परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ के माननीय उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ वेंकैया नायडू जी से वाइस पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¡à¥‡à¤‚टà¥à¤¸ हाउस, नई दिलà¥à¤²à¥€ में à¤à¥‡à¤‚टवारà¥à¤¤à¤¾ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि माननीय उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ वेंकैया नायडू जी से à¤à¥‡à¤‚ट कर परमारà¥à¤¥ निकेतन अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ योग महोतà¥à¤¸à¤µ की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पà¥à¤¨à¤ƒ ताजा हो गयीं।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 24 जून 2022। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ के माननीय उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ वेंकैया नायडू जी से वाइस पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¡à¥‡à¤‚टà¥à¤¸ हाउस, नई दिलà¥à¤²à¥€ में à¤à¥‡à¤‚टवारà¥à¤¤à¤¾ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि माननीय उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ वेंकैया नायडू जी से à¤à¥‡à¤‚ट कर परमारà¥à¤¥ निकेतन अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ योग महोतà¥à¤¸à¤µ की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पà¥à¤¨à¤ƒ ताजा हो गयीं। दोनों विà¤à¥‚तियों ने उस पर चरà¥à¤šà¤¾ à¤à¥€ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने 21 जून, 2022 को परमारà¥à¤¥ निकेतन गंगा तट पर मनाये गये उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के आफिशियल अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ योग दिवस के विषय में à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि नीलकंठपरà¥à¤µà¤¤ पर कावड़ लेकर आने वाले शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं के लिये ‘जल चà¥à¤¾à¤“ और जल बचाओ’ योजना को शà¥à¤°à¥‚ करना होगा। अब समय आ गया कि हम शिवालय से जलाशय की यातà¥à¤°à¤¾ की शà¥à¤°à¥‚आत करें। जलाशय होंगे तो ही शिवालयों में जल अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया जा सकता हंै। माननीय उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ वेंकैया नायडू जी ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ में वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ और जल संरकà¥à¤·à¤£ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में किये जा रहे कारà¥à¤¯à¥‹ के लिये अपनी पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि पà¥à¤°à¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· जैसे-जैसे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में जल संकट की गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ बॠरही है, केंदà¥à¤° और राजà¥à¤¯ सरकार की à¤à¤œà¥‡à¤‚सियांठजल संकट से निपटने के लिये तरह-तरह के संसाधनों का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कर रही हैं परनà¥à¤¤à¥ अब समय आ गया है आसà¥à¤¥à¤¾ आधारित संगठन आगे आयें और जल और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ हेतॠमिलकर कारà¥à¤¯ करें। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में विशà¥à¤µ की आबादी का लगà¤à¤— 17 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ हिसà¥à¤¸à¤¾ है, लेकिन विशà¥à¤µ के ताजे जल के à¤à¤‚डार का केवल 4 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ ही है और à¤à¤¾à¤°à¤¤ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में à¤à¤• गंà¤à¥€à¤° जल चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ का सामना कर रहा है। इसके अलावा à¤à¤¾à¤°à¤¤ के जलाशयों की कà¥à¤² कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ 250 बिलियन कà¥à¤¯à¥‚बिक मीटर है, जबकि सतह पर इसकी कà¥à¤² जल धारण कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ लगà¤à¤— 320 कà¥à¤¯à¥‚बिक मीटर है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सबसे बड़ी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• à¤à¥‚जल संरकà¥à¤·à¤£ है इसलिये अब शिवालयों से जलाशयों की यातà¥à¤°à¤¾ की ओर बà¥à¤¨à¤¾ होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने माननीय उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ वेंकैया नायडू जी को रूदà¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· का पौधा और अंगवसà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥‡à¤‚ट कर परमारà¥à¤¥ निकेतन गंगा जी की आरती में सहà¤à¤¾à¤— हेतॠआमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया।