Latest News

केदारनाथ यात्रा मार्ग में अस्वस्थ व कमजोर घोड़े-खच्चरों का संचालन न किए जाने के निर्देश


श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में अस्वस्थ व कमजोर घोड़े-खच्चरों का संचालन न किए जाने के निर्देश जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व पशुपालन विभाग को दिए गए थे। मा. मंत्री के निर्देशों के अनुपालन में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा पशुपालन विभाग को ऐसे घोड़े-खच्चर संचालकों की निगरानी करते हुए आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया |

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 31 मई, 2022, पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में अस्वस्थ व कमजोर घोड़े-खच्चरों का संचालन न किए जाने के निर्देश जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व पशुपालन विभाग को दिए गए थे। मा. मंत्री के निर्देशों के अनुपालन में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा पशुपालन विभाग को ऐसे घोड़े-खच्चर संचालकों की निगरानी करते हुए आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया, जिस पर पशुपालन विभाग द्वारा निरंतर चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को चैकिंग अभियान के दौरान ऐसे दो पशु स्वामियों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है। इनमें दिलवर सिंह पुत्र चोटिया सिंह ग्राम खुमेरा, ऊखीमठ का खच्चर पिछले 3-4 दिन से बीमार चल रहा था फिर भी उसे यात्रा पर ले जाया जा रहा था परंतु खच्चर चलने में असमर्थ था जिसे उपचार के लिए पशु चिकित्सालय गौरीकुंड लाया गया तथा उसका उपचार किया गया। पशु स्वामी मोहम्मद शहवान पुत्र शराफत अली ग्राम शाहनपुर नजीबाबाद, जिला बिजनौर अपने छोटे खच्चर पर अधिक भार ढुलान किया जा रहा था जिसमें एक व्यस्क व्यक्ति तथा एक 10-12 साल का बच्चा बैठा था। खच्चर पर अधिक भार ढुलान से खच्चर की तबियत बिगड़ने की संभावना को देखते हुए उक्त दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर (प्राथमिकी) दर्ज की गई है। उक्त आशय की जानकारी देते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत ने अवगत कराया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में पशुपालन विभाग द्वारा तत्काल दो टीमों का गठन कर दिया गया है। सेक्टर गौरीकुंड में तैनात टीम-ए पशुचिकित्साधिकारी डाॅ. राजीव कुमार गोयल के नेतृत्व में जबकि सेक्टर सोनप्रयाग में टीम-बी पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. दीपमणी गुप्ता के नेतृत्व में तैनात की गई है। इनके अतिरिक्त उक्त टीमों में पुलिस विभाग के नामित अधिकारी, संबंधित सेक्टर के सेक्टर प्रभारी व घोड़ा-खच्चर संचालक संघ के नामित प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि गठित टीमों के द्वारा संयुक्त रूप से निरीक्षण करते हुए जांच के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कमजोर अथवा अस्वस्थ घोड़े-खच्चरों का संचालन तब तक नहीं किया जाएगा जब तक उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं आ जाता। इसके साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन यात्रा ढुलान का कार्य कर रहे घोड़ा-खच्चर स्वामियों व हाॅकरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए एफआरआई दर्ज की जाएगी। उन्होंने तैनात की गई टीमों को दिए गए निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुए प्रतिदिन शायं को सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने बताया कि चैकिंग अभियान लगातार चलाया जाता रहेगा।

Related Post