परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में पूरे विशà¥à¤µ को महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ महान à¤à¤¾à¤°à¤¤ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है और यह शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® हमें महान à¤à¤¾à¤°à¤¤ की ओर लेकर जायेगा। गà¥à¤°à¥‚गà¥à¤°à¤¾à¤® में बहà¥à¤¤ बड़े-बड़े शापिंग सेंटरà¥à¤¸ हैं à¤à¤¸à¥‡ में यहां पर शानà¥à¤¤à¤¿ सेनà¥à¤Ÿà¤° की नितांत आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। लोग शापिंग माल में अपने बटूआ खाली करने जाते हैं परनà¥à¤¤à¥ विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° में लोग अपने तनाव के खाली करने आयेंगे और तनाव से मà¥à¤•à¥à¤¤ होकर शानà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करेंगे।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश/गà¥à¤°à¥‚गà¥à¤°à¤¾à¤®, 17 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने आचारà¥à¤¯ डॉ लोकेशजी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ संसà¥à¤¥à¤¾ अहिंसा विशà¥à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ विशà¥à¤µ शांति केनà¥à¤¦à¥à¤° के शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ और à¤à¥‚मिपूजन समारोह में सहà¤à¤¾à¤— कर विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ का संदेश दिया। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में पूरे विशà¥à¤µ को महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ महान à¤à¤¾à¤°à¤¤ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है और यह शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® हमें महान à¤à¤¾à¤°à¤¤ की ओर लेकर जायेगा। गà¥à¤°à¥‚गà¥à¤°à¤¾à¤® में बहà¥à¤¤ बड़े-बड़े शापिंग सेंटरà¥à¤¸ हैं à¤à¤¸à¥‡ में यहां पर शानà¥à¤¤à¤¿ सेनà¥à¤Ÿà¤° की नितांत आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। लोग शापिंग माल में अपने बटूआ खाली करने जाते हैं परनà¥à¤¤à¥ विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° में लोग अपने तनाव के खाली करने आयेंगे और तनाव से मà¥à¤•à¥à¤¤ होकर शानà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करेंगे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ केवल धरती का टà¥à¤•à¥œà¤¾ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ यह जीता जागता राषà¥à¤Ÿà¥à¤° है; शानà¥à¤¤à¤¿ की à¤à¥‚मि है, बà¥à¤¦à¥à¤§ की à¤à¥‚मि है, महावीर की à¤à¥‚मि है और सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की à¤à¥‚मि है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ बà¥à¥‡ परनà¥à¤¤à¥ शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के साथ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ बà¥à¥‡à¤—ी तो बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ अपने आप शà¥à¤¦à¥à¤§ होगी और शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ से ही वृदà¥à¤§à¤¿ होती है और समृदà¥à¤§à¤¿ होती है। जीवन में शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और शानà¥à¤¤à¤¿ की बहà¥à¤¤ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है इसलिये शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और शानà¥à¤¤à¤¿ चले साथ-साथ। बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ हमें शानà¥à¤¤à¤¿ की ओर ले जाती है और शानà¥à¤¤à¤¿ से ही समृदà¥à¤§à¤¿ आती है। विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿; शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और समृदà¥à¤§à¤¿ तथा हैलà¥à¤¥, हैपà¥à¤ªà¥€à¤¨à¥‡à¤¸ और होलीनेस का संगम बनेगा à¤à¤¸à¥€ हम सà¤à¥€ की ओर से शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ है। योगगà¥à¤°à¥‚ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामदेव जी ने कहा सदियों तक समाज को जोड़ें रखने की आधारशिला है अहिंसा विशà¥à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ मिशन और विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° परोपकार, पà¥à¤°à¥‡à¤® और अहिंसा की नींव का कारà¥à¤¯ करेगी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अहिंसा ही हमारा सहज धरà¥à¤® है। धरती पर सतà¥à¤•à¤°à¥à¤® और सतà¥à¤§à¤°à¥à¤® ही होना चाहिये। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि साधॠसंकलà¥à¤ª को पूरा करने के लिये पूरी समषà¥à¤Ÿà¤¿ को à¤à¤• साथ आने की जरूरत है। गीता मनीषी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी ने कहा कि कहा कि विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° शानà¥à¤¤à¤¿ और सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का केनà¥à¤¦à¥à¤° बनेगा। विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ने सब कà¥à¤› दिया है, विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ने हमें सब सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ दी है परनà¥à¤¤à¥ इससे हमारी कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ कम हà¥à¤ˆ है। हमें इस समय चितंन करने की जरूरत है कि शानà¥à¤¤à¤¿ कहां और कैसे मिलेगी इसका किसी के पास समाधान है तो वह केवल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और हमारे ऋषियों के पास है। मन की शानà¥à¤¤à¤¿ सà¤à¥€ चाहते है इसलिये à¤à¤¸à¥‡ सेनà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¸ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है जहां आते ही शानà¥à¤¤à¤¿ मिले और अहिंसा विशà¥à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ ही सेंटर बनेगा à¤à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤à¥ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ है। महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ धरà¥à¤®à¤¦à¥‡à¤µ जी ने कहा कि विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का दà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤• सिदà¥à¤§ होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को अपनी नींव से जà¥à¥œà¤¨à¥‡ का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ जिओ और जीने दो का सूतà¥à¤° दिया। केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ कृषि à¤à¤µà¤‚ किसान कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€, à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार, शà¥à¤°à¥€ कैलाश चैधरी जी ने कहा कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में हर चीज मिल जाती है परनà¥à¤¤à¥ शानà¥à¤¤à¤¿ नहीं मिलती, सचà¥à¤šà¥‡ अरà¥à¤¥ में शानà¥à¤¤à¤¿ तो गà¥à¤°à¥‚ के चरणों में ही मिलती है। आने वाले समय में विशà¥à¤µ अहिंसा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ का अदà¥à¤à¥à¤¤ केनà¥à¤¦à¥à¤° बनेगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कृषि, ऋषि और जैविक कृषि के विषय पर à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दीपांकर जी ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में पूरे विशà¥à¤µ को शानà¥à¤¤à¤¿ की जरूरत है और यह विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ केनà¥à¤¦à¥à¤° पूरे विशà¥à¤µ को अपने ओर मोड़ने का कारà¥à¤¯ करेगा। यह केनà¥à¤¦à¥à¤° सà¥à¤µà¤¯à¤‚ तक पहà¥à¤‚चने की यातà¥à¤°à¤¾ का à¤à¥€ केनà¥à¤¦à¥à¤° बनेगा।