हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° जिले के मंगलौर विधानसà¤à¤¾ में आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ मंगलौर विधानसà¤à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ नवनीत राठी ने पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¤à¤¾ करते हà¥à¤ पूरà¥à¤µ सीà¤à¤® तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत के बयान पर पर जमकर निशाना साधा है।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° जिले के मंगलौर विधानसà¤à¤¾ में आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ मंगलौर विधानसà¤à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ नवनीत राठी ने पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¤à¤¾ करते हà¥à¤ पूरà¥à¤µ सीà¤à¤® तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत के बयान पर पर जमकर निशाना साधा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत को पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के राजसà¥à¤µ की चिंता सता रही है लेकिन हकीकत में राजà¥à¤¯ को चार साल पीछे ढकेलने के लिठतà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत ही जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत ने अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में कोई काम नहीं किया और जब उनसे विकास कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बार में पूछा गया तो वो बिना जवाब दिठदà¥à¤® दबाकर à¤à¤¾à¤— खडे हà¥à¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आगे कहा कि दिलà¥à¤²à¥€ के उपमà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मनीष सिसोदिया ने अपने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड दौरे के दौरान पूरà¥à¤µ सीà¤à¤® तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत से 5 विकास कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बारे में पूछा था लेकिन तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत à¤à¤• à¤à¥€ काम गिनाने में कामयाब नहीं हो पाà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किसी का अगर विकास किया है तो सिरà¥à¤« अपना विकास किया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आगे कहा कि आज पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में राजसà¥à¤µ घाटे के लिठतà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत ही दोषी हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में माफियाओं को सरंकà¥à¤·à¤£ दिया और माफियाओं ने शराब और अवैध खनन को बढावा देकर पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के राजसà¥à¤µ को à¤à¤¾à¤°à¥€ नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चाया। राजà¥à¤¯ का सरकारी कोष पूरी तरह से खाली हो गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत दिलà¥à¤²à¥€ माॅडल पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन वो ये जान लें कि किसी को काम को पूरा करने के लिठसाफ नीयत की जरà¥à¤°à¤¤ होती है। दिलà¥à¤²à¥€ में राजसà¥à¤µ इसलिठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहां सरकार ने वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कहने पर टैकà¥à¤¸ कम किया और सरकार ईमानदारी से टैकà¥à¤¸ वसूल कर उस पैसे को जनता के लिठखरà¥à¤š करती है। दिलà¥à¤²à¥€ सरकार का बजट पहले 30 हजार करोड था जो ईमानदार टैकà¥à¤¸ वसूली से 5 साल में दोगà¥à¤¨à¤¾ होकर 60 हजार करोड तक पहà¥à¤‚च गया।