à¤à¤¸.à¤à¤®.जे.à¤à¤¨. काॅलेज में आज आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤·à¥à¤ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ‘आजादी के अमृत महोतà¥à¤¸à¤µâ€™ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त यौगिक सांईस à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ विषय पर योग कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤“ं हेतॠकाॅलेज के वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ ककà¥à¤· में योग से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ à¤à¤• दिवसीय कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ योगाचारà¥à¤¯ रजनीश, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डाॅ. सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾, डाॅ मन मोहन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ व डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर डॉ जे सी आरà¥à¤¯, विनय थपलियाल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ माठसरसà¥à¤µà¤¤à¥€ को पà¥à¤·à¥à¤ª अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर à¤à¤µà¤‚ दà¥à¤µà¥€à¤ª पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¤µà¤²à¤¿à¤¤ करके किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 28 मई, 2022 à¤à¤¸.à¤à¤®.जे.à¤à¤¨. काॅलेज में आज आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤·à¥à¤ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ‘आजादी के अमृत महोतà¥à¤¸à¤µâ€™ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त यौगिक सांईस à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ विषय पर योग कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤“ं हेतॠकाॅलेज के वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ ककà¥à¤· में योग से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ à¤à¤• दिवसीय कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ योगाचारà¥à¤¯ रजनीश, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डाॅ. सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾, डाॅ मन मोहन गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ व डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर डॉ जे सी आरà¥à¤¯, विनय थपलियाल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ माठसरसà¥à¤µà¤¤à¥€ को पà¥à¤·à¥à¤ª अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर à¤à¤µà¤‚ दà¥à¤µà¥€à¤ª पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¤µà¤²à¤¿à¤¤ करके किया गया। योगाचारà¥à¤¯ रजनीश ने मनà¥à¤·à¥à¤¯ के जीवन में योग के महतà¥à¤µ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डालते बताया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ धरà¥à¤® और दरà¥à¤¶à¤¨ में योग का अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• महतà¥à¤µ है। आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ या शारीरिक और मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठयोग की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ सà¤à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ धारà¥à¤®à¤¿à¤• समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤•à¤®à¤¤ व मà¥à¤•à¥à¤¤à¤•à¤‚ठसे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया है योग की कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ योगी रजनीश जी ने शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ छातà¥à¤° छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को योग अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ की जानकारी देते हà¥à¤ अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¥€ कराया। आसनो की महतà¥à¤¤à¤¾ को विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से बताते हà¥à¤ योगी जी ने कहा कि आसनो के अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ से मानव शरीर की जड हो चà¥à¤•à¥‡ जोड़ à¤à¤µà¤‚ मांस-पेशियां लचीली हो जाती है जिससे शरीर की उरà¥à¤œà¤¾ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° होने लगता है। योगी जी ने बताया कि महरà¥à¤·à¤¿ पतंजली के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° योग की परिà¤à¤¾à¤·à¤¾ है ‘’सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤‚ सà¥à¤–ं आसनं‘’ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ पूरà¥à¤µà¤• किसी à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में सà¥à¤– से लमà¥à¤¬à¥‡ समय तक बैठे रहना ही आसन कहलाता है। है। योगी रजनीश ने बताया कि योग अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने शरीर की समसà¥à¤¤ नकारातà¥à¤®à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ को समापà¥à¤¤ कर सकारातà¥à¤®à¤• उरà¥à¤œà¤¾ में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ कर सकता है, जिससे उसके à¤à¥€à¤¤à¤° à¤à¤• नवीन उरà¥à¤œà¤¾ का संचार होता है तथा रोग, शोक, दà¥à¤– तनाव आदि सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ ही समापà¥à¤¤ हो जाते है। योगी जी ने सà¤à¥€ साधको को कमर दरà¥à¤¦, सरà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤•à¤², मधà¥à¤®à¥‡à¤¹, बà¥à¤²à¤¡-पà¥à¤°à¥ˆà¤¶à¤°, मोटापा, माईगà¥à¤°à¤¨ आदि समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ योग आसनो में सà¥à¤•à¤‚ध चालन, गोरकà¥à¤·à¤¾à¤¸à¤¨, नाड़ी संचालन, ताड़ासन, आदि के साथ ही इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ के साथ ही मन की शांति के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤®à¤• अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¥€ कराया। योग अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ में सà¤à¥€ को लेटने, बैठने à¤à¤µà¤‚ खडे होने वाले विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के आसन कराये जिसमें विशेष रूप से सà¥à¤•à¤‚ध चालन का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ कराया तथा महतà¥à¤µ बताया कि इससे कमर रà¥à¤¦à¤¦ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ रोगों के साथ ही पेट समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ रोगों में à¤à¥€ लाठमिलता है तथा वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को तनाव में à¤à¥€ आराम मिलता हैं। साथ ही सà¤à¥€ साधको को शारीरिक à¤à¤µà¤‚ मानसिक संतà¥à¤²à¤¨ के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤® à¤à¤µà¤‚ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ कराया। योगी रजनीश जी ने आगे कहा कि आज मनà¥à¤·à¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ जीवन शैली के चलते विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रोगो से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¤¾ है जैसे सरà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤•à¤², मधà¥à¤®à¥‡à¤¹, बà¥à¤²à¤¡ पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° आदि। अतः इन सबसे छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने का à¤à¤• मातà¥à¤° साधन योग अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ ही है। यदि मनà¥à¤·à¥à¤¯ योग अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ करता है तो वह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ तो सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रहता ही है अपितॠअपने साथ जà¥à¥œà¥‡ अनà¥à¤¯ लोगो को à¤à¥€ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ जीवन जीने हेतॠपà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ कर सकता है। आगे योगी जी ने बताया कि आसनो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मांसपेशियां तथा शरीर के जोड़ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रहते है जिससे मनà¥à¤·à¥à¤¯ लमà¥à¤¬à¥€ आयॠतक अपने शरीर को सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रख सकता है। योगी जी ने सà¤à¥€ साधको को अनà¥à¤²à¥‹à¤®-विलोम, कपांल à¤à¤¾à¤‚ति, à¤à¥à¤°à¤¾à¤®à¤°à¥€ आदि पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤®à¥‹à¤‚ का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¥€ कराया जिससे मानसिक à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ तथा बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ का विकास होता है। योगाचारà¥à¤¯ ने बताया कि वैदिक, जैन और बौदà¥à¤§ दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ में योग का महतà¥à¤µ सरà¥à¤µà¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¯ है, सविकलà¥à¤ª बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ और निरà¥à¤µà¤¿à¤•à¤²à¥à¤ª पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ में परिणित करने हेतॠयोग साधना का महतà¥à¤µ सरà¥à¤µà¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¯ सà¥à¤µà¥€à¤•à¥ƒà¤¤ है। काॅलेज के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डाॅ. सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾ ने बताया कि आधà¥à¤¨à¤¿à¤• यà¥à¤— में मनà¥à¤·à¥à¤¯ की वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¾ और मन की वà¥à¤¯à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ के कारण योग का महतà¥à¤µ बॠगया है। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ चितà¥à¤¤ या मन अपने केनà¥à¤¦à¥à¤° से à¤à¤Ÿà¤• गया है, उसके अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤®à¥à¤–ी और बरà¥à¤¹à¤¿à¤®à¥à¤–ी होने में सनà¥à¤¤à¥à¤²à¤¨ नहीं रहा, जिसका परिणाम समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥‹à¤‚ में तनाव और अवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ जीवनचरà¥à¤¯à¤¾ के रूप में सामने आया है। कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ का संयोजन समाजशासà¥à¤¤à¥à¤° विà¤à¤¾à¤— के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डाॅ. जगदीश चनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया तथा अनà¥à¤¤ में धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ राजनीति विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· विनय थपलियाल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया. कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के तीन छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं हिमांशी à¤à¤® ठसमाज शासà¥à¤¤à¥à¤°, सैजल बी.à¤. चतà¥à¤°à¥à¤¥ सेम तथा गौरव बंसल बी.काॅम. चतà¥à¤°à¥à¤¥ सेम ने मन मोहक योगा पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी जिसकी योगी रजनीश ने मà¥à¤•à¥à¤¤à¤•à¤£à¥à¤ से पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की।