परम पूजनीय पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ सà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ वेदांत वेतà¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ टाट वाले बाबा के 32 वे वारà¥à¤·à¤¿à¤• वेदांत समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में आज पà¥à¤°à¤¥à¤® दिवस पर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ वेदांत की गंगा गà¥à¤°à¥ वंदना से बिरला घाट पर पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 26 नवमà¥à¤¬à¤° परम पूजनीय पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ सà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ वेदांत वेतà¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ टाट वाले बाबा के 32 वे वारà¥à¤·à¤¿à¤• वेदांत समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में आज पà¥à¤°à¤¥à¤® दिवस पर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ वेदांत की गंगा गà¥à¤°à¥ वंदना से बिरला घाट पर पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤ गरीब दासीय आशà¥à¤°à¤® के रवि देव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने गà¥à¤°à¥ की महिमा का विशदॠवरà¥à¤£à¤¨ करते हà¥à¤ कहा कि गà¥à¤°à¥ ही वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से आलोकित करते हैं. अजà¥à¤žà¤¾à¤¨ का परà¥à¤¦à¤¾ तो गà¥à¤°à¥ ही हटाते है . इस से अजà¥à¤žà¤¾à¤¨ दूर हो कर जीव पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤®à¤¾à¤¨ हो जाता है. राम निवास के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· दिनेश दास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने à¤à¤œà¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से गà¥à¤°à¥ की महिमा का बखान किया. दà¥à¤°à¥à¤²à¤ सनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ टाट वाले बाबा जी महाराज के संसà¥à¤®à¤°à¤£ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अखंडानंद जी महाराज, परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· टाटेशà¥à¤µà¤° महादेव शà¥à¤¯à¤¾à¤® पà¥à¤° कांगड़ी ने कहा कि यह कोई अतिशà¥à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¿ नहीं होगी कि बाबा जी मे विरकà¥à¤¤à¤¤à¤¾, तà¥à¤¯à¤¾à¤— कोटि-कोटि कूट कर à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† था।जिस पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ नाम के लिठदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ सिर पटकती है।दर दर की ठोकरें खाती हैं, थोड़ा सा दान देकर तखà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लटकवाने के लिठतलबगार रहतीं हैं लेकिन टाट वाले बाबा ने कà¤à¥€ à¤à¥€ पैसे तक को छà¥à¤† तक à¤à¥€ नहीं। बाबा ने कà¤à¥€ à¤à¥€ अपना नाम, जाति,गà¥à¤°à¤¾à¤®,कà¥à¤² का आदि का कà¤à¥€ बखान ही नहीं किया। बाबा का कहना था कि शरीर मिथà¥à¤¯à¤¾, उसका नाम मिथà¥à¤¯à¤¾,जाति मिथà¥à¤¯à¤¾ है तो उस में पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करें? उनकी जà¥à¤žà¤¾à¤¨ गंगा की सरिता में जो नहा लिया वह पूरà¥à¤£ सरोबार हो गया। कृषà¥à¤£ मयी माता ने बाबा जी को नतमसà¥à¤¤à¤• होते हà¥à¤ वेदांत के अरà¥à¤¥ को सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ किया। वेदों के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ जब से संसार है तब से वेद है। सृषà¥à¤Ÿà¤¿ अनादि है तो वेद à¤à¥€ अनादि है। गà¥à¤°à¥ ने जैसा मंतà¥à¤° दिया वैसा ही जाप करना होता है। दूध का सार मकà¥à¤–न होता हैं ठीक उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° वेदों का सार वेदांत होता हैं। सà¤à¥€ को मकà¥à¤–न निकालना नहीं आता है उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° वेदों का मकà¥à¤–न निकालने की कला महापà¥à¤°à¥à¤· को ही होती हैं। à¤à¤•à¥à¤¤ हरिहरानंद महाराज ने गà¥à¤°à¥ वंदना करते हà¥à¤ कहा कि कि टाट वाले बाबा जी कहते थे कि अपने जीते जी अपनी मृतà¥à¤¯à¥ का उतà¥à¤¸à¤µ अà¤à¥€ से मनाना शà¥à¤°à¥‚ कर दो यह अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ ही यथारà¥à¤¥ सतà¥à¤¯ है। जनà¥à¤® के साथ मृतà¥à¤¯à¥ परम सतà¥à¤¯ है। इस अवसर पर टाट वाले बाबा जी के परम शिषà¥à¤¯ विजयानंद जी महाराज ने अपनी à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की. इस अवसर पर संजय कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾,विजय शरà¥à¤®à¤¾,रमा वोहरा, à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ गौर ,कोशिलया सोनेजा ,à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ गौर ,à¤à¤¸ à¤à¤® जे à¤à¤¨ पी जी कालेज के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डॉ सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾ ,राम चनà¥à¤¦à¥à¤° गूलर वाला, सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° वोहरा,ओमी बाबा,उमा बरà¥à¤®à¤¨,शारदा खिललन, सà¥à¤·à¤®à¤¾ चंदवानी,मधॠगौर, शà¥à¤¯à¤¾à¤® लाल,पवन कà¥à¤®à¤¾à¤°, à¤à¤°à¤¤ पाल, तनà¥à¤¨à¤¾ राम, जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿, लेखराज,आदि ने अननà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ टाट वाले बाबा, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जगदीश मà¥à¤¨à¤¿, समाधि सेविका माता लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ को अपनी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤®à¤°à¤£ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये। टाट वाले बाबा की लिखी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• असंà¤à¤µ कà¥à¤› नहीं सब संà¤à¤µ है वासà¥à¤¤à¤µ में सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का हल इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में मिल जाता है यह à¤à¤• अलौकिक गà¥à¤°à¤‚थ हैं। मातृशकà¥à¤¤à¤¿ की ओर गूलर वाला से आई सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ महेश देवी ,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मधॠगौड़ ,सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ गौड़, अशवनी गौर, लव गौर, सà¥à¤¨à¥€à¤² सोनेजा, परशà¥à¤°à¤¾à¤®,उमा गà¥à¤²à¤¾à¤Ÿà¥€, सà¥à¤¶à¥à¤®à¤²à¤¤à¤¾ बतà¥à¤°à¤¾, आदि दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ शà¥à¤°à¥ƒà¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤œà¤¨ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपनी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किये । कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का सफल संचालन सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया।