हिनà¥à¤¦à¥‚ नववरà¥à¤· संवतॠ२०à¥à¥¯ का विशà¥à¤µ à¤à¤° में फैले गायतà¥à¤°à¥€ परिवार ने सामूहिक अरà¥à¤§à¥à¤¯à¤¦à¤¾à¤¨ के साथ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। इस अवसर पर शांतिकà¥à¤‚ज के शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤°à¤® में हजारों पीतवसà¥à¤¤à¥à¤°à¤§à¤¾à¤°à¥€ गायतà¥à¤°à¥€ साधकों ने à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ हो सामूहिक अरà¥à¤§à¥à¤¯à¤¦à¤¾à¤¨ किया। सà¤à¥€ साधक à¤à¤•-à¤à¤• पातà¥à¤° लेकर पहà¥à¤‚चे थे।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° २ मारà¥à¤šà¥¤ हिनà¥à¤¦à¥‚ नववरà¥à¤· संवतॠ२०à¥à¥¯ का विशà¥à¤µ à¤à¤° में फैले गायतà¥à¤°à¥€ परिवार ने सामूहिक अरà¥à¤§à¥à¤¯à¤¦à¤¾à¤¨ के साथ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। इस अवसर पर शांतिकà¥à¤‚ज के शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤°à¤® में हजारों पीतवसà¥à¤¤à¥à¤°à¤§à¤¾à¤°à¥€ गायतà¥à¤°à¥€ साधकों ने à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ हो सामूहिक अरà¥à¤§à¥à¤¯à¤¦à¤¾à¤¨ किया। सà¤à¥€ साधक à¤à¤•-à¤à¤• पातà¥à¤° लेकर पहà¥à¤‚चे थे। पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ à¤à¤µà¤‚ उमंग के जयघोष à¤à¤µà¤‚ नारे लगाते हà¥à¤ यà¥à¤—ऋषिदà¥à¤µà¤¯ के पावन समाधि सà¥à¤¥à¤² पहà¥à¤‚चे। जहाठसाधकों ने विशà¥à¤µ शांति à¤à¤µà¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ हेतॠसामूहिक पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की और दीपांजलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। वहीं देश विदेश के गायतà¥à¤°à¥€ साधक, अपने-अपने निकटवरà¥à¤¤à¥€ पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚, जोन, उपजोन कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ हो सामूहिक अरà¥à¤§à¥à¤¯à¤¦à¤¾à¤¨ में à¤à¤¾à¤— लिया। वहीं अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ.पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने नवरातà¥à¤° साधना में जà¥à¤Ÿà¥‡ साधकों को पà¥à¤°à¤¥à¤® दिन वरà¥à¤šà¥à¤…ल संदेश दिया। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤šà¤°à¤¿à¤¤ मानस में शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤µà¤šà¤¨à¤¾à¤®à¥ƒà¤¤ विषय पर संबोधित करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इस संवतà¥à¤¸à¤° का नाम राकà¥à¤·à¤¸ है। वैसे तो राकà¥à¤·à¤¸ शबà¥à¤¦ का अरà¥à¤¥ नकारातà¥à¤®à¤• रूप में लिया जाता है, लेकिन इसका à¤à¤• सकारातà¥à¤®à¤• रूप à¤à¥€ है, वह है रकà¥à¤·à¤¾ करने वाला। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पिछले संवतà¥à¤¸à¤µà¤° में कोरोनाकाल के à¤à¥€à¤·à¤£ दà¥à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने हमें à¤à¤• नई दिशा दी है और सावधानियाठबà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के साथ जीवन जीने की à¤à¤• जीवनशैली à¤à¥€ दे दी है। इसने इमà¥à¤¯à¥‚निटी पावर बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ और पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के निकट रहने के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया है। अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि इस बार की नवरातà¥à¤°à¤¿ में यही पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ होना चाहिठवà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने जीवन में देवतà¥à¤µ जगाने हेतॠउन तथà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की व उन वचनों की गहराई में जाय, जो à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के मà¥à¤– से निकले। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इन दिनों शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤šà¤°à¤¿à¤¤ मानस में शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤µà¤šà¤¨à¤¾à¤®à¥ƒà¤¤ को गहराई से जानने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया जाना चाहिà¤, जिससे अपने पà¥à¤°à¤à¥ शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के वचनों का महतà¥à¤¤à¥à¤µ को समà¤à¤¾ जा सके। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि यà¥à¤—ऋषि पं. शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯ ने जीवन à¤à¤° à¤à¤• सादा जीवन उचà¥à¤š विचार को अपनाया है और लाखों करोड़ों को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया। इससे पूरà¥à¤µ शांतिकà¥à¤‚ज के मà¥à¤–à¥à¤¯ सà¤à¤¾à¤—ार में देश विदेश से आये साधकों को संबोधित करते हà¥à¤ देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के डीन (छातà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£) शà¥à¤°à¥€ संदीप कà¥à¤®à¤¾à¤° ने नवरातà¥à¤° साधना में सफलता के रहसà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤·à¥à¤ ान की रीति नीति पर विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। साधकोंं ने सामूहिक साधना के माधà¥à¤¯à¤® से आतà¥à¤®à¤¿à¤• कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ à¤à¤µà¤‚ विशà¥à¤µ शांति के लिठहवन à¤à¤µà¤‚ जप तप कर रहे हैं। इस अवसर पर देश के कोने कोने से आये साधक गण उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।