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श्री गीता कुटीर तपोवन हरिद्वार में आयोजित पंच दिवसीय मेगा दृष्टि सेवा शिविर ७30 रोगियों के निरीक्षण, 200 आपरेशन के साथ संपन्न


जैसे सजग चौकीदार अपनी कुशलता से चोर घुसने ही नहीं देता, वैसे ही अच्छा चिकित्सक रोगी को जागरूक रखते हुए रोग को आने ही नहीं देता, ऐसी ही हमारी थी चिकित्सक की टीम : स्वामी दिव्यानंद

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। रोग का समय पर पता चल जाए, चाहे वह शरीर का कैसा भी रोग क्यों न हो, तो उसका इलाज ढंग से हो सकता है और फिर नाजुक आंखें जो अति महत्वपूर्ण किंतु संवेदनशील भी बहुत हैं? बहुत अच्छा उपाय है इसकी नियमित जांच होते रहना और वह भी नेत्र विशेषज्ञ से। हमें स्वयं तो कुछ विशेष बातों का स्मरण बना ही रहना चाहिए, कम से कम आंखों की ड्राइनेस तो बचा ही लेंगे। जो अनेक अन्य नेत्र रोगों का कारण है। रोग होने का इंतजार न करें, केवल दवाइयों पर ही आश्रित होने की न सोचें। मोबाइल, लैपटॉप आदि का प्रयोग सही ढंग से करें और उस वातावरण पर ध्यान दें, जो आपके आसपास का है। कि क्या हमारे आसपास धूल और धुआं तो नहीं? धुआं भी किसी कैमिकल फैक्ट्री का? यदि कोई भी कैमिकल एक्सपोजर हो रहा है तो घातक है। सिर में डेंड्रफ या कूलर, एसी की सीधी हवा? बचें ऐसे वातावरण से। यदि कांटैक्ट लैंस पहनें हैं तो उसका क्लीनिंग सोल्यूशन क्या? ये लैंस पहने-पहने सो तो नहीं जाते? आदि-आदि। ये सावधानियां हमें अनेकों नेत्र रोगों से बचा सकती हैं। श्री गीता कुटीर तपोवन हरिद्वार में पूज्य चरण श्री तपोवन विहारी सद्गुरूदेव जी महाराज की कृपा एवं डॉ.स्वामी दिव्यानंद महाराज के सानिध्य में तथा मंथन आई हैल्थ केयर फाऊंडेशन और आरोग्य विजन फाऊंडेशन के सौजन्य से आयोजित मेगा दृष्टि सेवा शिविर के समापन अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सामुदायिक नेत्र विज्ञान विभाग के अध्यक्ष नेत्र विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण वशिष्ठ एवं एम्स के ही वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी डॉ.सुमित ग्रोवर ने अपने-अपने उद्बोधन में नेत्र रोगों से बचने के उपाय दिए। सारांश रूप में उनके कहने का अभिप्राय था कि इधर-उधर के टोटकों से बचों, जो क्वालीफाइड नहीं है, किसी और रूप से इस नेत्र विभाग से जुड़े हैं, सीधा उनसे भी कोई औषधि न लेवें। नेत्र विशेषप्ज्ञ से संपर्क बनाए रखें। इस अवसर पर अतिथि नेत्र विशेषज्ञों को आशीर्वाद देते हुए पूज्य गुरूदेव डॉ.स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने कहा कि जैसे अच्छा चौकीदार वही नहीं जो चोर को पकड़कर माल बरामद करे? अच्छा तो वह है जो सजग सतर्क रहते हुए चोर को आने ही न देवे। हमारे ये चिकित्सक ऐसा प्रयास कर रहे हैं। आपको सावधान कर रहे हैं कि कोशिश करो ये रोग आने ही न पाए। डॉ.प्रवीण वशिष्ठ एवं डॉ.सुमित ग्रोवर ने अपने उद्बोधन में मुमुश्रु मंडल ट्रस्ट, श्री गीता कुटीर के सभी सेवक एवं विद्यार्थियों का धन्यवाद किया। ऐसी दिव्य आध्यात्मिक यह श्री गीता कुटीर तपो भूमि जहां कण-कण में श्री महाराज की तपेामयी शक्ति का दर्शन होता है। हम उसे अनुभव कर कृतज्ञ हुए। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.नुपुर गुप्ता, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ नीरज पारख, डॉ. अमित भारद्वाज, डॉ. शक्ति वशिष्ठ, एम्स आई रोग विभागाध्यक्ष डॉ.संजीव मित्तल ने महाराज से आशीर्वाद लिया। इस शिविर में सेवा सहयोग करने वाले छात्र अध्यक्ष सुलभ नौटियाल, शिवदास दुबे प्रबंधक, वैभव शर्मा, हरिओम जी भिक्षु, गगन मिश्रा, अखिल नौटियाल, निखिल शर्मा, विशाल जोशी, सोमेश नौटियाल, सचिन उनियाल, प्रदीप क्षेत्री, अमर बोहरा, जीवन आचार्य, गोपालराज अधिकारी सह प्रबंधक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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