चमोली में वेसà¥à¤Ÿ मटीरियल (अनà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤—ी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं) को सरलता से रिसायकà¥à¤²à¤¿à¤‚ग कर फिर से कैसे बेस कीमती बनाया जा सकता है
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
चमोली में वेसà¥à¤Ÿ मटीरियल (अनà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤—ी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं) को सरलता से रिसायकà¥à¤²à¤¿à¤‚ग कर फिर से कैसे बेस कीमती बनाया जा सकता है और इसको कैसे नठरूप में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ कर हम अपने घर आंगन à¤à¤µà¤‚ आसपास की सजावट कर आकरà¥à¤·à¤• बना सकते है। इसका बेहतर उदाहरण अगर देखना हो तो चमोली जिले के कà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ परिसर में तैयार कराठगठपारà¥à¤• में देखा जा सकता है। यहाॅ पर जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के इनोवेटिव आइडिया से वेसà¥à¤Ÿ मटीरियल को उपयोग में लाकर à¤à¤• सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° पारà¥à¤• तैयार कराया गया है। इस पारà¥à¤• का नाम ही ‘‘वेसà¥à¤Ÿ टू वंडर’’ रखा गया है। इस पारà¥à¤• में खाली डà¥à¤°à¤®, डबà¥à¤¬à¥‹à¤‚, गाडी के टायरों à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की खाली बोतलों व वकेट से सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° कोकोनेट टà¥à¤°à¥€, डाॅल, गमले, पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट, बतख, तितली, फूलदान और वेसà¥à¤Ÿ पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• बोतलों में मिटà¥à¤Ÿà¥€ à¤à¤°à¤•à¤° आकरà¥à¤·à¤• दीवाल बनाकर पारà¥à¤• की सजावट की गई है। वही खाली डà¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ को काटकर पारà¥à¤• में बैठने के लिठसौफे व बेंच बनाठगठहै। साथ ही अनà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤—ी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से सà¥à¤‚दर सेलà¥à¤«à¥€ पà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤‚ट à¤à¥€ तैयार किया गया है जहाॅ पर पूरे पारà¥à¤• के साथ सेलà¥à¤«à¥€ ली जा सकती है। वेसà¥à¤Ÿ मटीरियल से बने सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° गमलों में लगाठगठकई पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ के फूल à¤à¤µà¤‚ सजावटी पौधे इस पारà¥à¤• की सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¤à¤¾ में और à¤à¥€ चार चांद लगा रहे है। पारà¥à¤• के पेड़ों के आसपास सà¥à¤‚दर फूल, पौधे à¤à¤µà¤‚ नदी के गोल पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से सजावट की गई है। खाली डबà¥à¤¬à¥‹à¤‚ पर बने कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के कारà¥à¤Ÿà¥‚न व चितà¥à¤° बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को सहसा ही अपनी ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर रहे है। पूरा पारà¥à¤• à¤à¤• विशेष आकरà¥à¤·à¤£ का केंदà¥à¤° बना हैं। इस पारà¥à¤• में आने वाला हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ नया अनà¥à¤à¤µ महसूस कर रहा है और जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ की à¤à¥€ खूब सराहना हो रहीे है। जिले में इस तरह का यह पहला पारà¥à¤• है जिसके माधà¥à¤¯à¤® से वेसà¥à¤Ÿ मटीरियल को फिर से उपयोगी बनाने के लिठà¤à¤• विशेष संदेश देने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है। जिलाधिकारी सà¥à¤µà¤¾à¤¤à¤¿ à¤à¤¸ à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾ ने कहा कि ‘वेसà¥à¤Ÿ टू वंटर’ पारà¥à¤• बनाने के पीछे जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की मनसा वेसà¥à¤Ÿ मटीरियल के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आम लोगों जागरूक कर अनà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤—ी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को पà¥à¤°à¥‹à¤¡à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤µ बनाना और इससे फैल रही गंदगी को रोकना है। साथ ही अनà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤—ी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से कई तरह के उपयोगी आईटम बनाने के लिठनया आइडिया देना à¤à¥€ इसका उदेशà¥à¤¯ है ताकि लोग दैनिक जीवन में à¤à¥€ इस मंतà¥à¤° का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे जहाॅ à¤à¤• ओर कूडा करकट समà¤à¥€ जाने वाली वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का बेहतर उपयोग हो सकेगा वही परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ में वेसà¥à¤Ÿ मटीरियल से फैलने वाले पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण को कम करते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में साफ-सफाई और सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ बनाठरखने में à¤à¥€ मदद मिलेगी।