उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत , सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत और अनेक विभूतियों की गरिमामय उपस्थिति में पूज्य सन्तों एवं गणमान्य विभूतियों ने इगास पर्व के अवसर पर पूजन अर्चन कर उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजों कर रखने का संदेश दिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 11/12 नवम्बर। देवभूमि, उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का लोकपर्व ‘इगास’ का दिव्य, भव्य व अद्भुत आयोजन सांसद अनिल बलूनी ने अपने नई दिल्ली आवास पर किया। इस दिव्य अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति महामहिम जगदीप धनखड़, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष, स्वामी चिदानन्द सरस्वती, योगगुरू स्वामी रामदेव जी, मÛ मÛ स्वामी अवधेशानन्द गिरि, बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, माननीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत , सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत और अनेक विभूतियों की गरिमामय उपस्थिति में पूज्य सन्तों एवं गणमान्य विभूतियों ने इगास पर्व के अवसर पर पूजन अर्चन कर उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजों कर रखने का संदेश दिया। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रभु श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने की सूचना गढ़वाल, कुमाऊँ क्षेत्र के लोगों को दीपावली के ग्यारह दिन बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को मिली इसलिये इस पर्व को बूढ़ी दीपावली भी कहा जाता है। एक और मान्यता के अनुसार, गढ़वाल के वीर भड़ माधो सिंह भंडारी, टिहरी के राजा महिपति शाह की सेना के सेनापति थे। लगभग 400 साल पहले, राजा ने माधो सिंह को सेना के साथ तिब्बत से लड़ने के लिए भेजा था।