रूस और यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के मामले का सरलीकरण करना हो तो यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मान लीजिठऔर यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के रूसी बहà¥à¤² पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ दोनेतà¥à¤¸à¥à¤• और लà¥à¤¹à¤¾à¤‚सà¥à¤• को पूरà¥à¤µà¥€ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ (बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶) समठलीजिà¤à¥¤ तब à¤à¤¾à¤°à¤¤ की मजबूरी थी कि उसे सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रहना है तो पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के दो हिसà¥à¤¸à¥‡ करने ही होंगे।
रिपोर्ट - सà¥à¤¶à¥€à¤² उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯
रूस और यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के मामले का सरलीकरण करना हो तो यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मान लीजिठऔर यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के रूसी बहà¥à¤² पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ दोनेतà¥à¤¸à¥à¤• और लà¥à¤¹à¤¾à¤‚सà¥à¤• को पूरà¥à¤µà¥€ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ (बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶) समठलीजिà¤à¥¤ तब à¤à¤¾à¤°à¤¤ की मजबूरी थी कि उसे सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रहना है तो पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के दो हिसà¥à¤¸à¥‡ करने ही होंगे। आज ये ही मजबूरी रूस की à¤à¥€ है। यदि उसे अपनी सीमा पर अमेरिकी सैनà¥à¤¯ अडà¥à¤¡à¥‹à¤‚ को रोकना है तो यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ को तोड़ना ही होगा। आधार à¤à¥€ साफ ही है और वजह à¤à¥€ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है। दोनेतà¥à¤¸à¥à¤• और लà¥à¤¹à¤¾à¤‚सà¥à¤• में रूसी मूल के लोग बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में हैं। जैसे पूरà¥à¤µà¥€ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में बंगाली थे। जहां तक सही, गलत की बात है, यà¥à¤¦à¥à¤§ में सारे तरà¥à¤• विजेता और ताकतवर के पकà¥à¤· में होते हैं। रूस सैनà¥à¤¯ तौर पर ताकतवर है इसलिठसामने आकर लड़ने की ना अमेरिका की हिमà¥à¤®à¤¤ है और न नैटो की। यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ का दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ ये है कि वो यूरोप, अमेरिका का पिछलगà¥à¤—ू बनकर खà¥à¤¦ की बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦à¥€ की तरफ बॠगया है। इतिहास देख लीजिà¤, जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° मामलों में अमेरिका की à¤à¥‚मिका महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ के शकà¥à¤¨à¥€ की तरह होती है। अमेरिका कितना साथ निà¤à¤¾à¤¤à¤¾ है, इसका अंदाजा इस बात से लगा लीजिये कि सबसे पहले उसी ने अपना दूतावास खाली किया। इसके बाद विदेशी लोगों के निकलने की जो à¤à¤—दड़ मची उस पर यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ को कहना पड़ा कि यà¥à¤¦à¥à¤§ से बड़ा नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ इस à¤à¤—दड़ के कारण हो चà¥à¤•à¤¾ है। चूंकि, हम में से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लोगों की राय यानी जनमत का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हिंदी चैनल कर रहे हैं इसलिये हमें रूस शैतान दिख रहा है और अमेरिका-यूरोप मानवता को बचाने वाले देवदूत। जबकि, दोनों ही बातें तथà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से परे हैं। हिंदी मीडिया की ये पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ उसके सनसनीवादी रà¥à¤– के कारण पैदा होती है। फिलहाल, पूरे मामले को वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखिठतो रूस सही नजर आà¤à¤—ा। वैसे à¤à¥€ यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ की हरकतें लगà¤à¤— पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ जैसी हैं। जिस तरह पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ अमेरिका से लाठन मिले तो चीन के पास चला जाता है और चीन से बात न बने तो दोबारा अमेरिका के आगोश में आ जाता है। यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ को लगा कि वो अमेरिका और नैटो से मोहबà¥à¤¬à¤¤ करके रूस का धमका सकेगा। अब परिणाम देख लीजिà¤à¥¤ अगर इस मामले में थोड़ा राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦ का छोंक लगाकर देखा जाठतो जिस तरह à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लोग पाक अधिकृत कशà¥à¤®à¥€à¤° को पाना चाहते हैं, वैसी ही सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ रूसियों की à¤à¥€ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी चाह को सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ में बदल लिया है। इसी का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ ये है कि दोनेतà¥à¤¸à¥à¤• और लà¥à¤¹à¤¾à¤‚सà¥à¤• अब à¤à¤• नया देश है, जिसे रूस के अलावा सीरिया, निकारागà¥à¤† ने मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ à¤à¥€ दे दी है। वैसे, ये इलाका देर-सवेर रूस में ही शामिल हो जाà¤à¤—ा। अब मामला यहीं तक नहीं रà¥à¤•à¥‡à¤—ा, ये और आगे तक जाà¤à¤—ा। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि रूस à¤à¤²à¥‡ ही आरà¥à¤¥à¤¿à¤• तौर पर कमजोर हो, लेकिन सैनà¥à¤¯ रूप से किसी तरह कमजोर नहीं है। हम लोगों को à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार की तरह दà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ में नहीं रहना चाहिठकि आखिर तक ये तय न कर पाà¤à¤‚ कि किसके साथ खड़े हों। दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• सैनà¥à¤¯ और कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ हितों को देखें तो रूस का साथ ही ठीक है। वरना तो इमरान खान मतà¥à¤¥à¤¾ टेकने के लिठरूस जा ही रहे हैं। ये à¤à¥€ सच है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ से कोई दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€ नहीं है, लेकिन यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ किसी का मोहरा बनकर वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करें तो फिर उसका पकà¥à¤· लेने की à¤à¤¾à¤°à¤¤ की कोई मजबूरी नहीं है। इस सारे मामले का à¤à¤• जटिल पहलू ये है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ को दोनों ही तरफ से नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ होगा। रूस का साथ दे तो अमेरिकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚धों का डर है और रूस की मà¥à¤–ालफत करे तो चीन-पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मौके का ततà¥à¤•à¤¾à¤² फायदा उठा लेंगे। यहाठà¤à¤• परेशानी ये है कि अमेरिका गाà¥à¥‡ वकà¥à¤¤ का साथी नहीं है। इसलिठà¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ के लायक नहीं है। तो लाठइसी में है कि बचते-बचाते रूस का ही साथ दिया जाà¤à¥¤ वैसे, यà¥à¤¦à¥à¤§ कोई à¤à¥€ हो, उसका परिणाम कà¤à¥€ अचà¥à¤›à¤¾ नहीं होता। जितने वाला à¤à¥€ यà¥à¤¦à¥à¤§ की कीमत चà¥à¤•à¤¾à¤¤à¤¾ ही है। निकट अतीत में लीबिया, सीरिया, यमन, अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨, सरà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ में यà¥à¤¦à¥à¤§ की à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¤à¤¾ सामने आ चà¥à¤•à¥€ है। यà¥à¤¦à¥à¤§à¥‹à¤‚ से जरà¥à¤œà¤° हà¥à¤ कई अफà¥à¤°à¥€à¤•à¥€ देश तो अब चरà¥à¤šà¤¾ के लायक à¤à¥€ नहीं रहे। इसलिठकामना कीजिये कि यà¥à¤¦à¥à¤§ के हालात जलà¥à¤¦ खतà¥à¤® हों।