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चमोली में 15 दिनों के भीतर फोटोग्राफ सहित मतदेय स्थल की सुविधा संबधी 28 बिन्दुओं पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश


मतदेय स्थलों के संशोधन, परिवर्तन, पुर्ननिर्धारण को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना ने मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों, समस्त निर्वाचन एवं सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ बैठक की।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 20 सितंबर,2021, मतदेय स्थलों के संशोधन, परिवर्तन, पुर्ननिर्धारण को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना ने मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों, समस्त निर्वाचन एवं सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें मतदाताओं की सुविधा को लेकर नए मतदेय स्थलों के पुर्ननिर्धारण प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा करते हुए सबकी सहमति ली गई। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी एसडीएम, तहसीलदार एव ंनायब तहसीलदार को अपने क्षेत्रान्तर्गत सभी मतदेय स्थलों का स्वयं भौतिक सत्यापन करते हुए 15 दिनों के भीतर फोटोग्राफ सहित मतदेय स्थल की सुविधा संबधी 28 बिन्दुओं पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। जिसमें मतदेय स्थलों तक पहुॅच मार्ग, मतदेय स्थल पर बिजली, पानी, शौचालय, दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैम्प, पृथक प्रवेश, निकासी आदि व्यवस्थाएं शामिल है। मतदाताओं की सुविधा हेतु 2 किमी से अधिक दूरी होने के कारण बद्रीनाथ विधानसभा में 01, थराली में 12 तथा कर्णप्रयाग में 04 सहित कुल 17 नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है। प्रस्तावित 17 नए मतदेय स्थलों का निर्वाचन आयोग द्वारा स्वीकृत मिलने के बाद जिले में कुल 574 मतदेय स्थल हो जाएंगे। जिसमें विधानसभा क्षेत्र बद्रीनाथ से 207, थराली से 193 तथा कर्णप्रयाग में 174 से मतदेय स्थल होंगे। प्रस्तावित नए मतदेय स्थलों में विधानसभा बद्रीनाथ में विशालखाल मतदेय स्थल से सरणाचाई को अलग करते हुए सरणाचाई को नया मतदेय स्थल बनाया जाएगा। थराली विधानसभा में मटई मतदेय स्थल से काण्डाग्वाड, सितेल से प्राणमति, भेंटी से भिरतोली, सिलोडी से कोठा, मानमती से खेता, बलाण से पिनाऊ, बेराधार से बमोटिया, रैंस से भंगोटा, जुनेर से जाख कडाकोट, मेल्ठा से माल, लेटाल उर्फ हरिनगर से गुमड़ तथा बुरसोल से कोलपुडी को अलग करते हुए नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है। कर्णप्रयाग विधानसभा में कण्डारीखोड से गोगना, कुशरानी तल्ली से कुशरानी मल्ली, दिवागाड़ से बाजाबज्यूणी तथा सेम से तोप को अलग करते हुए नए मतदेय स्थल प्रस्तावित किए गए है।

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