जीवाणॠरोगजनकों के विरà¥à¤¦à¥à¤§ à¤à¤• नॉवेल शसà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤—ार विकसित करने की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ को पार करना कठिन बना हà¥à¤† है। हालांकि, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ (आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€) की à¤à¤• शोध टीम ने à¤à¤• मलà¥à¤Ÿà¥€à¤®à¥‰à¤¡à¤² नैनोबायोटिक पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® विकसित करने की रणनीति अपनाई, जो बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के रोगजनकों का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ करता है। नैनोपà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® मलà¥à¤Ÿà¥€à¤¡à¥à¤°à¤—-पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¥€ जीवाणॠरोगजनकों को कम करने के लिठà¤à¤• खादà¥à¤¯-गà¥à¤°à¥‡à¤¡ पेपà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤¡ (सामानà¥à¤¯ रूप से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤- जीआरà¤à¤à¤¸ शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के जीवाणà¥, पेडियोकोकस पेंटोसेअस के रूप में मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ à¤à¤• रोगाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ पेपà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤¡) की सहकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• जीवाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ गतिविधि का लाठउठाता है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€, 12 मई 2022: जीवाणॠरोगजनकों के विरà¥à¤¦à¥à¤§ à¤à¤• नॉवेल शसà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤—ार विकसित करने की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ को पार करना कठिन बना हà¥à¤† है। हालांकि, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ (आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€) की à¤à¤• शोध टीम ने à¤à¤• मलà¥à¤Ÿà¥€à¤®à¥‰à¤¡à¤² नैनोबायोटिक पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® विकसित करने की रणनीति अपनाई, जो बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के रोगजनकों का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ करता है। नैनोपà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® मलà¥à¤Ÿà¥€à¤¡à¥à¤°à¤—-पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¥€ जीवाणॠरोगजनकों को कम करने के लिठà¤à¤• खादà¥à¤¯-गà¥à¤°à¥‡à¤¡ पेपà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤¡ (सामानà¥à¤¯ रूप से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤- जीआरà¤à¤à¤¸ शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के जीवाणà¥, पेडियोकोकस पेंटोसेअस के रूप में मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ à¤à¤• रोगाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ पेपà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤¡) की सहकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• जीवाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ गतिविधि का लाठउठाता है। पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी मंच को सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° और खादà¥à¤¯ पैकेजिंग में अनà¥à¤ªà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों के लिठदिखाया गया है। टीम ने चांदी (Ag °) के नैनोकणों को डेकोरेट करने के लिठपीडियोसिन का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया; जो कि IIa बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¸à¤¿à¤¨ कà¥à¤²à¤¾à¤¸ के अंतरà¥à¤—त आता है à¤à¤µà¤‚ à¤à¤• दोधारी नैनो-पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¼à¥‰à¤°à¥à¤® (Pd-SNPs) को विकसित किया जिसमें दोनों जीवाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ के आंतरिक गà¥à¤£ मौजूद हैं, तथा जो कि बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के रोगजनकों के à¤à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• सà¥à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤® के खिलाफ आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤œà¤¨à¤• रूप से उचà¥à¤š जीवाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है, जिसमें ESKAPE शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ à¤à¥€ शामिल है (छह à¤à¤‚टीबायोटिक- रेजिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤² रोगजनकों ) य़ह कारà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¤¨à¤§à¤¾à¤°à¥€ कोशिकाओं पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल साइटोटोकà¥à¤¸à¤¿à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ किठबिना किया गया। पीडी-à¤à¤¸à¤à¤¨à¤ªà¥€ की बढ़ी हà¥à¤ˆ रोगाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ गतिविधि जीवाणॠकोशिका दीवार के साथ उनके उचà¥à¤š मेल के कारण होती है, जो पीडी-à¤à¤¸à¤à¤¨à¤ªà¥€ को बाहरी à¤à¤¿à¤²à¥à¤²à¥€ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ देती है, जिससे à¤à¤¿à¤²à¥à¤²à¥€ कोशिका के विदà¥à¤¯à¥à¤¤ आवेश वितरण में बदलाव होता है तथा à¤à¤¿à¤²à¥à¤²à¥€ अखंडता का विघटन होता है। कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन के तंतà¥à¤° के लिठतà¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤ और संवेदनशील सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨à¤¿à¤‚ग टूल पर आधारित आनà¥à¤µà¤‚शिक नियामक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ की à¤à¤• बैटरी से पता चला है कि cpxP, degP, और sosX जीन के अपगमन से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¶à¥€à¤² ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ होता है जो अंततः जीवाणॠकोशिका की मृतà¥à¤¯à¥ का कारण बनते हैं। ये निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· जीवाणॠरोगजनकों की à¤à¤• विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ करने के लिठतथा à¤à¤• शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ जैव-संगत नैनोबायोटिक पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® का उपयोग करने के लिठनठरासà¥à¤¤à¥‡ को रेखांकित करते हैं। जानवरों पर पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों के नियंतà¥à¤°à¤£ और परà¥à¤¯à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ के लिठसमिति (à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार, नई दिलà¥à¤²à¥€) के दिशानिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ की संसà¥à¤¥à¤¾à¤—त पशॠआचार समिति के अनà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ में सà¤à¥€ पशॠपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— आयोजित किठगठथे। आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ से अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ में योगदान देने वाली शोध टीम में पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° नवीन कà¥à¤®à¤¾à¤° नवानी, केमिकल बायोलॉजी लेबोरेटरी, बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विà¤à¤¾à¤— और à¤à¤¡à¤œà¤‚कà¥à¤Ÿ फैकलà¥à¤Ÿà¥€, सेंटर ऑफ नैनो टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€, आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€, पीयूष कà¥à¤®à¤¾à¤°, अरशद अली शेख, पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कà¥à¤®à¤¾à¤°, रजत धà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥€, तरà¥à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤° शरà¥à¤®à¤¾, अजमल हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨, रासायनिक जीवविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला, बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विà¤à¤¾à¤—, आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€, विवेक कà¥à¤®à¤¾à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, रंजना पठानिया, आणविक जीवाणॠविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ और रासायनिक आनà¥à¤µà¤‚शिकी पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला, बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विà¤à¤¾à¤—, आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€; कृषà¥à¤£à¤•à¤¾à¤‚त गंगेले, कृषà¥à¤£ मोहन पोलà¥à¤°à¥€, मैकेनिसà¥à¤Ÿà¤¿à¤• बायोलॉजिकल केमिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ लेबोरेटरी, बायोसाइंसेज à¤à¤‚ड बायोइंजीनियरिंग विà¤à¤¾à¤—, आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€à¥¤ आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ के निदेशक पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° अजीत के चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा, "मैं लगातार जीवाणॠसंकà¥à¤°à¤®à¤£ को कम करने के लिठà¤à¤• वाहन विकसित करने की दिशा में अपने नठविचार के लिठआईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ में शोध दल को बधाई देना चाहता हूं। यह सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ या खादà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में रोगजनकों की à¤à¤• विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ करने के लिठनठरासà¥à¤¤à¥‡ खोलेगा।†पà¥à¤°à¥‹. नवीन कà¥à¤®à¤¾à¤° नवानी और पीयूष कà¥à¤®à¤¾à¤° ने शोध की संकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की और शोध पतà¥à¤° लिखा; पीयूष कà¥à¤®à¤¾à¤°, अरशद अली शेख, पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कà¥à¤®à¤¾à¤°, विवेक कà¥à¤®à¤¾à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, रजत धà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥€, तरà¥à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤° शरà¥à¤®à¤¾, अजमल हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ ने शोध किया। इसके सà¤à¥€ निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· अमेरिकन केमिकल सोसाइटी जरà¥à¤¨à¤²-à¤à¤¸à¥€à¤à¤¸ (ACS) à¤à¤ªà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤¡ मैटेरियलà¥à¤¸ à¤à¤‚ड इंटरफेसेस में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ किठगठहैं। अवधारणा के बारे में बात करते हà¥à¤, पà¥à¤°à¥‹ नवीन कà¥à¤®à¤¾à¤° नवानी, केमिकल बायोलॉजी लेबोरेटरी, बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विà¤à¤¾à¤— और à¤à¤¡à¤œà¤‚कà¥à¤Ÿ फैकलà¥à¤Ÿà¥€, सेंटर ऑफ नैनो टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€, आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ ने कहा, “पीडी-à¤à¤¸à¤à¤¨à¤ªà¥€ (Pd-SNPs), à¤à¤• नैनोबायोटिक पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® जो विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बायोमेडिकल उपयोग करता है, अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ लाठका पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे गरà¥à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¥€ हैं, मानव सीरम में जीवाणà¥à¤°à¥‹à¤§à¥€ गतिविधि बनाठरखते हैं, और माउस मॉडल में वैनकोमाइसिन मधà¥à¤¯à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤«à¤¿à¤²à¥‹à¤•à¥‹à¤•à¤¸ ऑरियस (VISA) संकà¥à¤°à¤®à¤£ को कम करते हैं। इसके अलावा, बायोडिगà¥à¤°à¥‡à¤¡à¥‡à¤¬à¤² नैनोफाइबर में लिपटे पीडी-à¤à¤¸à¤à¤¨à¤ªà¥€ ने पनीर के नमूनों में लिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ मोनोसाइटोजेनà¥à¤¸ को कम किया। यह दिलचसà¥à¤ª है कि पीडियोसिन के साथ à¤à¤¸à¤à¤¨à¤ªà¥€ की सहकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• बातचीत से चांदी के आयनों से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ विषाकà¥à¤¤à¤¤à¤¾ में à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय कमी आà¤à¤—ी, जो जैव चिकितà¥à¤¸à¤¾ अनà¥à¤ªà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों के लिठà¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ मानदंड है।"