इन दिनों डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के समूहों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• मैसेज पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जा रहा है। इस मैसेज का à¤à¤¾à¤µ ये है कि इस वकà¥à¤¤ देश को नठमेडिकल कॉलेजों या अधिक डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की बजाय विशेषजà¥à¤ž डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की जरूरत है।
रिपोर्ट - सà¥à¤¶à¥€à¤² उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯
इन दिनों डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के समूहों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• मैसेज पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जा रहा है। इस मैसेज का à¤à¤¾à¤µ ये है कि इस वकà¥à¤¤ देश को नठमेडिकल कॉलेजों या अधिक डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की बजाय विशेषजà¥à¤ž डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की जरूरत है। यह मैसेज मूल रूप में इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° है- ‘‘ पिछले दिनों पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी ने देश में अधिक से अधिक मेडिकल कॉलेज़ खोलने का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ राजà¥à¤¯ सरकारों और औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक घरानों से किया है। जब देश के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा है तो सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• है आने वाले वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों की सà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥€ आने वाली है। राजà¥à¤¯ सरकार तो पहले ही अपने ज़िला असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ को मेडिकल कॉलेज में अपगà¥à¤°à¥‡à¤¡ कर रही है। उधर, à¤à¤¨à¤à¤®à¤¸à¥€ (à¤à¤®à¤¸à¥€à¤†à¤ˆ) ने à¤à¤¨à¤ˆà¤à¤•à¥à¤¸à¤Ÿà¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ की घोषणा कर दी है, जिसे पास करना पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ गà¥à¤°à¥‡à¤œà¥à¤à¤Ÿ के लिठआवशà¥à¤¯à¤• होगा (होना à¤à¥€ चाहिà¤) तà¤à¥€ वो पà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ कर पाà¤à¤—ा।“देश की सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को और बेहतर बनाने के लिठहमें और डॉकà¥à¤Ÿà¤° चाहिà¤â€, ये à¤à¤• नैरटिव है, जिसे दशकों से पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया गया और दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤µà¤¶ अब à¤à¥€ किया जा रहा है, जबकि वरà¥à¤· 2021 में संसद में सरकार ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कहा है कि देश में 854 लोगों पर à¤à¤• डॉकà¥à¤Ÿà¤° उपलबà¥à¤§ है जो कि डबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚à¤à¤šà¤“ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ मानक से बेहतर हो चà¥à¤•à¤¾ है। अब देश के नीति निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾à¤“ं से कà¥à¤› सवाल हैं, जिनका जवाब दिया जाना चाहिà¤- जब देश में डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ डबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚à¤à¤šà¤“ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रेकमेंडेड संखà¥à¤¯à¤¾ से बेहतर हो चà¥à¤•à¥€ है तो हमें अब और मेडिकल कॉलेज कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ चाहिठ? कà¥à¤¯à¤¾ इन à¤à¤¾à¤µà¥€ चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ के रोज़गार के लिठà¤à¥€ कोई योजना बनाई गई है या सिरà¥à¤«à¤¼ निजी मेडिकल कॉलेजों को पोषित करने के लिठऔर बड़े असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ को ससà¥à¤¤à¥‡ डॉकà¥à¤Ÿà¤° उपलबà¥à¤§ करवाने के लिठडाकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की फ़ौज बनाई जा रही है ? गली-गली में मेडिकल कॉलेज खà¥à¤²à¤¨à¥‡ के बाद बहà¥à¤¤ समà¥à¤à¤µ है कि à¤à¤¨à¤ˆà¤à¤•à¥à¤¸à¤Ÿà¥€ के परिणाम à¤à¥€ à¤à¤«à¤à¤®à¤œà¥€à¤ˆ जैसे ही होंगे। यदि à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† तो à¤à¤¨à¤ˆà¤à¤•à¥à¤¸à¤Ÿà¥€ अनà¥à¤¤à¥à¤¤à¥€à¤°à¥à¤£ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ होगा ? विदेशी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ पर तो सरकार का कोई नियंतà¥à¤°à¤£ नहीं है, लेकिन à¤à¤¾à¤°à¤¤ के किसी मेडिकल कॉलेज में पाà¤à¤š साल पà¥à¤¾à¤ˆ करने के बाद यदि छातà¥à¤° à¤à¤¨à¤ˆà¤à¤•à¥à¤¸à¤Ÿà¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ पास न कर पाठतो कà¥à¤¯à¤¾ मेडिकल कॉलेज की कोई जवाबदेही तय होगी ? आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ से अधिक बेरोज़गार चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ की फ़ौज खड़ा करने से बेहतर होगा कि मौजूदा मेडिकल कॉलेजों में पà¥à¤¾à¤ˆ की गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥€ जाठताकि न केवल देश को अचà¥à¤›à¥‡ चिकितà¥à¤¸à¤• मिलें, बलà¥à¤•à¤¿ किसी यà¥à¤µà¤¾ को उस घोर मानसिक यंतà¥à¤°à¤£à¤¾ से न गà¥à¤œà¤°à¤¨à¤¾ पड़े जो à¤à¤«à¤à¤®à¤œà¥€à¤ˆ पास न कर पाने पर होती होगी । और अब इस à¤à¥‚ठका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° à¤à¥€ बंद होना चाहिठकि देश में चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ की कमी है। ‘‘ डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ उपरà¥à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ मैसेज में इसमें सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से कहा गया है कि देश में और डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की जरूरत नहीं है। इस बात को जब शहरों के संदरà¥à¤ में पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ को देखते हैं तो फिर यकीनन देश को अतिरिकà¥à¤¤ डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की जरूरत नहीं है। लेकिन, à¤à¤¾à¤°à¤¤ केवल शहरों में नहीं हैं। देश की दो तिहाई आबादी अब à¤à¥€ गांवों में रह रही है जो मेडिकल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के मामले में पूरी तरह शहरों पर निरà¥à¤à¤° है। शहरों में पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ मेडिकल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ कितनी डरावनी कीमत पर उपलबà¥à¤§ हैं, ये सà¤à¥€ को पता है। बात साफ है कि देश को शहर केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ मेडिकल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के साथ उन मेडिकल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं की जरूरत है जो गांवों में हों या फिर सरकारी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ में हैं। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड को उदाहरण के तौर पर देखिà¤à¥¤ सरकार की तमाम कोशिश के बावजूद डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के à¤à¤• तिहाई पद नहीं à¤à¤°à¥‡ जा पा रहे हैं। सरकारी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ में जो डॉकà¥à¤Ÿà¤° हैं, वे à¤à¥€ केवल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤œà¤¨à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर ही हैं, दूरसà¥à¤¥ इलाकों में तो दो तिहाई से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पद खाली हैं। अब सवाल ये है कि इन जगहों पर कौन डॉकà¥à¤Ÿà¤° काम करने जाà¤à¤—ा ? पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ मेडिकल कॉलेज में à¤à¤¾à¤°à¥€-à¤à¤°à¤•à¤® फीस देकर à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ करने वाला यà¥à¤µà¤¾ डॉकà¥à¤Ÿà¤° इन गांवों में नहीं जाà¤à¤—ा। इनके लिठउसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का समानांतर तंतà¥à¤° विकसित करने की जरूरत है, जिसकी पहल कà¥à¤› साल पहले छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ॠके मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अजित जोगी ने की थी। (हालांकि, मैं निजी तौर पर साà¥à¥‡ तीन वाली मेडिकल डिगà¥à¤°à¥€ पर सहमत नहीं हूं। डिगà¥à¤°à¥€ का सà¥à¤µà¤°à¥‚प वही रहे जो à¤à¤®à¤¸à¥€à¤†à¤ˆ ने तय किया है, लेकिन सरकारी खरà¥à¤š पर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पà¥à¥‡ डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ को गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में सेवा के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ जाना जरूरी हो।) गांवों में और सरकारी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ में डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की कमी को देखिठतो साफ पता चलेगा कि मौजूदा मेडिकल कॉलेजों और उनमें उपलबà¥à¤§ सीटों को ततà¥à¤•à¤¾à¤² दोगà¥à¤¨à¤¾ करने की जरूरत है। विशेषजà¥à¤žà¤¤à¤¾ की जरूरत हमेशा ही रहती है, लेकिन जहां सामानà¥à¤¯ à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ डॉकà¥à¤Ÿà¤° से काम चल सकता हो, वहां जबरन विशेषजà¥à¤ž का सवाल उठाना बेमानी है। डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ फैलाये जा रहे मैसेज में बताया गया है कि देश में डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ का औसत डबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚à¤à¤šà¤“ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ मानक से अधिक है। वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ औसत वाला ये मामला बड़ा चिंताजनक है। इससे वसà¥à¤¤à¥à¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का पता नहीं चलता। और यदि औसत की ही बात है तो नारà¥à¤µà¥‡ और नà¥à¤¯à¥‚जीलैंड के औसत की बात à¤à¥€ कीजिà¤à¥¤ या फिर चीन से तà¥à¤²à¤¨à¤¾ कर लीजिठतो पता चलेगा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ का औसत बहà¥à¤¤ खराब है। देश में डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की कमी है तà¤à¥€ तो à¤à¥‹à¤²à¤¾à¤›à¤¾à¤ª लोग अपनी दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ चला रहे हैं। नठमेडिकल कॉलेज खोलकर निजी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ को ससà¥à¤¤à¥‡ डॉकà¥à¤Ÿà¤° उपलबà¥à¤§ कराने का तरà¥à¤• पूरी तरह गलत है और इस तरà¥à¤• की आड़ में सरकारी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ को खाली रखने की मंशा à¤à¥€ à¤à¤²à¤•à¤¤à¥€ है। जहां तक विदेश जाकर मेडिकल की पà¥à¤¾à¤ˆ करने की बात है तो यह सीधे तौर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार की विफलता है। इस विफलता में à¤à¤®à¤¸à¥€à¤†à¤ˆ और डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ समूह à¤à¥€ बराबर के हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤° हैं। मौजूदा डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यह बात कहा जाना कि और डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की जरूरत नहीं है, से यही पता चलता है कि पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ मेडिकल कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° अपने लाठको सामने रखकर बात कर रहा है। डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की फौज कोई बà¥à¤°à¥€ बात नहीं है। इससे आम लोगों को ससà¥à¤¤à¥€ मेडिकल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ मिलने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ पैदा होगी। कम से कम सरकारी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° को आसानी से डॉकà¥à¤Ÿà¤° मिल सकेंगे। और यदि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में खपत नहीं हो सकेगी तो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के उन देशों में काम के मौके मिल सकेंगे, जहां डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की कमी है। आखिर, इंगà¥à¤²à¥ˆà¤‚ड जैसे देशों की नेशकल मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¥‡à¤¸ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के दम पर ही चलती है। ये à¤à¥€ कहा जा रहा है कि विदेश से पà¥à¤¨à¥‡ वाले डॉकà¥à¤Ÿà¤° योगà¥à¤¯ नहीं हैं। इस पर तरà¥à¤• दिया जा रहा है कि इनमें से बमà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² 20 फीसद डॉकà¥à¤Ÿà¤° ही à¤à¤«à¤à¤®à¤œà¥€à¤ˆ की परीकà¥à¤·à¤¾ पास कर पा रहे हैं। लेकिन, यह बात केवल मेडिकल तक सीमित नहीं है। यूजीसी, सीà¤à¤¸à¤†à¤ˆà¤†à¤°, आईसीà¤à¤†à¤° आदि दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ली जाने वाली नेट परीकà¥à¤·à¤¾ में à¤à¥€ सफलता का औसत 15 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ से कम ही रहता है। यही सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बार कौंसिल ऑफ इंडिया की परीकà¥à¤·à¤¾à¤†à¤‚े से à¤à¥€ जà¥à¥œà¥€ है। अब अचà¥à¤›à¥€ बात यह है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने à¤à¥€ सà¤à¥€ à¤à¤®à¤¬à¥€à¤¬à¥€à¤à¤¸ के लिठà¤à¤¨à¤ˆà¤à¤•à¥à¤¸à¤Ÿà¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ पास करना अनिवारà¥à¤¯ कर दिया है। आप देखिà¤à¤—ा कि इस परीकà¥à¤·à¤¾ का रिजलà¥à¤Ÿ à¤à¥€ 15-20 फीसद के बीच ही रहेगा। à¤à¤¸à¥‡ हालात में तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ को और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मेडिकल गà¥à¤°à¥‡à¤œà¥à¤à¤Ÿà¥à¤¸ की जरूरत होगी। ये विषय काफी उलà¤à¤¾ हà¥à¤† है, लेकिन यूकà¥à¤°à¥‡à¤¨ के मामले ने ये साबित किया है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ को न केवल अपनी मेडिकल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं, बलà¥à¤•à¤¿ मेडिकल à¤à¤œà¥à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ के विसà¥à¤¤à¤¾à¤° पर ततà¥à¤•à¤¾à¤² धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की जरूरत है।