जल संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ जल संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ के तहत विकासखंड कोट के कोटसाडा गांव सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ 15 वां वित योजना के अंतरà¥à¤—त पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• जल सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ का जिरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤° विकासखंड कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ कोट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। जिलाधिकारी डॉ0 विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° जोगदणà¥à¤¡à¥‡ ने अपने सà¥à¤¥à¤²à¥€à¤¯ à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के दौरान जल सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ का निरीकà¥à¤·à¤£ किया।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
पौड़ी /दिनांक 01 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², 2022, जल संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ जल संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ के तहत विकासखंड कोट के कोटसाडा गांव सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ 15 वां वित योजना के अंतरà¥à¤—त पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• जल सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ का जिरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤° विकासखंड कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ कोट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। जिलाधिकारी डॉ0 विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° जोगदणà¥à¤¡à¥‡ ने अपने सà¥à¤¥à¤²à¥€à¤¯ à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के दौरान जल सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ का निरीकà¥à¤·à¤£ किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने संबंधित विà¤à¤¾à¤— की सराहना करते हà¥à¤ कहा कि अनà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ इस तरह के कारà¥à¤¯à¥‹ को करें। जिससे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों को पीने के लिठशà¥à¤¦à¥à¤§ पेयजल तथा कृषि के लिठपानी उपलबà¥à¤§ हो सकेगा। कहा कि समसà¥à¤¤ विकासखंडो में à¤à¥€ इस तरह की कारà¥à¤¯à¤¯à¥‹à¤œà¤¨à¤¾ तैयार की जाà¤à¤—ी तथा उसमें जल संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ का कारà¥à¤¯ तेजी से किया जाà¤à¤—ा। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ का जिरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤° कर उसे à¤à¤• नये रूप में विकसित किया जाà¤à¤—ा। जिससे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों तथा परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को पीने के लिठशà¥à¤¦à¥à¤§ पेयजल मिल सकेगा। कहा कि परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¥€ जल संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ का कारà¥à¤¯ किया जा रहा है तथा उस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में पेयजल के साथ ही पौधों का रोपण à¤à¥€ किया जाà¤à¤—ा। जिससे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोग तथा बाहर से आने वाले परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• वहां लà¥à¤«à¥à¤¤ उठा सकेंगे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जनपद के समसà¥à¤¤ विकासखंड़ों में पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• जल सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ का संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ व संरकà¥à¤·à¤£ के लिठजीआईà¤à¤¸ मैपिंग तथा उसके बाद कारà¥à¤¯à¤¯à¥‹à¤œà¤¨à¤¾ तैयार कर कारà¥à¤¯ किया जाà¤à¤—ा। जिससे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोग अपने खेतों में à¤à¥€ सिचांई कर सकेंगे। कनिषà¥à¤ अà¤à¤¿à¤¯à¤‚ता लघॠसिचांई अनिल कà¥à¤®à¤¾à¤° तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤°à¥€ ने बताया कि 15 वित योजना के अंतरà¥à¤—त लगà¤à¤— 01 लाख 65 हजार की लागत से जल संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ जल संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ का कारà¥à¤¯ किया गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कोट बà¥à¤²à¤¾à¤• के कोटसाड़ा गांव में पिछले लंबे समय से पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ का पानी धीरे-धीरे कम होता जा रहा था इसी बीच उस पेयजल सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ का जिरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤° करने के लिठकारà¥à¤¯à¤¯à¥‹à¤œà¤¨à¤¾ बनाई गयी। कहा कि पानी को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने के लिठटैंक बनाया गया, जिसमें परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मातà¥à¤°à¤¾ में पानी à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ होता है। जिससे कोटसाडा गांव के आस-पास गांवों को à¤à¥€ काफी फायदा मिला है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ का चयन किया जा रहा है तथा उसपे à¤à¥€ इसी रूप में कारà¥à¤¯ किया जाà¤à¤—ा, जिससे पानी बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦ होने से बच सकेगा तथा लोगों कोे पानी के लिठà¤à¤Ÿà¤•à¤¨à¤¾ नहीं पड़ेगा।