सिखों के पवितà¥à¤° धाम हेमकà¥à¤‚ड साहिब के कपाट शनिवार दोपहर 1ः30 बजे शीतकाल के लिठबंद कर दिठगà¤à¥¤ हेमकà¥à¤‚ड साहिब के कपाट बंद होने के दौरान करीब 1350 सिख शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं का जतà¥à¤¥à¤¾ अंतिम अरदास के साकà¥à¤·à¥€ रहे।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
चमोली 10 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर,2020,सिखों के पवितà¥à¤° धाम हेमकà¥à¤‚ड साहिब के कपाट शनिवार दोपहर 1ः30 बजे शीतकाल के लिठबंद कर दिठगà¤à¥¤ हेमकà¥à¤‚ड साहिब के कपाट बंद होने के दौरान करीब 1350 सिख शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं का जतà¥à¤¥à¤¾ अंतिम अरदास के साकà¥à¤·à¥€ रहे। हेमकà¥à¤‚ड साहिब के कपाट बंद होने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ शनिवार सà¥à¤¬à¤¹ से शà¥à¤°à¥‚ हो गई थी। सà¥à¤¬à¤¹ 9.30 बजे पहली अरदास हà¥à¤ˆà¥¤ इसके बाद 10 बजे सà¥à¤–मणी का पाठऔर 11 बजे शबद कीरà¥à¤¤à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ दोपहर 12ः30 बजे इस साल की अंतिम अरदास पढने के बाद गà¥à¤°à¥‚ गà¥à¤°à¤‚थ साहिब को पंच पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की अगà¥à¤µà¤¾à¤ˆ में सचखंड में विराजमान किया गया और दोहपर 1ः30 बजे हेमकà¥à¤‚ड साहिब के कपाट पूरे विधि विधान के साथ शीतकाल के लिठबंद कर दिठगà¤à¥¤ इस वरà¥à¤· कोरोना महामारी के चलते हेमकà¥à¤‚ड साहिब के कपाट देर से 04 सितंबर को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ के लिठखोले गठथे। इस साल 36 दिनों तक चली यातà¥à¤°à¤¾ में करीब 8500 शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं ने हेमकंड साहिब में मतà¥à¤¥à¤¾ टेका। जबकि पिछले वरà¥à¤· 2.39 लाख से अधिक शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥ हेमकà¥à¤‚ड साहिब पहà¥à¥…चे थे। हेमकà¥à¤‚ड साहिब मैनेजमेंट टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक सेवा सिंह ने कहा कि 36 दिनों तक चली इस साल की यातà¥à¤°à¤¾ में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शासन, पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के साथ ही सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों का à¤à¤°à¤ªà¥‚र सहयोग मिला। इसके लिठटà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ सà¤à¥€ का अà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता है। बताया कि हेमकà¥à¤‚ड साहिब पहà¥à¤‚चे सà¤à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं ने à¤à¥€ कोविड-19 की गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करते हà¥à¤ टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ को पूरा सहयोग दिया है। हेमà¥à¤•à¤‚ड साहिब के कपाट बंद होने के अवसर पर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के जनरल सेकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤°à¥€ सरदार रविनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह, दिलà¥à¤²à¥€ से संदीप सिंह, पंजाब से गà¥à¤°à¤®à¤• सिंह के साथ ही पà¥à¤£à¥‡, नागपà¥à¤°, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड बाजपà¥à¤° आदि कई जगहों से संगत मौजूद रही।