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राष्ट्र पिता महात्मा गांधी का राम राज्य का स्वपन तभी हासिल किया जा सकेगा जब पंचायतें सषक्त होए


राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के शुभ अवसर होटल मैनर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पंचायतीरा मंत्री सतपाल महाराज ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के शुभ अवसर पर पंचायतीराज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राष्ट्र पिता महात्मा गांधी का राम राज्य का स्वपन तभी हासिल किया जा सकेगा जब पंचायतें सषक्त होए आत्म.निर्भर हो तथा गांव के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

काशीपुर 24 अप्रैल 2022. राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के शुभ अवसर होटल मैनर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पंचायतीरा मंत्री सतपाल महाराज ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के शुभ अवसर पर पंचायतीराज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राष्ट्र पिता महात्मा गांधी का राम राज्य का स्वपन तभी हासिल किया जा सकेगा जब पंचायतें सषक्त होए आत्म.निर्भर हो तथा गांव के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले। गांव की मजबुत ग्राम सभा ''अमृत काल में सिद्वि का संकल्प'' के माध्यम से ग्रामोदय से राष्ट्रोदय की दिशा आगे बढ़ने में समर्थ होगी। उन्होंने कहा कि सतत् विकास लक्ष्य.2030 के एजेण्डे की प्राप्ति में भी पंचायतों की महति भूमिका है। पंचायतें जितना अधिक सशक्त होंगीए, सतत् विकास लक्ष्य के उद्देष्यों को हासिल करने की राह उतनी ही आसान होगी। गांवों के विकास के माध्यम से ही पूरे देश का विकास सम्भव है। उन्होंने राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर काशीपुर, ऊधमसिंहनगर में समारोह का पर हर्ष व्यक्त करते हुए समारोह में उपस्थित मा0 पंचायत प्रतिनिधि गणों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया। उन्होंने राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के आयोजन के संदर्भ में विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि 73वें संविधान संषोधन अधिनियम को दिनांक 24 अप्रैलए 1992 को महामहिम राश्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किया गया। इसी दृष्टिगत केन्द्र सरकार द्वारा दिनांक 24 अप्रैलए 2010 को पहला पंचायतीराज दिवस घोशित कियाए तब से निरन्तर प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के रूप में ंमनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 73वें संविधान संशोधन के जरिये ही पंचायतों को संवैधानिक दर्जा देते हुए उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक विकास की योजनाएं बनाने का अधिदेश प्राप्त हुआ है। साथ ही लोकतांत्रिक इकाई के रूप में ग्राम सभाओं को रखा गया है। संशोधन के माध्यम से त्रिस्तरीय पंचायतीराज प्रणाली अस्तित्व में आई है तथा पंचायतों को स्वायत्तशासी निकाय के रूप में मान्यता मिली है। इसके अलावा भारतीय संविधान में एक नयी 11वीं अनुसूची में 29 विषयों को जोडा गया हैैए जिसके अनुसार पंचायतों को व्यवस्थित करने के लिए राज्य कदम उठाएगा और उन्हें उन आवश्यक शक्तियोंऔर अधिकारों से विभूशित करेगा जिससे कि वे शासन की इकाई की तरह कार्य करने में सक्षम हों। आज मा0 प्रधान मंत्री जी राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के उपलक्ष्य में जम्मू कश्मीर के सांबा जिले की पल्ली ग्राम पंचायत से राष्ट्र की समस्त पंचायतों को वर्चुअली सम्बोधित किया। साथ ही डिजिटल माध्यम से राष्ट्रीय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कारों से पुरस्कृत पंचायतों को पुरस्कार की धनराशि उनके खातों में हस्तांतरित की। राष्ट्रीय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार योजना के अन्तर्गत दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार के अन्तर्गत राज्य की 05 ग्राम पंचायतों यथा 1.ग्राम पंचायत औरंगाबाद जनपद हरिद्वार, 2.ग्राम पंचायत मंजियाली जनपद उत्तरकाशी, 3.ग्राम पंचायत कोठार जनपद पौड़ी गढ़वाल, 4.ग्राम पंचायत पेंसर, जनपद उत्तरकाशी एवं 5.ग्राम पंचायत केदारावाला, जनपद देहरादून तथा राज्य की 02 क्षेत्र पंचायतों यथा 1.क्षेत्र पंचायत प्रतापनगर जनपद टिहरी गढ़वाल एवं 2.क्षेत्र पंचायत पुरोला जनपद उत्तरकाशी तथा जिला पंचायत देहरादून को वर्श 2022 के लिए पुरस्कृत किया गया। साथ ही ग्राम पंचायत केदारावाला जनपद देहरादून को बाल हितैशी ग्राम पंचायत पुरस्कार एवं नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार तथा ग्राम पंचायत मंजियाली जनपद उत्तरकाशी को ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार के अन्तर्गत पुरस्कृत किया गया। राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में राश्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर ग्राम संभाओं का आयोजन किया गया जिसमें प्रधानमंत्री का सम्बोधन सुना गया तथा ग्राम सभाओं में पंचायतों के सशक्तिकरण बुनियादी अवसंरचनाओं का निर्माण, आधुनिकीकरण, पारदर्षिता, जवाबदेही, सुशासन, सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम, सामाजिक आर्थिक विकास की योजनाओं पर चर्चा एवं विचार विमर्श करते हुए पंचायतें विकास का खाका तैयार किया गया। उल्लेखनीय है कि त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था के अन्तर्गत पंचायतों को अपना सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन करने हेतु उन्हें प्रोत्साहित करते हुए उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना जगाने के लिए पंचायतीराज मंत्रालय,भारत सरकार के द्वारा वर्ष 2010 से राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर पुरस्कृत किये जाने हेतु पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार योजना लागू की गई। इस अवसर पर पंचायतीराज निदेशक बंशीधर तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्षा देहरादून मधु चौहान, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अमित नारंग आदि उपस्थित थे।

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