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आरोग्य भारती उत्तराखंड एवं उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय गुरुकुल परिसर हरिद्वार के संयुक्त तत्वाधान में व्यसन मुक्ति संगोष्ठी


कार्यक्रम का शुभारंभ आरोग्य भारती के डॉक्टर अशोक कुमार वार्ष्णेय राष्ट्रीय संगठन सचिव .प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी कुलपति उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रोफेसर विपन कुमार पांडे परिसर निदेशक गुरुकुल परिसर, वेद दीपक कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित एवं धनवंतरी वंदना द्वारा किया गया।

रिपोर्ट  - आल न्यूज़ भारत

आरोग्य भारती उत्तराखंड एवं उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय गुरुकुल परिसर हरिद्वार के संयुक्त तत्वाधान में व्यसन मुक्ति संगोष्ठी चरक auditorium उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय गुरुकुल परिसर में आयोजित की गई। सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ आरोग्य भारती के डॉक्टर अशोक कुमार वार्ष्णेय राष्ट्रीय संगठन सचिव .प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी कुलपति उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रोफेसर विपन कुमार पांडे परिसर निदेशक गुरुकुल परिसर, वेद दीपक कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित एवं धनवंतरी वंदना द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉक्टर अशोक कुमार वाष्णेय जी ने बताया कि नशा एक सामाजिक बीमारी के रूप में जाना जाता है इससे व्यक्ति की क्षमताओं पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। सोने का किसी भी चीज का अधिकता से सेवन करना आदत या नशा कहलाता है उसे बचाना चाहिए। उन्होंने कहा आरोग्य भारती द्वारा स्वस्थ स्वस्थ व्यक्ति स्वस्थ परिवार, स्वस्थ ग्राम स्वस्थ राष्ट्र की संकल्पना से 18 विभिन्न वर्टिकल क्षेत्र में सारे देश में लगभग 70% गांव में कार्य कर रहा है। आयुर्वेद योग होम्योपैथी सिद्ध एवं आधुनिक चिकित्सा भी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इस प्रकार की संगोष्ठी निरंतर चलने के लिए आवाहन किया। आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी जी ने कहा कि नशा केवल व्यक्ति को ही नहीं बल्कि समूचे परिवार को समाप्त करता है। नशा एक सामाजिक बुराई है जिसमें व्यक्ति का मन मस्तिष्क मोह से ग्रस्त होकर मादक पदार्थों से शारीरिक एवं मानसिक रूप से बीमार हो जाता है। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने का आवाहन किया एवं आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा तीनों परिसर में चलाए जा रहे नशा मुक्ति देवभूमि उत्तराखंड अभियान के कार्यक्रमों की सराहना की। आज के कार्यक्रम के विशेष अतिथि वैद्य दीपक कुमार रहे उन्होंने नशा मुक्ति के लिए घरेलू उपचारों को बताया।आज की गोष्ठी में गेस्ट स्पीकर रिसोर्स पर्सन डॉ भावना मित्तल ऋषिकुल केंपस, डॉक्टर राजीव करेले, नोडल अधिकारी-नशा मुक्ति अभियान, मुख्य परिसर आदि द्वारा नशे के नुकसान, नशे के कारण, नशे के प्रकार, नसे के शारीरिक एवं मानसिक दुष्परिणाम , एवं देश की आर्थिक व्यवस्था में नशे के दुष्परिणामों से प्रतिभागियों को जागरूक किया। तथा नशा मुक्ति के लिए सजक एवं जागरूक रहने के लिए तथा अवेयरनेस अभियान में भाग लेने के लिए शपथ भी दिलवाई गई। कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव प्रोफेसर बालकृष्ण पवार एवं नोडल ऑफिसर गुरुकुल परिसर नशा मुक्ति अभियान ने किया।

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