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पौड़ी, भिताई तल्ली में ग्रामीणों व बच्चों के साथ विभिन्न प्रजातियों के फलदार पौधों का रोपण किया।


हरेला पर्व के तहत जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने आज भिताई तल्ली में ग्रामीणों व बच्चों के साथ विभिन्न प्रजातियों के फलदार पौधों का रोपण किया। ग्रामीण जिलाधिकारी को अपने मध्य पाकर उत्साहित नजर आए। जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित ग्रामीणों को कहा कि पौधों को लगाना ही नहीं बल्कि उनकी सुरक्षा करना भी आपकी जिम्मेदारी है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी /दिनांक 09 अगस्त 2022, हरेला पर्व के तहत जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने आज भिताई तल्ली में ग्रामीणों व बच्चों के साथ विभिन्न प्रजातियों के फलदार पौधों का रोपण किया। ग्रामीण जिलाधिकारी को अपने मध्य पाकर उत्साहित नजर आए। जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित ग्रामीणों को कहा कि पौधों को लगाना ही नहीं बल्कि उनकी सुरक्षा करना भी आपकी जिम्मेदारी है। कहा कि पेड़ है तो जीवन है। उन्होंने वहां उपस्थित महिलाओं को कहा कि जब घर से बाहर चारापत्ती या लकड़ियों के लिए जाते हैं उस समय रास्ते में जो पौधे लगाए गए हैं उनकी देखभाल भी करें। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा अमरूद का पौध लगाया गया। कार्यक्रम से पूर्व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मांगल गीत गाकर जिलाधिकारी तथा अन्य अधिकारियों का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार का 06 लाख पौध लगाने तथा जनपद पौड़ी गढ़वाल का 02 लाख से अधिक पौध लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर ग्रामीणों को हिस्सा लेना चाहिए। कहा कि विभिन्न विभागों के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर तक विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधों के लगने से पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा। जिलाधिकारी तथा ग्रामीणों द्वारा विभिन्न प्रजाति के 100 पौधों का रोपण किया गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को तिरंगा वितरित भी किये। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति अपने अपने घरों में 13 से 15 अगस्त तक ध्वजारोहण करें तथा उसका सम्मान भी करें। कहा कि जनपद में विभिन्न विभागों के माध्यम से अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। कहा कि वर्षा के पानी को परम्परागत व आधुनिक विधियों द्वारा एकत्रित करते हुए उसे सतही जल व भूमिगत जल के रूप में भूमि के अंदर प्रवाहित करें।

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