤à¤® रेलवे शà¥à¤°à¥€ आशà¥à¤¤à¥‹à¤· गंगल, नगर आयà¥à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ विशाल सिंह, अपर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महानिदेशक शà¥à¤°à¥€ पीयूष आननà¥à¤¦, डीआरà¤à¤® पूरà¥à¤µà¥€ रेलवे शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° सपरा आदि ने किया। उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि मा0 राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² à¤à¤µà¤‚ मा0 मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी लगà¤à¤— 11 बजे रामकथा पारà¥à¤• पर बने हेलीपैड पर आगमन हो चà¥à¤•à¤¾ था ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ महानà¥à¤à¤¾à¤µ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अयोधà¥à¤¯à¤¾ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर महामहिम जी का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी का रामकथा पारà¥à¤• में आयोजित रामायण काॅनà¥à¤•à¥à¤²à¥‡à¤µ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया गया यह पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के 16 जनपदों में शà¥à¤°à¥‚ हो चà¥à¤•à¤¾ है तथा इसका समापन 1 नवमà¥à¤¬à¤° 2021 को अयोधà¥à¤¯à¤¾ में होगा। उकà¥à¤¤ अवसर पर पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के शà¥à¤°à¥€ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤², मा0 मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी के अलावा पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के उपमà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ केशव पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मौरà¥à¤¯ व डा0 दिनेश शरà¥à¤®à¤¾, उ0पà¥à¤°0 सरकार के परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ मंतà¥à¤°à¥€ डा0 नीलकंठतिवारी, परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सचिव शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤•à¥‡à¤¶ मेशà¥à¤°à¤¾à¤® सहित मणà¥à¤¡à¤²à¤¾à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ जिलाधिकारी तथा अनà¥à¤¯ अधिकारियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। उकà¥à¤¤ अवसर पर रामकथा पारà¥à¤• में शà¥à¤°à¥€ रामजनà¥à¤® मंदिर निरà¥à¤®à¤¾à¤£ समिति के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ नृपेनà¥à¤¦à¥à¤° मिशà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तीरà¥à¤¥ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤¯ मा0 सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ तथा à¤à¤²0à¤à¤¨0टी0 के इंजीनियरों की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में मंदिर निरà¥à¤®à¤¾à¤£ समà¥à¤¬à¤‚धित पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ किया गया। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤—à¥à¥€ का दरà¥à¤¶à¤¨ किया गया, जहां हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤—à¥à¥€ के गदà¥à¤¦à¥€à¤¨à¤¶à¥€à¤¨ महाराजा शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¦à¤¾à¤¸ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त चांदी का मà¥à¤•à¥à¤Ÿ पहनाकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया तथा शà¥à¤°à¥€ अजय दास, दिगपाल दास/शà¥à¤°à¤µà¤£ दास ने पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करायी। अगले चरण में महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रामलला मंदिर का दरà¥à¤¶à¤¨ किया गया, जहां मंदिर के पास तीरà¥à¤¥ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के सदसà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¥€ परमाननà¥à¤¦ गिरी, डा0 विमलेनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª मोहन मिशà¥à¤°, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गोविनà¥à¤¦ देव गिरी, महंत दिनेनà¥à¤¦à¥à¤° दास, शà¥à¤°à¥€ कामेशà¥à¤µà¤° चैपाल तथा तीरà¥à¤¥ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के महासचिव शà¥à¤°à¥€ चमà¥à¤ªà¤¤ राय à¤à¤µà¤‚ मंदिर निरà¥à¤®à¤¾à¤£ समिति के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ पूरà¥à¤µ आई0à¤0à¤à¤¸0 अधिकारी शà¥à¤°à¥€ नृपेनà¥à¤¦à¥à¤° मिशà¥à¤°, आयà¥à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ à¤à¤®à¤ªà¥€ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², जिलाधिकारी शà¥à¤°à¥€ अनà¥à¤œ कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया तथा मंदिर के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ सतà¥à¤¯à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° दास जी à¤à¤µà¤‚ सहायक, पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ अशोक तिवारी जी ने पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कराया। महामहिम जी के साथ उनकी धरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤¨à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की पà¥à¤°à¤¥à¤® महिला नागरिक शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सविता कोविंद सहित उनकी सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ साथ थी। अगले चरण में महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रूदà¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· का पौधा परिसर में लगाया गया। उकà¥à¤¤ अवसर पर विशà¥à¤µ हिनà¥à¤¦à¥‚ परिषद के दिनेश जी, तीरà¥à¤¥ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के सदसà¥à¤¯ डा0 अनिल मिशà¥à¤°à¤¾, मà¥à¤–à¥à¤¯ वन संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रेनू सिंह तथा वन विà¤à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ शासन के अनà¥à¤¯ वरिषà¥à¤ अधिकारी महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी का अनà¥à¤¤ में राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² जी, मा0 मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ शासन, मणà¥à¤¡à¤² à¤à¤µà¤‚ जिला, रेल के वरिषà¥à¤ अधिकारियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ विदाई दी गयी। उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ के à¤à¥à¤°à¤®à¤£ में उनका à¤à¤µà¤‚ उनके परिवार की à¤à¤—वान राम में à¤à¤µà¤‚ अयोधà¥à¤¯à¤¾ में आगाज पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾ दिखी। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ की हृदय से सराहना की गयी। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शासन, मणà¥à¤¡à¤², जनपद के अधिकारियों के अलावा जिला पंचायत अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रोली सिंह, सांसद शà¥à¤°à¥€ ललà¥à¤²à¥‚ सिंह, विधायकगण सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥€ वेद पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, शà¥à¤°à¥€ रामचनà¥à¤¦à¤° यादव, शà¥à¤°à¥€ इनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª तिवारी उरà¥à¤« खबà¥à¤¬à¥‚ तिवारी, बाबा गोरखनाथ, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ शोà¤à¤¾ सिंह चैहान सहित संत समाज के सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– संतगण, सतà¥à¤¤à¤¾à¤§à¤¾à¤°à¥€ पारà¥à¤Ÿà¥€ के पदाधिकारीगण, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, बà¥à¤¦à¥à¤µà¤¿à¤œà¥€à¤µà¥€ आदि के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। अनà¥à¤¤ में महामहिम शà¥à¤°à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जी के चार दिवसीय à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के समापन होने पर उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ शासन के वरिषà¥à¤ अधिकारीगण, अपर मà¥à¤–à¥à¤¯ सचिव सूचना डा0 नवनीत सहगल, सूचना निदेशक शà¥à¤°à¥€ शिशिर सिंह, मणà¥à¤¡à¤²à¤¾à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ à¤à¤®à¤ªà¥€ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महानिरीकà¥à¤·à¤• डा0 संजीव गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, जिलाधिकारी शà¥à¤°à¥€ अनà¥à¤œ कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾, वरिषà¥à¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€ शैलेश कà¥à¤®à¤¾à¤° पांडेय, नगर आयà¥à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ विशाल सिंह आदि ने मीडिया, दूरदरà¥à¤¶à¤¨, à¤0à¤à¤¨0आई0 के सहयोग के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आà¤à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ किया तथा कहा कि सà¤à¥€ का आपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ सहयोग मिला इसके लिठहम सà¤à¥€ हारà¥à¤¦à¤¿à¤• आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते है तथा वरिषà¥à¤ अधिकारियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कृषà¥à¤£ जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ की à¤à¥€ सà¤à¥€ को बधाई दी गयी।