अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि तप और उरà¥à¤œà¤¾ से सबल सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ ही अपने शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का कायाकलà¥à¤ª कर सकता है। जिस तरह गायतà¥à¤°à¥€ के परिवार के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• पूजà¥à¤¯ पं शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ ने मातà¥à¤° १५ वरà¥à¤· की आयॠसे कठोर तप, साधना और आहार संयम के माधà¥à¤¯à¤® से अपने आपको वजà¥à¤° जैसा बनाया, उसके बाद ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गà¥à¤°à¥à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ देना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिया था।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° १३ जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि तप और उरà¥à¤œà¤¾ से सबल सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ ही अपने शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का कायाकलà¥à¤ª कर सकता है। जिस तरह गायतà¥à¤°à¥€ के परिवार के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• पूजà¥à¤¯ पं शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ ने मातà¥à¤° १५ वरà¥à¤· की आयॠसे कठोर तप, साधना और आहार संयम के माधà¥à¤¯à¤® से अपने आपको वजà¥à¤° जैसा बनाया, उसके बाद ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गà¥à¤°à¥à¤¦à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ देना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिया था। आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ से दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ होकर लाखों, करोडो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने अपने में आमूलचूल परिवरà¥à¤¤à¤¨ पाया है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ शांतिकà¥à¤‚ज में गà¥à¤°à¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾ परà¥à¤µ मनाने देश-विदेश से आये गायतà¥à¤°à¥€ साधकों को संबोधित कर रहे थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जीवन की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के बिना अधà¥à¤°à¤¾ है। जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की दो धाराà¤à¤‚ पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ से यà¥à¤•à¥à¤¤ सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ ही अपने शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के जीवन को सारà¥à¤¥à¤• करता है। जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤¾à¤¨ व शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤µà¤¾à¤¨ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को ही समाज अपना आदरà¥à¤¶ मानता है और उनके बताये कारà¥à¤¯à¤¯à¥‹à¤œà¤¨à¤¾à¤“ं को आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठकारà¥à¤¯ करता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ की पà¥à¤°à¤–रता à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ से ओतपà¥à¤°à¥‹à¤¤ थे। यही कारण है कि लाखों करोडो शिषà¥à¤¯ उनके कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में à¤à¤• साथ जà¥à¤Ÿà¥‡ हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤•à¤¾à¤² के सदà¥à¤—à¥à¤°à¥à¤“ं का उदाहरण देते हà¥à¤ लोगों की शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को सकारातà¥à¤®à¤• दिशा की ओर बà¥à¤¨à¥‡ के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया। इस अवसर पर नारी सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ के पà¥à¤°à¤£à¥‡à¤¤à¤¾ माता à¤à¤—वती देवी शरà¥à¤®à¤¾ की जनà¥à¤® शताबà¥à¤¦à¥€ वरà¥à¤· १९२६ को उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ के साथ मनाने की घोषणा की। साथ ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने माताजी के बताये नारी सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ की योजनाओं को विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ रूप देने में अपनी à¤à¤¾à¤—ीदारी सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥Ã§à¤¿à¤šà¤¤ करने लिठसंकलà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कराया।