शांतिकà¥à¤‚ज ने कोरोना महामारी के बाद जन सामानà¥à¤¯ में उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से शृंखलाबदà¥à¤§ यजà¥à¤žà¥€à¤¯ आयोजन की रूपरेखा की तैयारी की है। इस निमितà¥à¤¤ शांतिकà¥à¤‚ज à¤à¤µà¤‚ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के चयनित पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों का पांच दिवसीय पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ शिविर का आयोजन हà¥à¤†à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° २५ फरवरी। शांतिकà¥à¤‚ज ने कोरोना महामारी के बाद जन सामानà¥à¤¯ में उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से शृंखलाबदà¥à¤§ यजà¥à¤žà¥€à¤¯ आयोजन की रूपरेखा की तैयारी की है। इस निमितà¥à¤¤ शांतिकà¥à¤‚ज à¤à¤µà¤‚ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के चयनित पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों का पांच दिवसीय पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ शिविर का आयोजन हà¥à¤†à¥¤ इस शिविर में मपà¥à¤°, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, उपà¥à¤°, गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ सहित ११ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ शामिल रहे। शिविर में कà¥à¤² १४ सतà¥à¤° हà¥à¤, जिसमें विषय विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ जानकारी दी। शिविर के समापन सतà¥à¤° को संबोधित करते हà¥à¤ शांतिकà¥à¤‚ज वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• शà¥à¤°à¥€ महेनà¥à¤¦à¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि किसी à¤à¥€ राजà¥à¤¯ व देश के करà¥à¤£à¤§à¤¾à¤° संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ , संवेदनशील यà¥à¤µà¤¾ होते हैं। à¤à¤¸à¥‡ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को समय-समय पर मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ पड़ती है, जिससे वे अपने कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को और अधिक गति दे सकें। इन दिनों इसी अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार में जà¥à¤Ÿà¤¾ है। शà¥à¤°à¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के साथ-साथ सà¤à¥€ आयॠवरà¥à¤— के मन को और अधिक सà¥à¤¦à¥ƒà¥ बनाये रखने के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करने होंगे। इसी उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में शृंखलाबदà¥à¤§ यजà¥à¤žà¥€à¤¯ व विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रचनातà¥à¤®à¤• आयोजन किये जा रहे हैं। शांतिकà¥à¤‚ज की केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ टोली गाà¤à¤µ-गाà¤à¤µ, घर-घर जायेगी और लोगों में धरà¥à¤® और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से जोड़ने का कारà¥à¤¯ करेगी। वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• शà¥à¤°à¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि धरà¥à¤® और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से जà¥à¥œà¤•à¤° समय की पाबंदी के साथ बड़े से बड़ा कारà¥à¤¯ को सà¥à¤—मतापूरà¥à¤µà¤• किया जा सकता है और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को पà¥à¤¨à¤ƒ विशà¥à¤µ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ बनाने की दिशा में अपना योगदान दे सकते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पौधारोपण, जल संरकà¥à¤·à¤£ जैसे विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रचनातà¥à¤®à¤• कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ को जà¥à¥œà¤¨à¥‡ का आवाहन किया।