रामनवमी पर शà¥à¤°à¤µà¤£à¤¨à¤¾à¤¥ मठमें शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ ने कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का पूजन कर लिया आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 14 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। माठमनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ पंचायती अखाड़ा शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¿à¤°à¤‚जनी के सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन करने से मां à¤à¤—वती पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होती हैं और शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं पर कृपा बरसाती हैं। नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में विधि विधान से मां à¤à¤—वती की आराधना और कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन से मनवांछित फल की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है। दà¥à¤°à¥à¤—ा नवमी पर शà¥à¤°à¤µà¤£à¤¨à¤¾à¤¥ मठमें कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन कर शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को उपहार वितरित किà¤à¥¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का पूजन कर व उनका आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने पर ही नवरातà¥à¤° वà¥à¤°à¤¤ पूरà¥à¤£ होता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन का विशेष महतà¥à¤µ है। कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर मां à¤à¤—वती à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के दà¥à¤– और दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾ दूर करती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि तीन वरà¥à¤· की कनà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤°à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ रूप में मानी जाती है। तà¥à¤°à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ कनà¥à¤¯à¤¾ के पूजन से धन-धानà¥â€à¤¯ आता है और परिवार में सà¥à¤–-समृदà¥à¤§à¤¿ आती है। चार वरà¥à¤· की कनà¥à¤¯à¤¾ को कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¥€ माना जाता है। इनकी पूजा से परिवार का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ होता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मां à¤à¤—वती की उपासना के साथ कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का पूजन करने से मां à¤à¤—वती की विशेष कृपा शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सà¤à¥€ विजय दशमी की बधाई देते हà¥à¤ कहा कि बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ पर अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ की जीत के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• दशहरे के परà¥à¤µ को मनाते समय कोरोना के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सावधानी बरतें और गाइडलाइन का पालन करें। मां à¤à¤—वती की कृपा से कोरोना से देश को पूरà¥à¤£ रूप से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ मिलेगी। इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि सà¤à¥€ को नवरातà¥à¤° के अवसर पर कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन अवशà¥à¤¯ करना चाहिà¤à¥¤ कनà¥à¤¯à¤¾ पूजन से मां à¤à¤µà¤—ती पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर साधक को मनवांछित फल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है और उसके समसà¥à¤¤ पापों का शमन कर जीवन à¤à¤µà¤¸à¤¾à¤—र से पार लगाती है। इस अवसर पर महामंडलेशà¥à¤µà¤° ललितानंद गिरी, महंत रविपà¥à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रघà¥à¤µà¤¨, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ मधà¥à¤°à¤µà¤¨, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ राजगिरी, हेमंत टà¥à¤Ÿà¥‡à¤œà¤¾, संदीप अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², सà¥à¤‚दर राठौर, पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• सूरी आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।